जिम्मेदार व्यक्तियो के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए समस्या का समाधान करने की उठी मांग

Lucknow
 

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय 

लखनऊ। विद्युत व अन्य समस्याओं को लेकर पार्थ आध्यंत टाउनशिप के निवासियों की तरफ से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक व प्रिंट मीडिया के पत्रकारों ने प्रतिभाग किया। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पार्थ आध्यांत रेजिडेंट वेलफेयर एजुकेशन की अध्यक्षा डॉक्टर रंजना सिंह ने बताया कि पार्थ आध्यांत टाउनशिप में 576 फ्लैट ओनर से लिया गया Rs. 4.5 Cr,  4500 KVA के विद्युत व्यवस्था के स्थान पर निर्गत किया 720 KVA का भार। विद्युत विभाग से स्वीकृत कराकर मिलीभगत से मात्र 14% व्यय कर बाकी की लूट, गांव से भी बदतर व्यवस्था लखनऊ के सबसे पॉश एरिया में की गई है।
ज्ञातव्य है कि  पार्थ आध्यांत टाउनशिप की तीन बेडरूम वाले फ्लैट मे  नियमानुसार 7.5KW प्रति फ्लैट के आधार पर 4320 KVA कॉमन  फैसिलिटी के लिए 150 KVA यानी कि लगभग 450 KVA  का भार स्वीकृत किया जाना चाहिए था और जिसको स्टेज में रिलीज किया जाना होता है पर 33 KV लाइन ट्रांसफार्मर, 11 KV लाइन, LT लाइन एवं कंट्रोल पैनल इंफ्रा 4500 KVA के आधार पर ही बढ़ाना और स्वीकृत किया जाना चाहिए था क्योंकि यह बार-बार बदला अथवा निर्मित नहीं किया जा सकता ना ही कम समय में पंचशील होता है परिवर्तनशील होता है।
लेसा, इलेक्ट्रिकल और बिल्डर की मिलीभगत से मात्र 700 KVA का भार स्वीकृत कर 630 KVA के ट्रांसफार्मर, से भार निर्गत किया गया है। 
बिल्डर द्वारा प्रत्येक फ्लैट से इलेक्ट्रिकल इंफ्रास्ट्रक्चर और मीटिंग के लिए अतिरिक्त क्रमश: Rs. 46500+Rs. 30000=Rs. 76500 (कुल 4.5 Cr)  फ्लैट मालिकों बिल्डर द्वारा प्राप्त करने के बावजूद 630 KVA इंफ्रा (14%) व्यय शेष पैसे की जबरदस्त लूट की गई है। नियम और कानून को ताक पर रखकर रखकर उपरोक्त संयोजन सिंगल प्वाइंट पर 11 KV लाइन ये निर्गत कर बिल्डर को 33/11/0.4 KV उपकेंद्र के निर्माण से राहत दी गई।इलेक्ट्रिकल इंस्पेक्टर द्वारा भी इंस्पेक्शन के समय 576 फ्लैट के लिए अत्यंत अल्प इंफ्रा को सुरक्षित  घोषित किया गया है।
 अत्यंत कम कैपसिटी के विद्युत इंफ्रा के कारण अत्यधिक ओवरलोडिंग से बार ट्रिपिंग, अपूर्ति बाधित होने एवं सभी फ्लैट में वोल्टेज का भारी ड्रॉप और फ्लैचुएशन  से विद्युत उपकरणों का क्षतिग्रस्त होना, लिफ्ट का बार-बार बंद होने के कारण लोगों का घंटो लिफ्ट में फंसे रहना, 24 माले तक की पहाड़ी चढ़ाना और उतरना जिसमें बच्चों, बुजुर्गों और रोगी के लिए फ्लैट में रहना अत्यंत  कष्टदायि एवं असुरक्षित हो गया है। दुर्घटना और आगजनी की घटना होने का अंदेशा हमेशा बना रहता है।
ध्रुव ए एवं बी टावर में फायर सुरक्षा से संबंधित मानक भी अधूरे हैं, विगत वर्षों में आग लगने की घटना भी हुई जिसकी वजह से बमुश्किल जान-माल को बचाया जा सका । इस प्रकरण को विभिन्न समाचार पत्रों ने प्रमुखता से प्रकाशित किया एवं इसकी जानकारी संबंधित विभाग को भी दी गई। लेकिन लोगों की मिली भगत से इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई ।
पार्थ आध्यांत टाउनशिप में सुरक्षा की समुचित व्यवस्था नहीं है, चारो तरफ से चारदिवारी ना होने के कारण बाहर से लोग आकर यहां आत्याहत्या जैसी घटना को भी अंजाम दे रहे हैं, बाहर से जानवर आ जाने के कारण बच्चों की सुरक्षा का भी निवासियों को भय लगा रहता है। अगर जल्द ही इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो जान माल के नुकसान जैसी बड़ी घटना हो सकती है।
अतएव सभी पार्थ आध्यांत निवासियों की तरफ से प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , विद्युत एवं नगर विकास मंत्री  ए.के शर्मा ज, जिला प्रशासन लखनऊ एवं डी. जी फायर से यह मांग की जाती है, कि जिम्मेदार व्यक्तियो के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए समस्या का समाधान करने की कृपा करें।

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