क्या आपको भी शादी करने से लगता है डर?

 Gamophobia- The Fear of Marriage or any other commitments | How to overcome Gamophobia?
 
क्या आपको भी शादी करने से लगता है डर?
सो फाइनली वो दिन आ ही गए जब केवल आधा घंटा इंस्टाग्राम स्क्रोल कर लो तो दस-बारह लोगों की शादी की तस्वीरें दिख जाती हैं... हर साल शादी के सीज़न में यही हाल होता है... लेकिन एक मिनट, मेरे कुछ जानने वाले लोग तो ऐसे हैं जिनकी शादी अब तक हो जानी चाहिए थी, लेकिन अभी तक वो कुंवारे बैठे हुए हैं... ऐसा नहीं है कि शादी के लिए उन्हें कोई अच्छा रिश्ता नहीं मिल रहा है... बात सारी ये है कि वो शादी करने से डरते हैं... और इस डर का नाम होता है... Gamophobia!

रिलेशनशिप में कमिटमेंट नहीं चाहते क्योंकि उनको फिर से रिलेशन में धोखा खाने का डर बना रहता है

मुझे मालूम है कि बहुत से लोगों ने ये Gamophobia वर्ल्ड पहली बार सुना होगा... तो चलिए आज मैं इस रिपोर्ट में आपको Gamophobia के बारे में पूरी डीटेल में आपको पूरी जानकारी दे देती हूं...Gamophobia actually रिलेशनशिप से जुड़ा एक डर है... जब कोई शख्स, चाहे लड़का हो या लड़की... किसी दूसरे शख्स के साथ किसी commitment से डरता है तो इसे Gamophobia कहते हैं... इसे शादी के डर के तौर पर भी देखा जाता है यानी की शादी न करना भी Gamophobia कहलाता है... वो शख्स किसी भी रिलेशनशिप को लेकर confident नहीं होता कि ये चलेगा या नहीं... इसलिए वो किसी से कोई रिलेशनशिप नहीं रखना चाहता... इस फोबिया में इंसान दोबारा से दुखी होने से डरता है कि कही उसके साथ दोबारा से वही सब न हो जो उसके बीते दिनों में उसके साथ किसी रिलेशनशिप में बुरा हुआ हो...

आजकल तो young generation में gamophobia काफी ज्यादा बढ़ गया है... इसलिए ज्यादातर युवा शादी नहीं करना चाहते, रिलेशनशिप में कमिटमेंट नहीं चाहते क्योंकि उनको फिर से रिलेशन में धोखा खाने का डर बना रहता है और वो किसी भी रिलेशन में आगे नहीं बढ़ना चाहते.Mental health experts का मानना है कि आजकल यंग जनरेशन के लोगों में काम को लेकर काफी प्रेशर है, ऐसे में वो फैमिली की जगह काम को ज्यादा तवज्जो देते हैं, वहीं रिलेशनशिप में फेल होने का डर, साथ ही फाइनेंशियल इश्यूज की वजह से भी वो कमिटमेंट और शादी से डरते हैं...

Gamophobia की कई सारी वजुहात होती हैं... जैसे मान लीजिए कि किसी का कोई पुराना रिलेशन ऐसा रहा हो जिसमें उसने तो अपना हंड्रेड परसेंट दिया हो लेकिन सामने वाले ने उसके साथ वैसा न किया हो तब इंसान दोबारा से किसी कमिटमेंट में जाने से डरने लगता है चाहे उसे कितना भी समझाया जाए लेकिन वो समझने को और अपने पुराने रिलेशन के डर से निकलने को तैयार ही नहीं होता... इसके अलावा इसमें वो लोग भी शामिल होते हैं जो ये देखकर बड़े होते हैं यानी अपने ही घर में अपने पेरेंट्स का डिवोर्स या झगड़े भी किसी इंसान में इनसिक्योरिटी पैदा कर देती हैं... जिससे वो हर रिलेशन के लिए sureness खो देते हैं और उनमें कमिटमेंट को लेकर एक डर पैदा हो जाता है... इसके साथ ही कई बार अलग-अलग धर्म या जाति को लेकर भी ये डर पैदा होता है और आप इस रिलेशन पर विश्वास नहीं बना पाते...

खैर, मैं समझती हूं कि इस फोबिया या इस जैसे किसी भी फोबिया से निकल पाना आसान बिल्कुल भी नहीं होता... लेकिन आप ये एक छोटी सी बात समझने की कोशिश कीजिए कि आपको इससे बाहर निकलने की सख्त से सख्त ज़रूरत है वरना आप जिंदगी भर तन्हा और अकेले ही रह जाएंगे और तन्हा गुज़ारी गई ज़िंदगी किसी भी सूरत में खुशहाल नहीं होती... आपको ये समझने की ज़रूरत है कि हर रिलेशन एक जैसा नहीं होता, लेकिन फिर भी अगर आपको लगता है कि आपकी प्रॉब्लम बड़ी है और आप आसानी से किसी पर विश्वास नहीं बना पाते हैं तो आपको किसी psychiatrist से हर हाल में मिलना होगा... ताकि आप दोबारा से किसी रिलेशनशिप में जाने से ना घबराएं..

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