भारत का उत्सव" थीम पर आधारित सांस्कृतिक प्रदर्शनी में 75 शाखाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया

इस अनूठे कार्यक्रम में जयपुरिया ग्रुप से जुड़ी करीब 75 शाखाओं ने हिस्सा लिया। प्रत्येक प्रतिभागी समूह ने किसी एक राज्य या केंद्रशासित प्रदेश की झांकी प्रस्तुत की, जिसमें छात्र-छात्राओं ने अपने-अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य के नेतृत्व में भाग लिया। सभी प्रस्तुतियाँ भारतीय संस्कृति की विविधता को समर्पित थीं — जिसमें खानपान, पारंपरिक वेशभूषा, भाषा, कला और नृत्य का जीवंत प्रदर्शन किया गया।
गोयल कैंपस की टीम, जिसमें प्रधानाचार्या डॉ. रीना पाठक के निर्देशन में छात्र ओजस दीक्षित, अदिति सिंह, आमना राशिद, दीपशिखा, उज्ज्वल मिश्रा, ऋद्धिमन और शिखा शामिल थे, ने पश्चिम बंगाल की सांस्कृतिक विरासत को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। उनकी झांकी का शीर्षक था: "जहां संस्कृति मिलती है विरासत से"। इस प्रस्तुति ने खान-पान, नृत्य, भाषा और पारंपरिक कला के माध्यम से राज्य की समृद्ध विरासत को जीवंत कर दिया और प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल किया।
यह आयोजन न केवल छात्रों की रचनात्मकता और सहयोग की भावना को बढ़ाने वाला था, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विविधता को जानने और समझने का एक उत्कृष्ट मंच भी सिद्ध हुआ।