गणेश चतुर्थी शुक्रवार को: गजानन ने धारण की सिंजारे की मेहंदी

गणेश चतुर्थी शुक्रवार को: गजानन ने धारण की सिंजारे की मेहंदी
गणेश चतुर्थी शुक्रवार को: गजानन ने धारण की सिंजारे की मेहंदी


 गजानन ने धारण की सिंजारे की मेहंदी


जयपुर, 9 सितम्बर (हि.स.)। गणेश चतुर्थी महोत्सव के दौरान गुरुवार को भगवान गजानन को सिंजारे की मेहंदी धारण कराई गई। इस दौरान शहर के गणेश मंदिरों में मेहंदी पूजन सिंजारा धूमधाम से मनाया गया। गढ़ गणेश मंदिर सहित शहरभर के गणेश मंदिरों में मनमोहक झांकियां सजाई गई हैं। कोरोना महामारी के चलते बडे मंदिर बंद रहे और अगले दो दिन भी बंद रहेंगे। वहीं शुक्रवार को गणेश जन्मोत्सव मनाया जाएगा। घर-घर में प्रथम पूज्य विनायक पूजे जाएंगे। उन्हें मोदक और चूरमे का भोग लगाया जाएगा। मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में गणेश जी का विशेष श्रृंगार होगा।

मोती डूंगरी महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि भगवान गणेश जी के सिंजारे की मेहंदी धारण करवाई और स्वर्ण मुकुट धारण करवाया। साथ ही चांदी के सिंहासन पर विराजमान करवाया गया। ब्रह्मपुरी बाईपास रोड स्थित नहर के गणेश मंदिर में तीन दिवसीय गणेश जन्मोत्सव शुरू हो गया है। महंत के सान्निध्य में उत्सव के तहत गणपति का गोटा-पन्नियों की राजशाही पोशाक, चांदी का मुकुट धारण कराया गया। उत्सव का आरंभ नित्य पूजा अर्चना के पश्चात मोदकों की झांकी से हुआ। सुबह पांच बजे झांकी दर्शन से महोत्सव की शुरुआत हुई और शाम को मेहंदी पूजन के बाद सिंजारा उत्सव गया। सूरजपोल स्थित श्वेत सिद्धिविनायक गणेश मंदिर में दुग्धाभिषेक का कार्यक्रम आयोजित किया गया और मध्याह्न पश्चात गणेश जीरिद्धि-सिद्धि के सिंजारे की मेहंदी लगाई गई। इसके बाद नई पोशाक धारण करवाई । दिल्ली रोड स्थित बंगाली बाबा गणेश मंदिर में सौभाग्य देवी पूजन,चंद्रार्चन मेहंदी अर्पण हुआ। चांदपोल परकोटे वाले गणेश महाराज मंदिर,चांदपोल बाजार जय लाल मुंशी का रास्ता के पूर्णानंद गणेश मंदिर में सिंजारा उत्सव मनाया गया।

गौरतलब है कि गणेश चतुर्थी शुक्रवार को राजधानी जयपुर में भक्ति भाव से साथ मनाया जाएगा। इस विशेष अवसर पर शहर के गढगणेश मंदिर, मोतीडूंगरी गणेश मंदिर, नहर के गणेश जी, श्वेत सिद्धि विनायक मन्दिर, ध्वाजाधीश गणेश , परकोटे वाले गणेश मन्दिर सहित विभिन्न गणेश मंदिरों में अभिषेक कर नई पोशक पहनाई जाएगी। वहीं लोग अपने घरों के प्रवेश द्वार पर स्थापित गणपति की पूजा अर्चना कर उन्हें चूरमे का भोग लगाया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप

Share this story