हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव के सांस्कृतिक मंच पर नृत्य, सम्मान और परंपरा का अद्भुत समन्वय

लखनऊ, 6 दिसंबर 2025। स्मृति उपवन में माँ गायत्री जन सेवा संस्थानएवं नीशू वेलफेयर फाउंडेशनके संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या नृत्य, सम्मान और परंपरा के उत्कृष्ट संगम की साक्षी बनी।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पार्षद पूजा जायसवानी, विशिष्ट अतिथि डॉ. मालविका हरिओम, सीमा जायसवानी, अलका जायसवानी, तथा आयोजक अरुण प्रताप सिंह, गुंजन वर्मा, रनवीर सिंह और हेमू चौरसिया द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुआ।
बाल कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुतियाँ
संध्या का पहला आकर्षण क्रिएटिव डांस अकैडमी की निर्देशिका अर्पिता सिंह के निर्देशन में प्रस्तुत नृत्य कार्यक्रम रहा। अविका, आरिका, विद्यांशी, अंशिका, वरा, भूमि, नेहल, समृद्धि और वैष्णवी की प्रस्तुतियों ने मंच पर कला, संस्कृति एवं परंपरा का सुंदर ताना-बाना बुना और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
रेयान अस्मिता सम्मान 2025 का वितरण
कार्यक्रम में रेयान मंच की ओर से प्रतिष्ठित रेयान अस्मिता सम्मान 2025 प्रदान किया गया।पिछले दस वर्षों से प्रतिवर्ष 24 उत्कृष्ट महिलाओं को दिया जाने वाला यह सम्मान समाज में उल्लेखनीय योगदान देने वाली महिलाओं को समर्पित है।विशेष रूप से गृहिणी सम्मान, जो परिवार के लिए अपने करियर या शिक्षा का त्याग करने वाली महिलाओं को समर्पित है, इस वर्ष मधु गुप्ता को प्रदान किया गया। सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि डॉ. मालविका हरिओम, विशिष्ट अतिथि ऐश्वर्या सिन्हा, अति विशिष्ट अतिथि रेयान सिन्हा तथा कार्यक्रम की अध्यक्ष डॉ. अनीता श्रीवास्तव उपस्थित रहीं।
वर्ष 2025 की सम्मानित महिलाएँ
इस वर्ष सम्मानित महिलाओं में—विजयलक्ष्मी श्रीवास्तव, मधु श्रीवास्तव, मीना भारती, दीप्ति सिंह, अपर्णा तिवारी, नम्रता मिश्रा, नेहा तिवारी, प्रिया मित्तल, सरिता त्रिपाठी, शिखा श्रीवास्तव, तनूजा भट्ट, सुमन रावत, उपमाआर्य, युविका, मधु पाठक, बिंदु जैन तथा गृहिणी सम्मान से सम्मानित मधु गुप्ता शामिल रहीं। सभी को स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की शानदार श्रृंखला
कार्यक्रम में अद्विका तिवारी ने आकर्षक नृत्य प्रस्तुति दी।लिरिक्स एकेडमी ऑफ म्यूजिक की प्रस्तुतियों में वैष्णवी, अक्षिता और रिधिमा द्वारा गणेश वंदना पर नृत्य, सिद्धि द्वारा “श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी” भजन, तथा अक्षिता, रिधिमा, वैष्णवी, प्रिशा, अश्वी, निहारिका और हिमांशी का समूह नृत्य सराहना का केंद्र रहा।सोलो कलाकार अनोखी ने “नगाड़े संग ढोल बाजे” पर धमाकेदार प्रस्तुति देकर खूब तालियाँ बटोरीं। अंशू की “अच्युतम केशवम” प्रस्तुति भी विशेष रूप से प्रशंसित हुई।
महत्वपूर्ण उपस्थिति और संचालन
कार्यक्रम में महोत्सव समिति के मोनालिसा, रोली जायसवाल, मनोज सिंह चौहान एवं विवेक सिंह की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। संध्या का संचालन प्रदीप शुक्ला ने संयमित और प्रभावशाली शैली में किया।
