नशे की लत परिवार को निगल रही

आज का कार्यक्रम नशा मुक्ति और भारत रत्न चौधरी चरण सिंह जी की विचारधारा पर केंद्रित रहा lहलीमा अजीम, अध्यक्ष महिला विग, शराबबंदी संघर्ष समिति ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए बताया कि धूम्रपान और शराब की लत सबसे पहले मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, फिर शारीरिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचाती है और स्थिति लगातार बिगड़ती जाती है।
उन्होंने नशे से दूर रहने और ऐसे लोगों से बचने की सलाह दी जो नशे के आदि होते हैं। इसी क्रम में रोहित अग्रवाल ने शराब की लत के शारीरिक दुष्प्रभावों पर चर्चा की और भारत रत्न चौधरी चरण सिंह की विचारधारा के बारे में बताया, जिन्होंने शराबबंदी का समर्थन किया था। तदोपरांत मुर्तज़ा अली ने जीवन को बचाने के लिए शराब से दूर रहने का संदेश दिया। समिति के सलाहकार पीसी कुरील ने भी छात्रों को किसी भी तरह के मद्यपान से दूर रहकर स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉक्टर अर्चना सिंह ने कहा कि अल्कोहल पीने से लिवर तथा शरीर के कई अंग खराब हो जाते हैं
इसलिए इसे दूरी बनाकर रहे ।कार्यक्रम के क्रम में नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता हुई जिसके विषय शराब और नशे की लत, मोबाइल और गेमिंग एडिक्शन, तथा बालिका शिक्षा पर आधारित थे l नुक्कड़ नाटक प्रदर्शन में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली टीम नीरजा भनोट ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और प्रथम स्थान प्राप्त किया जिनको शराब बंदी संघर्ष समिति के द्वारा मोमेंटो तथा मेडल देकर पुरस्कृत किया ।
शिविर का समापन छात्र-छात्राओं द्वारा पूरी-सब्जी बनाकर सभी शिक्षकों, प्राचार्य और स्वयंसेवकों के साथ भोजन करने के साथ हुआ, जिससे यह दिन ज्ञानवर्धक और यादगार बन गया। समस्त कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर पीके सिंह, डॉ अर्चना सिंह एवं डॉक्टर प्रणति मिश्रा, शिविर के कप्तान अनुष्का तिवारी तथा कार्तिकेय दीक्षित के मार्गदर्शन में हुआ।