2,500 करोड़ की लागत से बना एआई पावर्ड‑कैम्पस, इंजीनियरिंग ही नहीं ह्यूमैनिटीज में भी मिलेगी एआई आधारित इंडस्ट्री कोलैबोरेटेड शिक्षा

AI powered campus built at a cost of 2,500 crores, AI based industry collaborated education will be available not only in engineering but also in humanities
 
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हरदोई/ लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय).अब यूपी के छात्र-छात्राओं को सिर्फ डिग्री ही नहीं, बल्कि एआई आधारित शिक्षा, इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स की गाइडेंस और ग्लोबल लेवल इंडस्ट्री ओरिएंटेड स्किल्स भी मिलेंगी। यह बात चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश के प्रो-वाइस चांसलर प्रो. डॉ. थिपेंद्र पी. सिंह ने हरदोई में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही। 
इस अवसर पर प्रो. डॉ. थिपेंद्र पी. सिंह, प्रो-वाइस चांसलर, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, यूपी ने बताया कि यूनिवर्सिटी ने 50 इंडस्ट्री-कोलैबोरेटेड ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट कोर्स लॉन्च किए हैं। 
ये कोर्स इंजीनियरिंग, बिजनेस, हेल्थ, ह्यूमैनिटीज, लीगल स्टडीज़ जैसे विषयों में उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा, "हमारा मकसद केवल डिग्री देना नहीं है, बल्कि छात्रों को शुरू से ही ऐसी शिक्षा देना है जिससे वे नौकरी के लिए तैयार हो सकें। यूनिवर्सिटी ने गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, आईबीएम, क्विक हील, एनएसई, पीडब्ल्यूसी, केपीएमजी जैसी 23 ग्लोबल कंपनियों के साथ एमओयू किए हैं। इन कंपनियों के सहयोग से छात्रों को लाइव प्रोजेक्ट, रिसर्च लैब्स और गारंटीड प्लेसमेंट का मौका मिलेगा।
यूनिवर्सिटी का कैंपस उन्नाव के एससीआर क्षेत्र में स्थित है, जो 2500 करोड़ की लागत से तैयार किया गया भारत का पहला एआई-सपोर्टेड कैंपस है। यहाँ हर कोर्स में एआई तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे छात्र शुरुआत से ही इंडस्ट्री रेडी बन सकें।
इस मौके पर प्रो. डॉ थिपेंद्र पी सिंह ने सीयूसीईटी 2025 पोर्टल https://cucet.cuchd.in लॉन्च करते हुए कहा की इस पोर्टल के ज़रिए छात्र सीयू यूपी में एडमिशन व 40 करोड़ रुपये तक की स्कॉलरशिप का लाभ ले सकते हैं। इसके अलावा, रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए ‘सी.वी. रमन स्कॉलरशिप’ के तहत 3 करोड़ रुपये की राशि भी दी जाएगी।
इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. अजय यादव ने बताया कि यूनिवर्सिटी ने रैबिट एआई के साथ मिलकर 5 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस शुरू करने की योजना बनाई है। यह पहली बार है जब किसी प्राइवेट यूनिवर्सिटी में एआई के इतने केंद्र बनाए जाएंगे। उन्होंने आगे बताया कि यूनिवर्सिटी ने बी.टेक, एमबीए, एमसीए, बीसीए जैसे कोर्सेज को इंडस्ट्री के साथ मिलकर डिजाइन किया है। छात्र इन कोर्सेज में क्लाउड कंप्यूटिंग, डेटा एनालिटिक्स, साइबर सिक्योरिटी, फिनटेक और मशीन लर्निंग जैसे नए विषय पढ़ेंगे। हाल ही में, यूनिवर्सिटी में माइक्रोसॉफ्ट द्वारा एक एआई बूटकैम्प भी आयोजित किया गया था, जिसमें 300 से अधिक छात्रों ने भाग लिया और उन्हें रियल टाइम तकनीकों पर काम करने का अनुभव मिला। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश को यूजीसी से मान्यता प्राप्त है, और यह राज्य की पब्लिक यूनिवर्सिटी की सूची में भी शामिल है। वहीं इस वर्ष यूनिवर्सिटी को लॉ कोर्सेज 
शुरू करने के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया से मान्यता मिलने के साथ ही इसके स्कूल ऑफ फार्मेसी को फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया से भी मान्यता मिल गई है। जो यूपी में लीगल स्टडीज समेत फार्मेसी की शिक्षा का नया आयाम स्थापित करने में सहायक होगी।
रजिस्ट्रार डॉ. अजय यादव ने बताया कि हमारी कोशिश है कि हर छात्र को शुरुआत से ही गुणवत्तापूर्ण, प्रैक्टिकल और भविष्य को ध्यान में रखकर तैयार की गई शिक्षा मिले, जिससे वो अपने करियर में सफल हो और वैश्विक पटल पर देश का नाम रोशन करें।

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