रेडियो जयघोष और जिम्सी के एमओयू से सृजित होंगे रोजगार के अवसर : संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री

Lucknow doordarshan
 

जिम्मेदार पत्रकारिता से सशक्त भारत और विकसित राष्ट्र का सपना होगा साकार : जयवीर सिंह

सात दिवसीय मीडिया प्रशिक्षण कार्यशाला यूपीएसएनए में हुई शुरू

 

लखनऊ। रेडियो जयघोष संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश और जिम्सी कानपुर के मध्य मंगलवार 27 जून को उत्तर प्रदेश के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह की उपस्थिति में पत्रकारिता और संस्कृति के प्रचार प्रसार को लेकर एमओयू हस्ताक्षरित हुआ। गोमती नगर विपिन खंड एक स्थित उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी की वाल्मीकि रंगशाला में आयोजित इस समारोह में मुख्य अतिथि जयवीर सिंह ने कहा कि इस एमओयू से दोनों संस्थाओं के बीच परस्पर सहयोग बढ़ेगा जिससे निश्चित तौर पर नई पीढ़ी के लिए प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इसके साथ ही समारोह में स्थापना के बाद से रेडियो जयघोष की उपलब्धियों पर आधारित स्मारिका का विमोचन किया गया। समारोह में रेडियो जयघोषसंस्कृति विभागउत्तर प्रदेश और जिम्सी कानपुर की ओर से आयोजित सात दिवसीय मीडिया प्रशिक्षण कार्यशाला भी शुरू हुई। इसमें जिडा कानपुर का भी सहयोग रहा।

मंत्री जयवीर सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि केन्द्र और राज्य की सरकारेंभारतीय संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में महती योगदान दे रही हैं। उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग भी विभिन्न माध्यमों के माध्यम से संस्कृति का प्रचार प्रसार कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने एक सपना संजोया है कि साल 2047 में जब हम भारत की आजादी का शताब्दी वर्ष मनाएंगे तब भारत एक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित हो। उस सपने को साकार करने में हर नागरिक को अपना योगदान ईमानदारी के साथ देना होगा। इस दिशा में पत्रकारिता भी अहम् भूमिका अदा कर सकती है। इससे रोजगार के अवसर तो सृजित होंगे ही साथ ही राष्ट्रीयता की भावना को भी जागृत किया जा सकता है। आवश्यकता है कि युवाओं को भारत और भारतीयता से जोड़ कर राष्ट्र सेवा के लिए प्रोत्साहित किया जाए। इससेविरासत और संस्कृति तो सुदृढ़ होगी हीदेश को भी नई ताकत मिलेगी।

समारोह में संस्कृति विभाग के सहायक निदेशक एवं रेडियो जयघोष के नोडल अधिकारी अमित अग्निहोत्री और जिम्सी कानपुर के निदेशक प्रो. (डॉ.) उपेन्द्र के मध्य एमओयू हस्ताक्षित किया गया। समारोह में भोपाल दूरदर्शन के पूर्व अतिरिक्त महानिदेशक प्रभु झिंगरन की पुस्तक मोबाइल पत्रकारिता के दूसरे संस्करण का विमोचन भी किया गया। प्रभु झिंगरन ने कहा कि संस्कृति उत्थान से ही समाज का उत्थान संभव है।

उद्घाटन सत्र दैनिक जागरण लखनऊ के महाप्रबंधक जे.केद्विवेदी ने कहा कि आज भी त्रकारिता की विश्वसनीयता और जमीन से जुड़ाव बरकरार है। आरजे प्रतीक ने मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से बताया कि रेडियो आज भी दूरस्थ क्षेत्रों में खासा लोकप्रिय है।

आरजे राधेश्याम दीक्षित और आरजे समरीन के संचालन में हुए इस समारोह की शुरुआत मौसमी भारती के मंगलदीपक गीत से हुई। आयोजन में उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के निदेशक तरुण राजपर्यटन सलाहकार जे.पी.सिंहरेडियो जयघोष के समन्वयक डॉ.दुर्गेश पाठकसंस्कृति विभाग की सहायक निदेशक रेनू रंगभारतीसंस्कृति विभाग के सहायक निदेशक तुहिन द्विवेदी सहित अन्य उपस्थित रहे। इस अवसर पर आमंत्रित अतिथियों को स्मृति चिन्ह स्वरूप में मर्यादापुरुषोत्तम राम की छवि और तुलसी का पौधाभेंट किया गया।

रेडियोटीवी एंकरिंग और लेखन की 27 जून से 2 जुलाई तक आयोजित कार्यशाला के पहले दिन न्यूजट्रैकअपना भारत के संपादक योगेश मिश्ररेडियो सिटी के प्रोग्रामिंग हेड प्रतीक मेहरा प्रतीक मेहरा, आरजे करिश्माऔर वरिष्ठ पत्रकार नवल कांत सिन्हा ने कंटेंट की समझ, डिजिटल लिटरेसी को समय की मांग बताते हुए उसकी व्यवहारिकता के संदर्भ में लोगों को जागरुक किया।

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