एकेटीयू के 21वें दीक्षांत समारोह में मेधावियों के गले में सजा स्वर्ण पदक

Aktu convocation
   राज्यपाल सहकुलाधिपति  आनंदीबेन पटेल ने की समारोह की अध्यक्षता, बतौर विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल हुए  प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल एवं प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा एम देवराज

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय का 21वां दीक्षांत समारोह मंगलवार को आयोजित किया गया। समारोह में मेधावियों पर स्वर्ण, रजत और कान्स्य पदकों की बारिश हुई। मेहनत का फल मिलने पर गदगद छात्रों के चेहरे की चमक स्वर्ण आभा जैसी थी। आगे भविष्य को गढ़ने की जिम्मेदारी का एहसास भी साफ दिखाई दे रहा था। इस मौके पर सबसे पहले विश्वविद्यालय टॉप करने वाले सम्बद्ध संस्थान मेरठ इंस्टी्ट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी मेरठ के बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग के छात्र मोहसिन अफरोज ने टॉप किया है। दीक्षांत समारोह में मोहसिन अफरोज के गले में जैसे ही चांसलर और स्वर्ण मेडल पहनाया गया पूरा सभागार तालियों से गूंज उठा। इस बार चांसलर मेडल के साथ ही बैंक ऑफ बड़ौदा की ओर से 31 हजार रूपये का नकद पुरस्कार भी दिया गया।  जबकि कमलरानी वरूण स्मृति मेडल पीएसआईटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग कानपुर के बीटेक इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की छात्रा प्रज्ञा गौतम को दिया गया। साथ ही समारोह में कुल 95 गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल दिये गये। इसके अलावा 112 छात्रों को पीएचडी डिग्री अवार्ड की गयी। पदक पाकर सभी मेधावियों के चेहरे खिल गये। सभी डिग्रियां डिजिलॉकर पर भी अपलोड कर दी गयीं।

माननीय राज्यपाल सहकुलाधिपति महोदय का उद्बोधन
इस दौरान बोलते हुए माननीय राज्यपाल सहकुलाधिपति श्रीमति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि यह दीक्षांत किसी भी छात्र-छात्रा के जीवन में विशिष्ट अवसर है, और अपनी उपलब्धियों को मूल्यांकित करने का दिन भी होता है। इस उपाधि के साथ छात्र मानव संसाधन के रूप में राष्ट्र की प्रगति में सकारात्मक योगदान करे यह भी विश्वविद्यालय की अपेक्षा रहती है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी राष्ट्र की युवा शक्ति पर बहुत भरोसा करते हैं। यही कारण है कि विकसित भारत 2047 के लिए युवाओं से उनके विकसित भारत की संकल्पना को जानने के लिए सुझाव आंमत्रित किए हैं। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने भी इस मुहिम में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया है, जोकि सराहनीय है। विश्वविद्यालय शोध एवं नवाचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहा है। आज दीक्षांत समारोह में 100 से अधिक शोधार्थियों को पीएच0डी0 की उपाधि मिल रही है, जोकि एक कीर्तिमान है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय के संबद्ध संस्थानों ने नैक, एन0बी0ए0 एक्रिडिटेशन के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय योगदान दिया है। 18 संबंद्ध संस्थानों को नैक में अच्छे ग्रेड मिले हैं। जबकि 38 संस्थानों की 107 ब्रांचों/कोर्सेज को एन0बी0ए0 से एक्रीडिशन प्राप्त हुआ है। साथ ही 06 संस्थानों को एन0आई0आर0एफ0 रैंकिंग में स्थान प्राप्त हुआ है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का लक्ष्य आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करना है। इस क्रम में मा0 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने स्टार्टअप और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रोफेशनल और वोकेशनल दोनों ही क्षेत्रों के विकास को गति प्रदान की है। एक तरफ जहां इनोवेशन और इंक्यूबेशन के माध्यम से स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए स्टार्टअप इंडिया, स्टैडअप इंडिया, अटल इनोवेशन मिशन, मेक इन इंडिया आदि तमाम प्रमुख योजनाओं को मूर्तरूप मिला है। वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, जिसे पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान के रूप में भी जाना जाता है के माध्यम से स्वरोजगार के मिशन को शहरों की चकाचाैंध तक सीमित न रखकर ग्रामीण अंचलों और सूदूर इलाकों में पहुंचाने का कार्य किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भी स्टार्टअप के लिए सराहनीय प्रयास किए जा रहे हैं।  

