रघुनाथ पाण्डेय की पुस्तक पूर्वोत्तर : भाषाएं एवं लिपियां का हिन्दी अकादमी में हुआ विमोचन
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
गोण्डा। जनपद के शिक्षक और साहित्यकार रघुनाथ पाण्डेय के सम्पादन में पूर्वोत्तर हिन्दी अकादमी की पुस्तक का विमोचन कानपुर स्थित कृषि विश्वविद्यालय मे किया गया।
पूर्वोत्तर:भाषाएँ एव॔ लिपियाँ नामक उक्त शोधग्रंथ का विमोचन करते हुए विश्व साहित्य सेवा ट्रस्ट के निदेशक डॉ मुरारी मोहन शर्मा और कार्यक्रम समन्वयक प्रो मुनीश कुमार ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत के राज्यों की भाषाई स्थिति बहुत जटिल है। इसके बावजूद रघुनाथ पाण्डेय और दिलीप अवस्थी ने वहां की भाषाओं और लिपियों पर जिस निष्ठा और परिश्रम से काम किया है, वह प्रशंसनीय है।
पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी के तत्वावधान में प्रकाशित उक्त शोधग्रंथ की भूमिका अकादमी के सचिव डॉ अकेला भाई ने और अग्रालेख नागरी लिपि परिषद के महामंत्री डॉ हरि सिंह पाल ने लिखा है। पुस्तक में असमिया बांग्ला देवनागरी और रोमन आज लिपियों तथा मणिपुरी मिजो नागमीज असमिया बांग्ला हिंदी बोडो खासी बांग्ला सहित पूर्वोत्तर की लगभग सभी भाषाओं की स्थितियों और संभावनाओं पर शोधपूर्ण आलेख लिखे गए हैं जिसमें पूर्वोत्तर भारत के राज्यों के स्थानीय निवासी लेखकों का भी सहयोग रहा है।