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कमिश्नरेट कानपुर नगर का चतुर्थ स्थापना दिवस-2025

Fourth Foundation Day of Commissionerate Kanpur Nagar-2025
 
Fourth Foundation Day of Commissionerate Kanpur Nagar-2025
लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय)।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  की परिकल्पना एवं दूरदर्शिता के फलस्वरूप प्रदेश में कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत एक नई पहल की शुरूआत करते हुए पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू किया गया। वर्तमान में प्रदेश के 07 प्रमुख जनपदो में कमिश्नरेट प्रणाली प्रचलित है, जिसके बेहतर परिणाम प्राप्त हो रहे है। इसी क्रम में चार वर्ष पूर्व कानपुर नगर में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू की गयी थी।

कानपुर पुलिस, कमिश्नरेट प्रणाली के चार वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आज दिनांक 25-03-2025 को कानपुर नगर में सेवा, सुरक्षा, सुशासन थीम के अन्तर्गत विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि  उच्चशिक्षा मंत्री उ०प्र० सरकार  योगेन्द्र उपाध्याय, मा० राज्यमंत्री समाज कल्याण  असीम अरूण एवं  प्रशान्त कुमार पुलिस महानिदेशक उ०प्र० द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। कार्यक्रम का संचालन पुलिस आयुक्त कानपुर नगर द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की उपलब्धियों एवं भविष्य की चुनौतियों पर चर्चा की गयी तथा पुलिस कमिश्नरेट का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया गया।

पुलिस महानिदेशक उ०प्र० द्वारा अपने सम्बोधन में कहा गया कि आज का दिन हम सभी के लिए गर्व, संतोष और आत्ममंथन का दिन है। एक ओर जहां उत्तर प्रदेश सरकार, जो कि मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में, आठ वर्ष पूरे कर रही है, साथ ही साथ हम लोग कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की स्थापना को भी चार वर्ष पूरे कर रहे है। पुलिस महानिदेशक  द्वारा उपस्थित राज्यमंत्री समाज कल्याण असीम अरूण को भी उनके 03 वर्ष पूरे होने के लिए बधाई देते हुए कहा गया कि यह पुलिस परिवार के लिए गर्व का विषय है कि जिस तरह से आपने एक सफल पुलिस अधिकारी के रूप में कार्य किया है उसी प्रकार एक सफल मंत्री के रूप में भी अपने दायित्वों को निभा रहे हैं और जनता की सेवा कर रहे हैं। यह दोहरी सफलता 08 वर्ष सरकार के और 04 वर्ष कमिश्नरेट की केवल एक प्रशासनिक और संस्थागत 
सफलता नहीं है बल्कि यह जनता के विश्वास, सुरक्षा और सशक्त शासन की गूंज है।  मुख्यमंत्री को जब नेतृत्व मिला तब उन्होंने अपनी प्राथमिकताएं तय की जिसमें कानून व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता थी, क्योंकि उनका मानना था कि बिना कानून व्यवस्था अच्छी हुए विकास का कोई इकोसिस्टम, डेवलपमेंट का कोई भी वातावरण पूर्ण नहीं हो सकता है। यह उनका पूर्ण विश्वास था और उनके इसी लक्ष्य को अपराध और अपराधियों के प्रति शासन की जीरो टॉलरेंस की नीति का पालन किया गया और आप सभी आज देख रहे होंगे कि एक ऐसा माहौल बना है कि उत्तर प्रदेश के पुलिसिंग के मॉडल की सराहना सभी जगह की जाती है और हमारे फील्ड के अधिकारियों ने ऐसे परिणाम दिए हैं

