शैक्षिक भ्रमण कर छात्रों ने ली वनस्पतियों की जानकारी

छात्रों का शैक्षणिक भ्रमण

बलरामपुर। पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज, बलरामपुर द्वारा विद्यालय के कक्षा नौ से 12 तक के छात्र-छात्राओं को वनस्पतियों एवं जीवों के बारे में जानकारी के लिए ‘शैक्षिक भ्रमण‘ हेतु कुवांना जंगल, व जयप्रभा ग्राम ले जाया गया।

इस अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा एमपी तिवारी ने छात्र-छात्राओं को बताया कि शैक्षिक भ्रमण का अर्थ होता है कि छात्र-छात्राओं को खुले वातावरण में शिक्षा के प्रति एक अनुभूति जागृत होना, जिससे वे भारत की विभिन्नता जैसे-विज्ञान, इतिहास और प्रकृति को व्यक्तिगत रूप से जान सकें।

इस शैक्षिक भ्रमण के अन्तर्गत नये-नये स्थानों को देखना, और ऐतिहासिक, वैज्ञानिक एवं सामाजिक विषयों के बारें में विभिन्न स्तर से जानकारी प्राप्त करना होता है। भ्रमण द्वारा इतने शैक्षिक लाभ होते है कि सभी का आसानी से वर्णन नही किया जा सकता।

अंग्रेंजी के प्रसिद्ध लेखक वेंकन का कहना है कि युवा वर्ग के लिए भ्रमण शिक्षा का अंग है, जबकि बड़े लोगों को इससे अनुभव मिलता है। भ्रमण से हम वह सभी चीजें सीखते है जो पुस्तकों से सीखना कठिन हो जाता है। 

शैक्षिक भ्रमण के अवसर पर विद्यालय के प्रबन्धक निदेशक डा एमपी0एल तिवारी के नेतृत्व में विद्यालय के शिक्षक शालनी शुक्ला, दिव्या पाण्डेय, आलोक यादव, भानु यादव, हादिया रफीक, खुशबू तिवारी, अमित राना के साथ छात्र/छात्राओं को सर्वप्रथम कुवांना जगंल में ले जाया गया। जहां भ्रमण के दौरान रंग बिरंगी तितलियों को देखा, चिटियों के अलग-अलग प्रजातियों की जानकारी प्राप्त की।

इतना ही नहीं उनके रहने की जगह का भी ज्ञान प्राप्त हुआ। इसके अतिरिक्त सभी छात्र-छात्राओं ने कई प्रकार के पक्षियों, बंदरो व कीड़ों का भी देखा तत्पश्चात् विभिन्न प्रकार के रंगीन फंगस को भी देखा जैसे-लाल फगंस, सफेद फगंस, पीला फंगस आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की।

तत्पश्चात् छात्र-छात्राओं को जयप्रभा ग्राम में स्थिति एक सुन्दर बगीचे में ले जाया गया जिसमें उनको विभिन्न प्रकार के पत्तियों एवं फूलों के बारे में विस्तृत जानकारियां दी गयी तथा कई प्रकार के पेड़ पौधों में सूख जाने वाली बीमारियों के बारे जानकारी दी गयी। सभी छात्र-छात्राओं ने क्लोरोफिल तथा छयरोग को अपनी आँखों से देखा।

विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डॉ एमपी0एल तिवारी ने छात्र-छात्राओं को बताया कि यह किस प्रकार होता है तथा पौधों के अलग-प्रकार एवं उनकी जातियों तथा वह कितने लम्बे समय तक कैसे जीवित रहते है आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी।

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