संघ के जीवनव्रती प्रचारक श्रीकृष्ण दास की जयंती पर आयोजित हुई "भविष्य का भारत एवं हमारी भूमिका” विषयक संगोष्ठी
डॉ एस. एस. महेश्वरी मेमोरियल सेवा फाउंडेशन की ओर से आयोजित की गई संगोष्ठी
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
हरदोई।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जीवनव्रती प्रचारक श्रीकृष्ण दास जयंती के अवसर पर “भविष्य का भारत एवं हमारी भूमिका” विषयक संगोष्ठी का आयोजन डॉ एस. एस. महेश्वरी मेमोरियल सेवा फाउंडेशन की ओर से सोमवार को किया गया। संगोष्ठी का शुभारंभ भारत माता व जीवनव्रती प्रचारक स्व.श्रीकृष्ण दास के चित्रों पर पुष्पार्चन कर किया गया।
संगोष्ठी में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय बौद्धिक शिक्षण प्रमुख स्वान्तरंजन ने कहा कि भारत दुनिया का प्राचीनतम संस्कृति वाला देश है। भारत के ऋषियों व महापुरुषों ने ही विश्व को जीवन की दिशा दी है एवं अपने ज्ञान विज्ञान एवं पुरुषार्थ के बल पर ही वैभवशाली भारत का निर्माण किया था। विदेशी आक्रान्ताओं के समय लंबे संघर्ष के कारण हिन्दू समाज बिखर गया था और अपना सहजीवन भूल गया था। उन परिस्थितियों के कारण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने 1925 से हिन्दू समाज को पुनः संगठित करने का काम प्रारंभ किया, व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण का संकल्प लेकर जो कार्य प्रारंभ हुआ था उसमें श्रीकृष्ण दास जैसे हज़ारों प्रचारकों की सेवा समर्पण व साधना का ही प्रतिफल है जिसके परिणाम स्वरूप आज हिन्दू समाज में परिवर्तन स्पष्ट रूप से दिख रहा है।
कहा, हमारे समाज में चार प्रकार के लोग हमें दिखाई देते हैं, इनमें से कुछ सम्पन्न व सुखी लोग हैं उनके प्रति हमें मैत्री भाव, कुछ दीन दुखी हैं उनके प्रति दया करुणा का भाव, कुछ जो निरन्तर सत्कर्मों में लगे हुए हैं उनके प्रति आनन्द का भाव एवं कुछ ऐसे भी हैं जो पाप कर्मों में लगे हुए हैं, ऐसे दुष्टों के प्रति उपेक्षा का भाव रखकर हमें सम्पूर्ण समाज को जोड़ने का प्रयास करते रहना चाहिए। संघ के लाखों समर्पित कार्यकर्ता देश निर्माण के महान कार्य में लगे हुए हैं संघ सम्पूर्ण समाज की सज्जन शक्ति का आवाहन करता है अपने देश को पुनः विश्व गुरू की प्रतिष्ठा दिलाने के लिए हम सब मिलकर संकल्प लें हमारा प्रत्येक कार्य देश हित के लिए हो। साथ ही उन्होंने श्रीकृष्ण दास जीवन वृतांत की चर्चा करते हुए कहा कि ‘नर सेवा नारायण सेवा’ को ही अपने जीवन का ध्येय मानकर आजीवन समाज सेवा में लगे रहे, उनका जीवन हम सबके लिए बहुत ही प्रेरणादायी है। संगोष्ठी में विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ प्रचारक वीरेंद्र ने स्व.श्री कृष्ण दास के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। उनके द्वारा शुरू किये गए सेवकार्यों की चर्चा भी की।
उद्बोधन से पूर्व कार्यक्रम का परिचय डॉ सुरेश अग्निहोत्री व फाउंडेशन के द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में नवल माहेश्वरी ने विस्तार से बताया। इस अवसर पर स्व. श्रीकृष्ण दास द्वारा रचित पुस्तक "नर सेवा नारायण सेवा" के द्वितीय संस्करण का विमोचन भी मंच के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर माँ भारती की सेवा में कार्य कर रहे जनपद के निवासी संघ के वर्तमान प्रचारक राम मनोहर पाण्डेय शिवराजपुर(भारतीय किसान संघ), शिवकुमार मिश्र तुर्तीपुर (हिन्दू जागरण मंच), एवं पूर्व प्रचारक शिव ओम पाण्डेय, अजय अवस्थी, अंबरीशज अग्रवाल, राकेश शर्मा को सम्मानित किया गया जबकि स्वर्गीय कार्यकर्ताओं में गंगा भक्त सिंह, त्रियुगीनाथ गुप्ता, शिवराज सिंह, रामबली मिश्रा, चंद्रहास मिश्रा, रामचन्द्र, रामाधार दीक्षित मदारा, रघुनाथ सिंह मुजाहिदपुर, रामसागर मिश्रा – शिरोमणि नगर, नरेशचंद्र मिश्रा, राधेश्याम रस्तोगी के परिवारीजनों का माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में आरएसएस के प्रांत संघचालक कृष्णमोहन, प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ अशोक कुमार दुबे, विभाग संघचालक शिवस्वरूप, जिला प्रचारक रवि, जिला कार्यवाह संजीव खरे, फाउंडेशन के संरक्षक बाल कृष्ण जिंदल, डॉ सीपी कटियार, डॉ अजय सिंह, डॉ ए.पी. सिंह, विधायक आशीष सिंह आशू, पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण शास्त्री, राजेश अगिनहोत्री आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अभय शंकर शुक्ला द्वारा जबकि धन्यवाद ज्ञापन आशीष माहेश्वरी द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अन्त में गोलोकवासी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सह सरकार्यवाह मदन दास देवी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन भी रखा गया।