विशिष्ट अतिथि का उद्बोधन
विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए माननीय प्राविधिक शिक्षा मंत्री श्री आशीष पटेल जी ने कहा कि पिछले कुछ समय से प्रदेश में उच्च शिक्षा के माहौल में सकारात्मक परिवर्तन आया है। शोध और नवाचार में तेजी से कार्य हुए हैं। इसी का नतीजा है कि प्रदेश के विश्वविद्यालय नैक की रैंकिंग में ए प्लस प्लस आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्राविधिक शिक्षा भी आगे बढ़ रही है। तकनीकी शिक्षा का क्षेत्र विशेष क्षेत्र है। इसका प्रभाव कहीं न कहीं समाज की समस्याओं को सुलझाने में पड़ता है। ऐसे में यह विश्वविद्यालय छात्रों को नये स्वावलंबधन की धारा से जोड़ रहा है। कहा कि प्राविधिक शिक्षा में नये कोर्स शामिल किये जा रहे हैं। इसी क्रम में विश्वविद्यालय ने वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए डिग्री देने की शुरूआत की है। नई तकनीकी को आमजन तक पहुंचाने की जरूरत है। उन्होंने मेडल प्राप्त छात्र-छात्राओं को शुभकामना दिया। माननीय कुलपति प्रो0 जेपी पांडेय ने विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। इसके पहले शैक्षणिक शोभायात्रा निकाली गयी। कार्यक्रम की शुरूआत इस बार दीप प्रज्ज्वलन की बजाय कलश में जल भरने से की गयी। यह आयोजन जल संरक्षण के प्रति जागरूकता के लिए किया गया। इस मौक पर सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न के रूप में पुस्तक भेंट की गयी। धन्यवाद परीक्षा नियंत्रक एवं कार्यवाहक कुलसचिव प्रो0 राजीव कुमार ने दिया। वित्त अधिकारी श्री सुशील कुमार गुप्ता, प्रतिकुलपति प्रो0 मनीष गौड़, सहित डीन्स, डायरेक्टर और शिक्षक मौजूद रहे।


बच्चों को दिया गया उपहार
कार्यक्रम के दौरान माननीय राज्यपाल सहकुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने प्राथमिक विद्यालय रैथा, प्राथमिक विद्यालय रसूलपुर के बच्चों एवं क्षयग्रस्त बच्चों, श्रीराम अनाथालय के बच्चों, उम्मीद सामाजिक संस्था की ओर से लाये गये बच्चों और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को किट, प्रोत्साहन उपहार एवं प्रेरणादायक पुस्तकों का वितरण किया गया। साथ ही दोनों विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को पुस्तकालय के लिए किताबें दी गयी।

पहली बार दिया गया बेस्ट स्टार्टअप अवार्ड
दीक्षांत समारोह में पहली बार तीन श्रेणियों में स्टूडेंट स्टार्टअप अवार्ड भी दिया गया। इसमें एक अवार्ड बेस्ट वूमेन लेड स्टार्टअप अवार्ड विश्वविद्यालय के घटक संस्थान आइईटी की छात्रा आराधना कन्नौजिया के स्टार्टअप वाइल नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया। जबकि दूसरा बेस्ट सोशल इम्पैक्ट स्टार्टअप अवार्ड डॉ0 अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी फॉर दिव्यांगजन के आदित्य सिंह के स्टार्टअप एरेपनिक्स प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया। तीसरा बेस्ट टेक इनोवेशन स्टार्टअप अवार्ड मेरठ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी मेरठ के छात्र प्रशांत वर्मा को उनके स्टार्टअप पीवीएचकेआर साइबर सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया।  
एक नजर
- अलग-अलग पाठ्क्रमों के 49452 छात्रों को डिग्री दी जाएगी
- 1 चांसलर मेडल
- 1 कमल रानी वरूण मेडल
- 39 गोल्ड मेडल
- 27 सिल्वर मेडल
- 27 ब्रॉन्ज मेडल
- 112 पीएचडी अवार्ड

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