मुख्यमंत्री, उ०प्र० की मंशानुरूप, पुलिस महानिदेशक, उ०प्र० के निर्देशन में महाकुंभ 2025 में भीड़ प्रबंधन, यातायात नियंत्रण एवं कानून व्यवस्था के लिए गश्त करेगी यूपी पुलिस की माउंटेड पुलिस

As per the wish of the Chief Minister, Uttar Pradesh, under the guidance of Director General of Police, Uttar Pradesh, UP Police's Mounted Police will patrol for crowd management, traffic control and law and order in Maha Kumbh 2025
 
As per the wish of the Chief Minister, Uttar Pradesh, under the guidance of Director General of Police, Uttar Pradesh, UP Police's Mounted Police will patrol for crowd management, traffic control and law and order in Maha Kumbh 2025
लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय)। प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए घुड़सवार पुलिस की भूमिका अहम होगी। भीड़ नियंत्रण और अपार जनसमूह में गश्त के लिए घुड़सवार पुलिस का उपयोग कुशलता और प्रभावशीलता का प्रतीक है। इनके मजबूत प्रशिक्षण और शानदार घोड़ों की सहायता से, कुम्भ मेला पुलिस बल न केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि कुंभ के विशाल आयोजन को सुचारु और व्यवस्थित बनाने में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा। घुड़सवार पुलिस की मौजूदगी भीड़ में अनुशासन बनाए रखने और श्रद्धालुओं को सुरक्षा का भरोसा देने का काम करेगी।


 मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश  योगी आदित्यनाथ की मंशानुरूप, पुलिस महानिदेशक, उ०प्र० के निर्देशन में महाकुम्भ में क्राउड कंट्रोल के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की खास प्रशिक्षित माउंटेड पुलिस मेले में तैनात रहेगी। इसमें भारतीय ब्रीड के घोड़ो के साथ अमेरिकन और इंग्लैंड ब्रीड के घोड़े भी महाकुंभ में भीड़ नियंत्रण का काम करेंगे। पुलिस के जवान जहां पैदल नहीं पहुँच पाएंगे वहां माउंटेड पुलिस जाकर श्रद्धालुओं की राह आसान करेगी। महाकुंभ में जल और थल दोनों स्थानों में उत्तर प्रदेश की प्रशिक्षित माउंटेड पुलिस करोड़ो श्रद्धालुओ की राह सुगम करने के लिए खास ट्रेंड है। 130 घोड़े और 166 पुलिस कर्मी व स्टाफ तैनात किये गए है। मेले की ड्यूटी में तैनात घोड़ो के डाइट का और उनकी चिकित्सकीय सुविधा का खास ध्यान रखा जा रहा।


 प्रशांत कुमार, पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि महाकुंभ के दृष्टिगत घोड़ो को विशेष तरीके से प्रशिक्षित किया गया है। घोड़ो को मुरादाबाद और सीतापुर ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षित किया गया है, जिससे ये घोड़े श्रद्धालुओं को किसी भी तरह का नुकसान न पहुंचाए। भीड़ को नियंत्रण करते हुए उनके लिए सुगम राह बनाएंगे। माउंटेड पुलिस थल के साथ ही पानी मे भी जाकर क्राउड मैनेजमेंट करने में दक्ष है। महाकुम्भ मेले के लिए सेना से अमेरिकन बाम ब्लड, इंग्लैंड का थ्रो नस्ल का घोड़ा खरीदा गया है। इसके अलावा भारतीय नस्ल के घोड़े भी है। इनमें से कुछ घोड़े सेना से भी खरीदे गए है। घोड़ो को महाकुम्भ मेला क्षेत्र के भौगोलिक स्थितियों से परिचय कराने के लिए घुड़सवार पुलिस घोड़ो के साथ सुबह और शाम मेला क्षेत्र में निकलते है। घोड़ो के लिए तीन पशु चिकित्सक नियुक्त किये गए है।

महाकुंभ मेले में तैनात होने वाले 130 घोड़ो के साथ-साथ 131 घुड़सवार पुलिस (इंस्पेक्टर सब इंस्पेक्टर हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल) तैनात की गयी है तथा घोड़ों की सेवा के लिये 35 अन्य स्टाफ (सइस) भी तैनात किये गये हैं। घोड़ों के लिये 03 पशु चिकित्सकों की भी नियुक्ति की गई है। महाकुंभ मेले में तैनात घोड़ों में से प्रमुख घोड़ों के नाम दारा, राका, शाहीन, जैकी, गौरी, अहिल्या व रणकुम्भ हैं।

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