एमएलके पीजी कॉलेज, बलरामपुर के वनस्पति विज्ञान विभाग का शैक्षणिक भ्रमण — नैनीताल में वनस्पतियों का अध्ययन और संग्रह

बलरामपुर। एमएलके पीजी कॉलेज, बलरामपुर के वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा एमएससी बॉटनी प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए एक शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया गया। इस भ्रमण का नेतृत्व विभागाध्यक्ष डॉ. राजीव रंजन ने किया, जबकि शैक्षणिक भ्रमण समन्वयक डॉ. मोहम्मद अकमल एवं श्रवण कुमार के निर्देशन में विद्यार्थियों ने उत्तराखंड राज्य के नैनीताल क्षेत्र में विभिन्न वनस्पतियों का अध्ययन और संग्रह किया।
विद्यार्थियों ने इस दौरान अनेक दुर्लभ और महत्वपूर्ण वनस्पतियों का निरीक्षण किया, जिनमें प्रमुख रूप से प्लेजियोकाजमा, फ्यूनेरिया तथा प्रसिद्ध सिलेजिनेला (संजीवनी बूटी) शामिल थीं। साथ ही विद्यार्थियों ने जिम्नोस्पर्म वर्ग के कई पौधों — जैसे पाइनस, कयूप्रेसस और थूजा — का अध्ययन किया तथा पाइनस के फीमेल कोन का संग्रह भी किया।

भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने सबसे पहले इको केव गार्डन का दौरा किया, जो नैनीताल के सूखाताल क्षेत्र में स्थित है। यह स्थान प्राकृतिक गुफाओं का समूह है, जिन्हें वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास के रूप में विकसित किया गया है। यहां बाघ, तेंदुआ, चमगादड़ और गिलहरी जैसी छह अलग-अलग गुफाओं को देखकर विद्यार्थियों ने पारिस्थितिकी तंत्र की विविधता को नज़दीक से समझा।
इसके पश्चात दल ने पंगूट रोड स्थित हिमालय दर्शन स्थल का भ्रमण किया, जहाँ से नंदा देवी, त्रिशूल और पंचाचूली पर्वत शिखरों का अद्भुत दृश्य दिखाई देता है। इसके बाद विद्यार्थियों ने सरिता ताल (सरियाताल) का भी दौरा किया, जो नैनीताल से लगभग 8–10 किलोमीटर की दूरी पर कालाढूंगी रोड पर स्थित एक शांत और सुरम्य झील है।

भ्रमण के अंत में सभी ने मंशा देवी मंदिर और भव्य हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।इस शैक्षणिक भ्रमण में मोहम्मद फैज़, सौम्य पाण्डे, उपेन्द्र पाण्डे, रिचा उपाध्याय, इप्सिता, फूलमती, बसंती, अंबिका, सौम्या और अदिति सहित अन्य छात्र-छात्राएँ सम्मिलित हुए। इस यात्रा का उद्देश्य विद्यार्थियों को वनस्पतियों की प्रजातीय विविधता, उनके पारिस्थितिक महत्व और प्राकृतिक आवासों के संरक्षण के प्रति जागरूक करना था, जिसे इस भ्रमण ने सफलतापूर्वक पूरा किया।
