स्टडी हॉल जूनियर स्कूल में आर्ट फिएस्टा आयोजन

डॉ. उर्वशी साहनी, प्रिंसिपल मीनाक्षी बहादुर और स्टडी हॉल एजुकेशनल फाउंडेशन के विभिन्न विभाग प्रमुख इस कार्यक्रम में मौजूद रहे और उन्होंने स्कूल में इस तरह की गतिविधियों के महत्व को रेखांकित किया।यह आयोजन बच्चों, माता-पिता और शिक्षकों के बीच संबंध को मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया था। परिवारों ने मिलकर खूबसूरत पेंटिंग्स बनाई, दीवारों पर रंग भरे और अपनी भावनाओं को कला के माध्यम से व्यक्त किया। यह दिन सिर्फ रंगों का नहीं, बल्कि साथ मिलकर सीखने और यादगार पल बनाने का भी था।
स्टडी हॉल जूनियर स्कूल की हेडमिस्ट्रेस बानी मल्होत्रा ने इस पहल के बारे में कहा, "कला लोगों को जोड़ने का एक खूबसूरत जरिया है। यह आयोजन केवल पेंटिंग बनाने के लिए नहीं था, बल्कि परिवारों को साथ लाने, हंसने, सीखने और एक-दूसरे से जुड़ने का एक बेहतरीन मौका था। हम मानते हैं कि बच्चे घर पर आपके और स्कूल में हमारे होते हैं। जब माता-पिता स्कूल की गतिविधियों में भाग लेते हैं, तो बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ता है और वे बेहतर सीखते हैं।"
माता-पिता और दादा-दादी ने भी इस आयोजन का भरपूर आनंद लिया। एक दादा-दादी ने उत्साहित होकर कहा, "यह मेरे लिए अपने पोते-पोती के साथ समय बिताने और उनकी दुनिया को करीब से देखने का एक अच्छा मौका था। मैंने 45 साल बाद पहली बार पेंटब्रश पकड़ा! यह एक यादगार अनुभव रहा।"एक कक्षा 1 की छात्रा की माँ ने कहा, "बच्चों और माता-पिता को रंगों में डूबे देखकर बहुत खुशी हुई। मुझे ऐसा महसूस हुआ कि मैं भी स्कूल का एक हिस्सा हूँ। यह मुझे मेरे बचपन में वापस ले गया, जब मैं खुद पेंटिंग किया करती थी।" दिन के अंत तक स्कूल एक खूबसूरत आर्ट गैलरी में बदल चुका था, जहाँ हर तरफ रंग, मुस्कान और खुशियों की झलक थी।