बागपत में स्वर्णिम व्याघ्रप्रस्थ का प्रतीक बनी राष्ट्रवंदना चौक की यह फोटो, 21 वर्षीय अमन ने यूनेस्को में भेजी।
प्रतियोगिता की विजेता प्रविष्टियों के चयन के लिए 6 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है जो विभिन्न मानकों को ध्यान में रखते हुए फोटो प्रविष्टियों की जांच कर विजेताओं की सूची तैयार करेगी। वहीं पुरुस्कार में प्रथम स्थान पाने वाले विजेता को एक पेशेवर कैमरा मिलेगा। दूसरे स्थान के विजेता को एक अर्ध-पेशेवर कैमरा मिलेगा। तीसरे स्थान के विजेता एक मानक-मॉडल डिजिटल कैमरा जीतेंगे। इसके अलावा, प्रतियोगिता की लगभग 50 सर्वश्रेष्ठ तस्वीरें एक विशेष फोटो एल्बम में दिखाई देंगी और दुनिया भर के विभिन्न स्थानों में आयोजित एक प्रदर्शनी में प्रदर्शित की जाएंगी।
यूनेस्को द्वारा आयोजित यह प्रतियोगिता युवाओं को एक नई और अधिक समावेशी दुनिया के लिए अपनी रचनात्मकता और दृष्टिकोण साझा करने का अवसर प्रदान करती है जहां सहिष्णुता और अंतरसांस्कृतिक संवाद लोगों को एक-दूसरे को समझने में मदद करे और शांति से एक साथ रहें। इस संदर्भ में, यूनेस्को, अपनी कई पहलों के माध्यम से, सीखने, ज्ञान और शिक्षा तक पहुंच का समर्थन करने और युवाओं को शामिल करने का प्रयास कर रहा है।