ऐश्प्रा फाउंडेशन की पहल से लखनऊ में 37वें निःशुल्क आरओ प्लांट का हुआ उद्घाटन, 1,000-1,200 लीटर प्रति घंटा की क्षमता वाले प्लांट से शुद्ध पेयजल आसानी से उपलब्ध

37th free RO plant inaugurated in Lucknow on the initiative of Ashpra Foundation

Pure drinking water easily available from the plant having capacity of 1,000-1,200 liters per hour

 
37th free RO plant inaugurated in Lucknow on the initiative of Ashpra Foundation  Pure drinking water easily available from the plant having capacity of 1,000-1,200 liters per hour

लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय).ऐश्प्रा फाउंडेशन की पहल के अंतर्गत हरि प्रसाद गोपी कृष्ण सराफ प्राइवेट लिमिटेड द्वारा डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज़ में बुधवार को अपने 37वें निशुल्क आरओ चिल्ड वॉटर प्लांट का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल निदेशक,  डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज, प्रो. (डॉ.) सी.एम. सिंह ने प्लांट का शुभारंभ किया। उनके साथ प्रो. विक्रम सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और डॉ. अरविंद कुमार सिंह, चिकित्सा अधीक्षक विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इनके अलावा ऐश्प्रा के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक व गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।

इस अवसर पर निदेशक, डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज़, प्रो. (डॉ.) सी.एम. सिंह ने ऐश्प्रा फाउंडेशन के इस प्रयास की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह पहल न सिर्फ यहां आने वाले लोगों को शुद्ध जल मुहैया कराएगी बल्कि समाज में पानी बचाने और सेहत को लेकर जागरूकता बढ़ाने में भी बड़ी भूमिका निभाएगी।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. विक्रम सिंह ने कहा कि इस पहल से लोगों में सेहत को लेकर सतर्कता बढ़ेगी और बीमारियों से बचाव आसान होगा। ऐसी कोशिशें आने वाले वक्त में साफ पानी की कमी को दूर करने में कारगर साबित होंगी। वहीं चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि 1,000-1,200 लीटर प्रति घंटे की क्षमता वाला यह प्लांट एक बोरिंग से भूगर्भ जल लेकर शुद्ध करता है और दूसरी बोरिंग के ज़रिये अतिरिक्त जल को भूगर्भ में लौटाता है। इस तरह के छोटे प्रयास भविष्य में बड़े बदलाव की नींव रखते हैं।

ऐश्प्रा जेम्स एंड ज्वेल्स के डायरेक्टर श्री अतुल सराफ और श्री अनूप सराफ ने इस अवसर पर समाज के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी दोहराते हुए कहा कि हम न केवल शुद्ध जल उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयासरत हैं बल्कि जल शुद्धि की प्रक्रिया में होने वाली पानी की बर्बादी को रोकना भी हमारी प्राथमिकता है। इतना ही नहीं लोगों को जल संचयन के बारे में जागरूक करना बेहद आवश्यक है क्योंकि शुद्ध जल की उपलब्धता लगातार घट रही है।

Tags