पूर्व मंडलायुक्त अजय दीप सिंह ने सत्संगी राजेश पांडेय द्वारा लिखित "वैदिक अनुनय" पुस्तक का विमोचन किया

Former Mandalayukta Ajay Deep Singh released the book "Vedic Anunya" written by Satsangi Rajesh Pandey
Former Mandalayukta Ajay Deep Singh released the book "Vedic Anunya" written by Satsangi Rajesh Pandey
उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ(आर एल पाण्डेय)।आज शिव सत्संग मण्डल लखनऊ के अध्यक्ष सत्संगी राजेश कुमार पांडेय द्वारा लिखित "वैदिक अनुनय" पुस्तक का विमोचन विजय नगर (कृष्णा नगर)  में आयोजित विमोचन कार्यक्रम में सेवा निवृत्त आई ए एस पूर्व मंडलायुक्त  अजय दीप सिंह ने किया। 



इस अवसर पर पूर्व मंडलायुक्त अजय दीप सिंह ने कहा कि शिव सत्संग मण्डल, लखनऊ के अध्यक्ष राजेश कुमार पांडेयद्वारा लिखित "वैदिक अनुनय " धार्मिक पुस्तक,सनातन धर्म के समृद्ध धर्मशास्त्रीय साहित्य पर आधारित है, जिसमें वैदिक शिक्षाएँ और विहित वेदांतिक ग्रंथों, उपनिषदों और शास्त्रों के आधार पर ज्ञान का प्रकाश रेखांकित किया गया है।श्री पांडेय ने "वैदिक अनुनय" को विद्वानों, छात्रों, आध्यात्मिक जनों और गंभीर पाठकों के लिए समझने योग्य बना दिया है।यह धार्मिक पुस्तक समाज को अंध विश्वास एवं सामाजिक कुरीतियों से मुक्त कर एकेश्वरवाद के सिद्धांत का आलंबन करेगी। 


विशिष्ट अतिथि उच्च न्यायालय के अधिवक्ता आनंद किशोर सक्सेना ने कहा कि सकारात्मक, पवित्र और यथार्थपरक विचार जीवन की बड़ी निधि हैं । श्रेष्ठ, सकारात्मक और नवीन विचारों के स्त्रोत सद्ग्रंथ ही हैं। पुस्तकों के पठन-पाठन एवं स्वाध्याय को अपनी जीवन चर्या का आवश्यक अंग बनाएँ । सद्ग्रंथ "वैदिक अनुनय" का अध्ययन वैचारिक नवीन्यता के साथ-साथ  सही दिशा बोधक और  लक्ष्य की संप्राप्ति में सहायक है। अतः आत्म सामर्थ्य के जागरण और जीवन में दिव्यता के प्रकटीकरण  हेतु सद्ग्रंथों की ओर लौटें ।


लेखक सत्संगी राजेश पांडेय ने अतिथियों और अभ्यागतों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शिव सत्संग मण्डल के आद्य परमाध्यक्ष संत श्रीपाल की प्रेरणा से इस पुस्तक का लेखन किया। उन्होंने कहा कि जगत्  में परमात्मा से अनुपम और मधुर अन्य कोई स्मृति नहीं है। अतः प्रत्येक पल ईश्वरीय स्मृति में रहें।परमपिता शिव के साथ अभिन्नता का अनुभव चिरस्थायी हो जाना ही आध्यात्मिक मार्ग की साफल्यता है।कहा कि यह संसार अनेक प्रकार के दुखों और पीड़ाओं से भरा हुआ प्रतीत होता है लेकिन जब कोई ज्ञान प्राप्त कर सही मार्ग पर चलना सीख जाता है, तब सभी प्रकार के दुखों का अंत होने लगता है।इसलिए पर्मेश्वर के ध्यान, भजन को अपने जीवन का आधार बनाएं।


विमोचन कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व मंडलायुक्त अजय दीप सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर सामूहिक ईश प्रार्थना से किया। इस अवसर पर प्रकाशक शिव सत्संग मण्डल के राष्ट्रीय महामंत्री त्रिपुरेश पांडेय, सह संपादक डॉ संदीप कुमार चौरसिया, इलाहाबाद विश्वविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ रेनु, योग प्रशिक्षक राज किशोर चौरसिया,समाजसेवी के पी सिंह,पिट्ठू एसोशिएशन, लखनऊ के अध्यक्ष शैलेंद्र प्रताप सिंह, पंजा कुश्ती एसोशिएशन के अध्यक्ष अनिल कुमार श्रीवास्तव, सचिव मुकेश बहादुर, लट्टू एसोशिएशन के सचिव ललित प्रकाश पांडेय, यू पी एन ए ओ के कोषाध्यक्ष हीरा लाल केसवानी, उत्तर प्रदेश नॉन ओलंपिक एसोशिएशन के संयुक्त सचिव योगेंद्र चौधरी, डाबर कंपनी के राघवेंद्र मिश्र, दिव्यांशु सहित अनेक सत्संगी एवं सभ्रांतजन मौजूद रहे।

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