अर्पिता कपूर (सीईओ फाउंडर- मायसा) ने एक बार फिर बढ़ाया हरदोई जिले का मान

Arpita Kapoor (CEO Founder- Maysa) once again increased the pride of Hardoi district.
 
Arpita Kapoor (CEO Founder- Maysa) once again increased the pride of Hardoi district.

लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय)।हरदोई जिले में पिहानी निवासी अर्पिता कपूर ने एक बार फिर हरदोई जिले का नाम रोशन किया। अर्पिता ने बेंगलुरु में अपनी नई कंपनी मायसा स्थापित की है। मायसा एक यूनिपफाइड फाइनेंस और बैंकिंग प्लेटफॉर्म है।

ज्ञातव्य है कि अर्पिता का जन्म हरदोई जिले के पिहानी कस्बे में हुआ। उसके माता-पिता अतुल कपूर व स्मिता कपूर ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है।
अर्पिता ने जब अपनी कंपनी के लांच की घोषण की तो उस समय कंपनी का संचालन सुचारु रूप से करने के लिए प्रमुख इन्वेस्टर ब्लूम वेंचर की ओर से कंपनी को 22 करोड रुपए की सीड फंडिंग मिली। इस फंड का उपयोग कंपनी के प्लेटफॉर्म को विकसित करने, टीम का विस्तार करने और कस्टमर ग्रोथ को तेज़ करने के लिए किया जाएगा।
अर्पिता ने बताया कि मायसा द्वारा बैंकिंग, फाइनेंस ऑपरेशंस और अकाउंटिंग को एक साथ जोड़कर कंपनियों को ऑपरेशंस को सरल बनाने, नियंत्रण बढ़ाने और सूचित वित्तीय निर्णय लेने में सक्षम बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह प्लेटफॉर्म बिल कलेक्शन, टैक्स कंप्लायंस, पेमेंट एक्सीक्यूशन और ईआरपी सिंक्स को एक ही सीमलेस सिस्टम में जोड़ता है। कंपनी यस बैंक के साथ साझेदारी कर रही है ताकि इंटीग्रेटेड करेंट अकाउंट ऑपरेशंस प्रदान किए जा सकें। इसका लक्ष्य उन बिज़नेस को सेवाएं देना है, जिनकी वार्षिक रेवेन्यू/स्पेंड्स ₹10-300 करोड़ के बीच है।
मिड-साइज़ कंपनियों को फ्रैग्मेंटेड लिगेसी बैंकिंग और ईआरपी सिस्टम्स के साथ संघर्ष करना पड़ता है, जो आज के बिज़नेस एनवायरनमेंट की मांगों को पूरा नहीं करते। जीएसटी और टीडीएस जैसे टैक्स कंप्लायंस की आवश्यकताएं बढ़ गई हैं और अब अधिक रियल-टाइम एक्युरेसी की ज़रूरत है। कंपनियों के लिए सख्त ऑडिट आवश्यकताएं भी बढ़ी हैं। साथ ही, वेंचर फंडस अपने पोर्टफोलियो कंपनियों के लिए कड़े वित्तीय नियंत्रण की मांग कर रहे हैं।
मायसा का स्मार्ट स्कैन एक ए आई - पावर्ड फीचर है, जो बिल्स के लिए कॉन्टेक्स्टुअल नैरैटिव्स को आटोमैटिकली जनरेट करता है, ड्यू डेट्स को प्रेडिक्ट करता है, और खर्चों को कैटेगराइज़ करता है। यह इंटेलिजेंस इनवॉइस कलेक्शन, बॉट्स, और इंटेलिजेंट पेमेंट रूटिंग तक भी विस्तारित है, जबकि इसका मोबाइल ऐप ऑन-द-गो बैंकिंग एक्सेसिबिलिटी सुनिश्वित करता है।
फाउंडिंग टीम अपने सफल एग्ज़िट्स और प्रमुख फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस के अनुभव के साथ आई है।
