तेज गर्मी के बीच डॉक्टर राहुल सोनकर से जानें लू लगने के लक्षण, बचाव के उपाय और जरूरी सावधानियां

In the midst of intense heat, know the symptoms of heat stroke, preventive measures and necessary precautions from Dr. Rahul Sonkar
 
In the midst of intense heat, know the symptoms of heat stroke, preventive measures and necessary precautions from Dr. Rahul Sonkar
गोण्डा । तेज गर्मी ने इन दिनों सभी को परेशान किया हुआ है। अप्रैल की शुरुआत में ही पारा 40 के पास पहुंच रहा है। तेज गर्मी के बीच, हीट स्ट्रोक से बचना जरूरी है। लू लगने के लक्षण क्या है, इससे बचाव करने में कौन-से घरेलू नुस्खे मदद कर सकते हैं, चलिए एक्सपर्ट से समझते हैं।

इन दिनों गर्मी तेजी से बढ़ती जा रही है और पारा रोज ऊपर की ओर बढ़ रहा है। अप्रैल की शुरुआत में ही गर्मी के मारे बुरा हाल हो चुका है और पारा भी कई जगह 40 के आस-पास पहुंच चुका है। ऐसे में मई-जून में गर्मी क्या रिकॉर्ड तोड़ेगी, इसे लेकर अभी से सभी के मन में चिंता के बादल छाए हुए हैं। तेज गर्मी का असर हमारी सेहत पर भी होता है। तपिश वाले मौसम का असर, शरीर के हर अंग पर होता है और ऐसे में अपना खास ख्याल रखना जरूरी हो जाता है। गर्मी के महीनों में हीट स्ट्रोक से बचना बहुत जरूरी हो जाता है। हीट स्ट्रोक क्या है, गर्मी के मौसम में इससे कैसे बचना चाहिए, लू लगने पर शरीर में क्या लक्षण नजर आते हैं और किन घरेलू नुस्खों से आप खुद को इससे बचा सकते हैं, चलिए जानते हैं इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पंडरी कृपाल गोंडा डॉक्टर राहुल सोनकर

डॉ राहुल सोनकर ने बतलाया कि सबसे पहले आप लोग जानिए कि
हीट स्ट्रोक के क्या लक्षण होते है ?

गर्मियों के मौसम में अधिक तापमान, सेहत के लिए खतरा बन जाता है। ऐसे में हीट स्ट्रोक से बचना बहुत जरूरी है। जब शरीर बहुत अधिक गर्म हो जाता है और खुद को ठंडा नहीं कर पाता है, तो हीट स्ट्रोक होता है। ऐसा हाई टेम्परेचर में बहुत अधिक समय तक रहने या अधिक एक्सरसाइज के कारण होता है। इसके लक्षणों को समय पर पहचानकर, तुरंत इलाज करने से खतरे को कम किया जा सकता है। लू लगने पर स्किन लाल हो जाती है, दिल की धड़कन तेज हो जाती है, सिर में दर्द होता है, उल्टी महसूस होती है, मांसपेशियों में दर्द होता है और पसीना अधिक आता है। हीट स्ट्रोक की वजह से कई बार काम करने में और किसी चीज पर ध्यान देने में भी मुश्किल होती है। इसकी वजह से बेहोशी भी आ सकती है।


आप लोग हीट स्ट्रोक से बचने के लिए क्या करें ?


हीट स्ट्रोक से बचने के लिए खुद को हाइट्रेट रखना बहुत जरूरी है। दिन भर अधिक से अधिक पानी पिएं। शुगर वाली ड्रिंक्स, कॉफी और एल्कोहल से दूर रहें। इनसे डिहाइड्रेशन हो सकता है। अगर आप कोई फिजिकल एक्टिविटी कर रहे हैं, तो इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर ड्रिंक्स जरूर लें।


हवादार, हल्के रंग के और ढीले-ढाले कपड़े पहनें। इनसे शरीर ठंडा रहता है। वहीं, टाइट और गहरे रंग के कपड़े हीट को सोखते हैं और शरीर को गर्म रख सकते हैं।
धूप में अधिक समय न बिताएं। दिन में आउटडोर फिजिकल एक्टिविटी न करें। फिजिकल एक्टिविटी सुबह या शाम के वक्त करें।
बाहर निकलते वक्त खुद को यूवी रेज से प्रोटेक्ट करने के लिए, टोपी और चश्मे पहनें। सनस्क्रीन भी जरूर लगाएं।
दिन में 10 बजे से 4 बजे के बीच घर के अंदर ही रहें। इस समय पर गर्मी अधिक होती है।
जब आप बाहर जाएं, तो पेड़ों या छाते की छाया में ही रहें और सीधा धूप के संपर्क में आने से बचें।
बाहर काम या एक्सरसाइज करते वक्त खुद को एकसाथ ज्यादा न थकाएं और थोड़ी-थोड़ी देर में ब्रेक जरूर लें।
बच्चे, बड़े-बुजुर्गों और जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी है, उनका ज्यादा ख्याल रखें क्योंकि उन्हें गर्मी से जुड़ी बीमारियां जल्दी घेर सकती हैं।
बच्चों को फॉर्मूला मिल्क या ब्रेस्ट मिल्क से हाइड्रेट रखें और उन्हें हल्के कपड़े पहनाएं।
डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक का मुख्य कारण है। ऐसे में दिन भर खूब सारा पानी पिएं। आप जूस, हेल्दी ड्रिंक्स को भी डाइट का हिस्सा बना सकती हैं।
आप लोग बुखार महसूस करते हैं तो पेरासिटामोल /बुखार की कोई दवा न ले ।

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