"फेमिनिस्ट कोएलिशन ग्रुप लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ सामूहिक कार्यवाही करने के लिए सभी संगठनों को एकजुट करने के उद्देश्य से बनाया गया है।- डॉ उर्वशी साहनी" 

Faninist coalinist
 

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। शेफ द्वारा "फेमिनिस्ट कोएलिशन का आयोजन लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ सामूहिक कार्यवाही करने के लिए सभी संगठनों को एकजुट करने के उद्देश्य से किया गया है।" शेफ की संस्थापक और सी.ई.ओ डॉ उर्वशी साहनी ने फेमिनिस्ट कोएलिशन मीटिंग में कहा”।

26 जुलाई, स्टडी हॉल एजुकेशनल फाउंडेशन (शेफ) आरोहिणी इनिशिएटिव द्वारा गत वर्ष की तरह इस बार भी फेमिनिस्ट कोएलिशन ग्रुप की बैठक का आयोजन किया, बैठक में 30 से अधिक  स्वयं सेवी संस्थाओं ने प्रतिभागिता की  । यूनिसेफ, केयर इंडिया, AALI, HUM फाउंडेशन,प्लान इण्डिया,हेल्पिंग हैंड्स और YES फाउंडेशन आदि संस्थाओ के प्रतिनिधि शामिल थे । कार्यक्रम की शुरुआत शेफ की संस्थापिका  और सी.ई.ओ डॉ. उर्वशी साहनी द्वारा शेफ और उसके काम के संक्षिप्त परिचय के साथ हुई। 

इंडियाज डॉटर्स कैंपेन की प्रभारी प्रियंका ने कहा कि: “सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से, यहां मौजूद संगठन सभी  समस्याओं  हल आसानी से तलाश सकते है  जिसको अकेले संभालने में असमर्थता हो सकती है । यह सहयोग एक शक्तिशाली गठबंधन में बदला जा सकता है" 

हेल्पिंग हैंड फाउंडेशन की प्रीति ने कहा, “मैं शेफ से पहले  जुडी हूँ  मै शेफ  कामों से  आश्चर्यचकित हूं। हमारा एक साथ कार्य सार्थक बदलाव ला सकता है  और मुझे उम्मीद है कि अधिक से अधिक संगठन शेफ के साथ सहयोग करना चाहेंगे ।

फेमिनिस्ट कोएलिशन का उद्देश्य  हाशिए पर रहने वाले समुदायों विशेष रूप से महिलाओं के सामने आने चुनौतीपूर्ण मुद्दों पर समाधान, सहयोग, संवाद और सामूहिक कार्रवाई को बढ़ावा देना है। एक साथ मिलकर काम करने से, हम सार्थक बदलाव ला सकते हैं और उन लोगों को सशक्त और जागरूक बना सकते हैं जिन्हें हमारे साथ व सहयोग की आवश्यकता है। सभी संस्था के प्रतिनिधियों ने एक दूसरे के साथ लैंगिक समानता और सामाजिक न्याय पर अपना दृष्टिकोण साझा किये। साथ ही सभी बताया कि  सभी संस्थाए क्या दे सकती  है और क्या प्राप्त करना चाहती है सभी संस्थाओं ने एक साझा समझ के साथ एक फेमिनिस्ट कोएलिशन ग्रुप का उदेश्य तय करते हुए साथ एक दूसरे को सहयोग देने का वादा किया |  
शेफ ने बताया लड़के और पुरुषों को आगे आना होगा और साथ मिल कर यह लड़ाई लड़नी होगी, तथा पितृसत्ता का विरोध करना होगा। हम न्यायसंगत और समावेशी समाज को बनाने में आपकी सहयोगात्मक प्रतिक्रिया के साथ आज की बैठक का आयोजन किया है , जिसमें विभिन्न गतिविधियाँ और चर्चाएँ शामिल थीं जिन्होंने गैर सरकारी संगठनों के बीच आपसी समझ को बढ़ावा दिया और भविष्य में कई न्याय संगत मुद्दों में  संभावित सहयोगों के  मार्ग प्रशस्त हुए।

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