जो की चौंकाने वाले हैं। कानून व्यवस्था इतनी अच्छी है कि 'Ease of Doing Business" में हम लोग छलांग लगाकर दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। यहां निवेश पिछले 08 वर्षों में जितने हुए, वह उसके पिछले 15 वर्षों से लगभग 10 गुना अधिक है। यह तभी संभव है जब एक अच्छा वातावरण कानून व्यवस्था के बारे में मिले। जहां तक कमिश्नरी का सवाल है। मंत्री जी को हमसे अधिक पता है इन्होंने बचपन से कमिश्नरी की लड़ाई देखी है और 50 वर्ष के इंतजार के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस को पुलिस कमिश्नरी का तोहफा माननीय मुख्यमंत्री जी ने दिया और पहले चरण में दो कमिश्नरी बने और द्वितीय चरण में कानपुर की कमिश्नरी हुई। जो सीनियर पुलिस अफसर होते है

उन्हीं को कमिश्नरी का दायित्व दिया जाता है, पिछले 08 वर्ष में पूरे तरीके से पारदर्शी भर्ती के बाद 02 लाख 15 हजार से भी अधिक पुलिसकर्मी भर्ती किए गए हैं जहां किसी भी तरह की कोई शिकायत नहीं है। हमारे पुलिसकर्मी भर्ती किए गए हैं जहां किसी भी तरह की कोई शिकायत नहीं है। हमारे पुलिस कर्मियों की संख्या लगभग 04 लाख से अधिक है जिसमें से 2,15,000 से अधिक नए पुलिस कर्मी हैं। 2017 में पुलिस बल में बेटियों की संख्या सिर्फ 10,000 थी और उसके बाद से 30,000 महिलाओं की भर्ती हुई और अभी जो 60,000 भर्ती हुई है उसमें 12,000 से अधिक हमारी महिलाएं उसमें उत्तीर्ण हुई है तो कुल मिलाकर आज के दिन में हमारी लगभग 50,000 महिला का संख्या बल है।

महिला के लिए मिशन शक्ति की एक बहुत बड़ी महत्वाकांक्षी योजना जो सरकार ने चलाई है इसमें महिला सुरक्षा, सम्मान और उसके स्वावलंबन इन तीनों मुद्दों पर सरकार पूरी तरीके से कटिबद्ध है और इस दौरान महिलाओं के अपराधों में सजा की दर अगर हम देखें तो पूरे देश में उत्तर प्रदेश नंबर वन स्थान पर है। पिछले 14 महीनों में हम लोगों ने 79,000 लोगों को सजा दिलाई है जिसमें से 65 से अधिक मृत्यु दंड भी है।

पुलिस महानिदेशक द्वारा यह भी बताया गया कि उ०प्र० पुलिस द्वारा कोविड जैसी महामारी में सराहनीय कार्य किया गया तथा दिन रात अथक परिश्रम करके कोविड को नियन्त्रित करने में विशेष योगदान दिया गया तथा जनता की सेवा की गयी ऐसे ही महाकुंभ में पुलिस के दुर्व्यवहार की कहीं कोई शिकायत नहीं मिली जबकि 66 करोड़ से अधिक लोग आए और लगातार 45 दिन तक हमारी पुलिस ने बिना शस्त्र के, केवल सीटी और रस्सी के सहारे ड्युटियां की। ऐसी अद्भुत व्यवस्था जो विश्व में किसी ने भी नहीं किया, वह उत्तर प्रदेश पुलिस ने करके दिखाया इसके लिए हमारे सभी जवानों को हमारे अधिकारियों को बहुत-बहुत बधाई ।

कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले उद्यमी, समाजसेवी, नागरिको एवं पुलिस कर्मियों को पुलिस महानिदेशक  द्वारा उनके कार्यों की प्रशन्सा करते हुए प्रशस्त्रि-पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर  महापौर कानपुर नगर, विधायक गण, मण्डलायुक्त कानपुर नगर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी / गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहें।
स्थापना दिवस कार्यक्रम का समापन बडे खाने से किया गया जिसमें पुलिस महानिदेशक उ०प्र०  द्वारा पुलिस कर्मियों को अपने हाथो से भोजन कराया किया गया।

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