विनोबा विचार प्रवाह यात्रा समस्तीपुर बिहार पहुंची, दसवें नंदिनी लोकमित्र शिविर की सुंदर हुई शुरुआत 

Vinoba vichR pravah

 *स्त्री शक्ति जागरण के बिना देश का विकास संभव नहीं होगा, बहनों के आगे आने से अहिंसा का युग जरूर आयेगा: अमर नाथ भाई*

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

समस्तीपुर, बिहार।   विनोबा विचार प्रवाह के सूत्रधार रमेश भइया ने बताया कि  कल दिन में साढ़े दस बजे बल्लभगढ़ में हो रहे अंतरराष्ट्रीय युवा शिविर से बीच में ही निकल कर दौड़ते दौड़ते मेट्रो स्टेशन पकड़ी और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंचते पहुंचते ट्रेन छूटने का तो समय हो गया था। सोचा कि अब शायद ट्रेन नहीं मिल पाएगी।लेकिन बाबा की कृपा से ट्रेन खड़ी मिल गई और मेरे बैठने के बाद चार मिनट में गाड़ी चल पड़ी। और सबेरे 8 बजे गाड़ी हमारी समस्तीपुर पहुंचने वाली थी लेकिन समस्तीपुर से पहले कर्पूरी ग्राम में रुक गई और 45 मिनट रुकी रही। अंततः 10 बजे हम लोग समस्तीपुर शिविर स्थल पहुंचे।जहां सुजाता बहन प्रतीक्षा कर रही थी। पूज्य माता श्रीमती सुशीला सिंह द्वारा और 11 बहनों सहित दीप प्रज्वलन किया गया।   शिविर की शुरूआत सर्वधर्म प्रार्थना से शुरू कर बाबा विनोबा की वाणी में स्त्री शक्ति के बारे में संदेश सुनने के बाद नंदिनी शिविर का उद्देश्य भैया जी ने सभी को बताया। यह सौभाग्य ही कहा जायेगा कि  यहां आदरणीय अमर नाथ भाई श्री अलख नारायण भाई और श्री मणि लाल पाठक जी  मौजूद थे । जिनका आशीर्वाद इस शिविर के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा सकती है। अमर नाथ भाई ने शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि  वेद पुराण के समय से ही नारी शोषण का कार्य शुरू हुआ। उदाहरण दिया कि अहिल्या को जो सजा मिली थी गलती तो उसकी नहीं थी। फिर जब अहिल्या का उद्धार की घटना हुई तो राम के पैर स्पर्श से ही क्यों जबकि सीता जी तो ज्यादा पवित्र भाव से वनयात्रा में राम के साथ थी। इसी प्रकार जब सीता को जंगल में छोड़ा गया ।  यह सब बताने के बाद भाई जी ने कहां कि आज देश में जो वर्तमान परिस्थिति है वह बहुत अनुकूल नहीं है इसलिए सुंदर वातावरण बनाने के लिए नंदिनी शिविर की बहुत उपयोगिता दीख़ रही है। बाबा ने बहनों से जो अपेक्षा की उसका उल्लेख भी उन्होंने किया। मुजफ्फर पुर की देश भर में विख्यात विचारक शैफाली बहन ने बताया कि पुरुष स्त्री में भेद अगर है भी तो वह झंडा उठाने से तो नहीं मिट जायेगा। वह खुद से करने से ही होगा। आत्मा का भेद तो है ही नहीं। समाज में बहनों को भी एक स्पेस मिलना चाहिए। डा सुजाता चौधरी ने कहा कि नंदिनी शिविर के माध्यम से एक नया वातावरण बन रहा है। हर बहन को पढ़ाई का मौका मिलना चाहिए। अगर कोई बेटी वंचित है तो उसी के लिए हमारा संस्थान है।जो भागलपुर बांका और समस्तीपुर में विद्यालय चला रहा है।इस वर्ष 200 बालिकाओं की निशुल्क शिक्षा देने के लिए काम करेंगे। इस शिविर की एक विशेषता है कि पांच प्रदेशों से आए पंद्रह प्रतिनिधि और  बिहार से 25 _ 30 बेटियां भाग ले रही हैं। जो कक्षा 8 से 12 की भागलपुर बांका स्कूल समस्तीपुर की विद्यार्थी हैं। नंदिनी परिवार के संयोजक श्री संजय राय के मार्गदर्शन में चल रहे नंदिनी शिविर में सभी ने अपना परिचय दिया। सह संयोजक डा भारती देवी ने सभी का विधिवत पंजीकरण कर बैग आदि  सभी सामग्री दी। द्वितीय सत्र की शुरुआत विनोबा सेवा आश्रम की विमला बहन ने अपनी सामाजिक यात्रा का संक्षेप में रक्खा और बताया कि स्त्री शक्ति के जागरण हेतु नंदिनी बड़ा काम कर रहा है। , लोक चेतना समिति एवं उदय संस्था की प्रमुख तनुजा मिश्रा ने कहा कि हमारे जीवन में तमाम संघर्ष आए लेकिन हम आगे बढ़े।,  , शाहजहांपुर की अल्पना बहन और कमला सिंह ने अपने कामों की जानकारी दी। , दिल्ली की उन्नति संस्था दल की रीता धर्मरित ने अपनी संस्था के बारे में बताया।, उदय संस्था वाराणसी की उषा उपाध्याय  और  राकेश पाल,  ऋतु राज , सीता मढ़ी की उषा शर्मा, बलिया करौंज के संदीप कुमार  प्रजापति संध्या बहन आरती वर्मा  पूजा वर्मा  भागलपुर के मोहन कुमार भाई के साथ आठ बेटियां आईं हैं।  अभिषेक भाई रितेश सिंह, मुस्तफा भाई हरी शंकर सिंह रामप्रवेश सिंह  शिक्षक,जय माला देवी, डा रुक्मिणी,ने भाग लिया।

Share this story