आपको बताते चलें के कि अर्पिता कपूर (सीईओ) और मोहित रंगराजू (सीईओ फाउंडर/प्रोडक्ट हेड) ने पहले मोबाइल गेम बनाने की कंपनी 'मेक मौका' की स्थापना की थी, जिसे फ्लिपकार्ट ने अधिग्रहित किया था। इस दौरान अर्पिता को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 'बेस्ट लेडी गेम डेवलपर' के अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
अशुतोष पाणिग्रही (सीटीओ) और मोहित जैन (हेड, पार्टनरशिप्स एंड सेल्स) ने क्रेड, सिटी बैंक, और
एक्सिस बैंक आदि में व्यापक अनुभव प्राप्त किया है।
अर्पिता कपूर, सह-संस्थापक और सीईओ, मायसा, ने कहा,
हम अभी सिर्फ शुरुआत कर रहे हैं। मायसा का लक्ष्य भारत की सबसे बड़ी जीडीपी योगदान देने वाली कंपनियों के लिए बैंकिंग और फाइनेंसेस को चलाना है। हमारे महत्वाकांक्षी रोडमैप के हिस्से के रूप में, मायसा ने सिक्योरिटीज एंड
एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) से एक रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एड़वाइज़र (आरआईए) लाइसेंस प्राप्त किया है। यह उपलब्धि ए आई एनेबल्ड ट्रेजरी मैनेजमेंट उत्पाद के विकास का मार्ग प्रशस्त करती है, जिसे विशेष रूप से मिड-साइज़ बिज़नेस के लिए डिज़ाइन किया गया है ताकि वे अपने अतिरिक्त कैश का बेहतर प्रबंधन कर सकें।
इस मौके पर मौजूद, गौरव गोयल, नेशनल हेड, स्टार्टअप, फिनटेक और न्यू इकोॉनमी बिज़नेस, यस बैंक, ने कहा, मायसा उन तरीकों को बदल रहा है जिनसे बिज़नेस अपने फाइनेंशियल मैनेजमेंट को देखते हैं। यह प्लेटफॉर्म मॉडर्न बैंकिंग सॉल्यूशंस के साथ सीमलेस इंटीग्रेशन प्रदान करता है। यह साझेदारी मिड-साइज़ कंपनियों की अनूठी चुनौतियों को
हल करने और उन्हें अभूतपूर्व एफिशिएंसी और नियंत्रण प्रदान करने का एक उदाहरण है।
जोसेफ सेबेस्टियन, एवीपी, ब्लूम वेंचर्स, ने कहा, हम अर्पिता और मोहित के साथ उनकी दूसरी वेंचर जर्नी में फिर से साझेदारी करके रोमांचित हैं। आर्थिक भुगतानों में आ रही समस्याओं का मायसा एक बहुत
सराहनीय समाधान है जो भारतीय कंपनियों के बैंकिंग और फाइनेंस ऑपरेशंस की डे-र्रडे चुनौतियों का भी समाधान करता है। ए आई - पावर्ड क्षमताओं के साथ, मायसा मॉडर्न एंटरप्राइज़ेज़ के लिए फाइनेंस ऑपरेशंस को फिर से परिभाषित करने के लिए तैयार है।
विकसित भारत का संकल्प पूरा करने में प्रयास-रत है मायसा
कंपनी के सीईओ फाउंडर/ प्रोडक्ट हेड मोहित रंगराजू ने बताया कि मायसा कंपनी विकसित भारत का संकल्प पूरा करने में प्रयास-रत है।
2031 तक, 10 लाख से अधिक मिड -साइज़ कंपनियों को बिल पेमेंट, अकाउंट्स रिसीवेबल ऑटोमेशन, और ट्रेजरी मैनेजमेंट जैसी वर्कफ्लो ऑटोमेशन की आवश्यकता होगी, जिसे बैंकिंग सॉल्यूशंस के साथ सीमलेस इंटीग्रेट किया जा
सके। मायसा भारतीय बाजार की अनूठी चुनौतियों को हल करने के लिए प्रतिबद्ध है और बी टू बी फिनटेक सेगमेंट में एक कैटेगरी-डेफाइनिंग कंपनी बनाने के मार्ग पर है।

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