23 अगस्त को तुलसी जन्मभूमि राजापुर सूकरखेत तुलसीधाम गोण्डा में होगा तुलसी विषयक शास्त्रार्थ

Tulsidas janamsthali
 

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय 

लखनऊ। सनातन धर्म परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ स्वामी भगवदाचार्य जी महाराज ने शास्त्रार्थ की चुनौती देते हुए कहा कि गोस्वामी तुलसीदास की उक्ति ढोल गंवार उक्ति में दलित समाज और नारी वर्ग की निंदा की गयी है।

ऐसा मंतव्य स्वामी प्रसाद मौर्य और बिहार के शिक्षा मंत्री चन्द्र शेखर यादव ने सार्वजनिक रूप से व्यक्त किया है, जबकि अन्य अनेक मानस मर्मज्ञों का यह तर्क है कि इसमें कदापि किसी की निन्दा नहीं की गयी है।

इसका निराकरण करने के लिए हम शास्त्रार्थ का आयोजन करना चाहते हैं। अपना पक्ष रखने के लिए आप स्वयं या अपना एक प्रतिनिधि भेजने की कृपा करें। हमारी ओर से भी स्पष्टीकरण देने हेतु मानस मर्मज्ञ प्रस्तुत होंगे। इस शास्त्रार्थ की प्रस्तावित तिथि 23 अगस्त 2023, स्थान तुलसी जन्मभूमि राजापुर सूकरखेत वि. ख० परसपुर तह० करनैलगंज जनपद गोंडा, उत्तर प्रदेश ।

समय पूर्वाह्न 10 बजे से सायं 6 बजे तक। एक निर्णायक हमारी ओर से होंगे और एक निर्णायक आप नामित करेंगे, उसे लाने का दायित्व आप पर रहेगा। श्रोताओं की ओर से और एक निर्णायक नामित होंगे। निर्णय बहुमत द्वारा किया जाएगा। इस समारोह की सारी व्यवस्था और आपका आतिथ्य सत्कार हम करेंगे। आयोजन सनातन धर्म परिषद एवं श्री तुलसी जन्मभूमि न्यास द्वारा आयोजित होगा। डा. स्वामी भगवदाचार्य
अन्तरराष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रेस विज्ञप्ति में उक्त जानकारी दी।

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