महिला उद्यमिता और MSME विकास के लिए ABWCI और आकांक्षा समिति के बीच हुआ समझौता
उद्देश्य: महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना
इस समझौते के तहत प्रदेशभर में महिला नेतृत्व वाले व्यवसायों और स्वयं सहायता समूहों को प्राथमिकता दी जाएगी। इनका उद्देश्य महिलाओं को न केवल व्यवसाय के लिए तैयार करना है, बल्कि उन्हें डिजिटल मार्केटिंग और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से अपने उत्पादों को व्यापक बाज़ार तक पहुँचाने में सक्षम बनाना भी है।
नेतृत्व की भूमिका में महिलाएं
एबीडब्ल्यूसीआई की संस्थापक और थिंक थ्रू कंसल्टिंग की ग्लोबल मैनेजिंग पार्टनर, पारुल सोनी ने इस अवसर पर कहा:
“समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए महिला-नेतृत्व वाले उद्यम अत्यंत आवश्यक हैं। यह समझौता उत्तर प्रदेश की महिलाओं के लिए आर्थिक प्रगति का एक सशक्त मंच प्रदान करेगा और भारतीय MSME सेक्टर को वैश्विक मंच पर बेहतर प्रतिनिधित्व देगा।”
महिलाओं को जमीनी स्तर पर सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता
आकांक्षा समिति की अध्यक्ष डॉ. रश्मि (IAS) ने कहा कि:
“हमारा उद्देश्य जमीनी स्तर पर कार्य करते हुए महिलाओं को आत्मनिर्भर और सक्षम बनाना है। इस साझेदारी से हम महिलाओं को न केवल कौशल दे पाएंगे, बल्कि उन्हें कारोबारी रूप से सक्षम भी बना सकेंगे।”
कार्यक्रम में रहा महिला सहभागिता का उत्साह
समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान दोनों संगठनों के पदाधिकारी, कई महिला उद्यमी और आकांक्षा समिति की सदस्याएं उपस्थित रहीं। यह कार्यक्रम महिला उद्यमिता को समर्थन देने की दिशा में एक सशक्त प्रयास साबित हुआ है।
लखनऊ डेस्क (आर. एल. पाण्डेय): उत्तर प्रदेश में महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने और माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (MSME) की संरचना को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। एसोसिएशन ऑफ बिजनेस वुमेन इन कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (ABWCI) और आकांक्षा समिति के बीच आकांक्षा केंद्र, लखनऊ में समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए।
