सेवाधाम उज्जैन के प्रमुख विश्व शांति स्तंभ पूना के भ्रमण पर पहुंचे
पुणे, महाराष्ट्र। विश्व मित्र योगेश मथुरिया के रवि कुसुम कॉटेज पूना में सेवाधाम अंकितग्राम उज्जैन के प्रमुख सुधीर भाई गोयल का जाना हुआ।
वहां योगेश भाई की बुजुर्ग मां का आर्शीवाद ,बेटी साक्षी की माटी कला के अदभुत दर्शन हुए। परिसर में विश्वशांति स्तंभ बाबा विनोबा और बापू की जीवंत प्रतिमाओं से भरा पूरा यह परिसर आशीष संकल्प के लिए जाना जाता है।
यह प्रतिमाएं हम सबके प्रिय सेवाग्राम के श्री जालंधर भाई छिनोले ने स्वयं निर्मित की थी।जिसका उद्घाटन हमारे परिवार के अग्रज जयेश भाई अहमदाबाद ने किया था। सुंदर मनभावक वातावरण मन को छू लेने वाले विश्वमित्र योगेश भाई के जीवन और देश विदेश की यात्राओं के संस्मरण सुनने का मन किसका नहीं करेगा।
विश्व यात्रा के अंतिम पड़ाव पड़ोसी देश से एक आम का पौधा लाए थे। उस शांति वृक्ष की सालगिरह पर मित्र मंडली
यूनुस भाई जैसे संवेदनशील सबको अपने में समाहित करने वाले एक देव तुल्य व्यक्तित्व की यादगार क्षण
जो सुधीर भाई गोयल को वापस आने ही नही दे रहे थे।
पूरा आश्रम का वातावरण जिसका एक एक फूल मनमोहक था तभी तो नाम रवि कुसुम बिला है।
विनोबा विचार प्रवाह द्वारा आयोजित नंदिनी शिविर उज्जैन में अभी विश्वमित्र योगेश मथुरिया का आना हुआ था। नंदिनी द्वितीय चरण की तैयारिया शुरू हो रही हैं क्योंकि मार्च माह के बाद में आयोजन के लिए कई जगह के आमंत्रण आ चुके हैं।उसमें रवि कुसुम काटेज पूना का भी नाम है। ऐसे स्थानों को देखने से भी विनोबा विचार प्रवाह को उत्साह ही मिलता है।