टनल में मछली और मंच पर कठपुतली का रोमांच महोत्सव में रहा आकर्षण का केंद्र 

Natya
 ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के तत्वावधान में काशीराम स्मृति उपवन आशियाना लखनऊ मैं चल रहे भारत हस्तशिल्प महोत्सव 2024 में जहां एक तरफ फिश टनल में  मछलियां अटखेलियां करती हुई देखी गईं, वहीं सांस्कृतिक मंच पर कठपुतलियों का नृत्य भी कुछ काम नहीं था। महोत्सव में ऐसा लग रहा था जैसे मानो दोनों में प्रतियोगिता चल रही हो। फिश टनल का रोमांस पब्लिक के सर चढ़कर बोल रहा है तथा सांस्कृतिक मंच से एक से बढ़कर एक कार्यक्रमों ने भी शाम को और रंगीन बना दिया।

भारत हस्तशिल्प महोत्सव 2024 के मंच पर नवोदय साहित्य एवं सांस्कृतिक संस्था लखनऊ द्वारा ओम नीरज की अध्यक्षता में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि विनोद भावुक, विशिष्ट अतिथि महेंद्र कुमार, संचालक ऋषि श्रीवास्तव व संस्था के संस्थापक अस्थाना महेश द्वारा सरस्वती वन्दना गाई गई। आज के काव्य पाठ का विषय रहा ‘साहित्य एक धरोहर’ व ‘आराध्य प्रभु श्री राम’। काव्य पाठ करने वाले कवियों में मीरा, संदीप, निवेदिता श्रीवास्तव, नंदलाल शर्मा, रमेश चंद्र श्रीवास्तव प्रमुक्ख रूप से रहे।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में नृत्यांगन डांस इंस्टीट्यूट द्वारा प्रोग्राम प्रस्तुत किया गया। नृत्य कार्यक्रम श्रीमती अनुपमा श्रीवास्तव तथा भानवी श्रीवास्तव द्वारा निर्देशित रहा और सोलो सोलो नकुल श्रीवास्तव रहा। कार्यक्रम इन बच्चों ने किया:सानवी, श्रुति, मीमांसा, आराध्या, निहारिका, किशीका। कार्यक्रम में यह गाने और डांस प्रस्तुत किये गए: गणेश वंदना, हनुमान चालीसा, श्री राम चंद्र कृपालु भजमन,भरतनाट्यम डांस, लावणी, देश भक्ति डांस, राजस्थानी, कत्थक, पहाड़ी, अवधि बॉलीवुड डांस।

भारत हस्तशिल्प महोत्सव 2024 की सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह और एन. बी. सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया तथा महोत्सव में प्रिया पाल ने सभी कलाकारों को सर्टिफिकेट दे कर सम्मान्तिन किया। कार्यक्रम का संचालन अरविंद सक्सेना ने किया गया।

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