बैंक ऑफ बड़ौदा गेट पर बैंक कर्मियों ने किया विरोध प्रदर्शन, 02 दिवसीय हड़ताल की चेतावनी

कर्मचारी संगठन एनसीबीई के पवन मिश्रा ने कहा कि बैंक कर्मियों को ग्राहकों द्वारा उत्पीड़न और हमलों से कानूनी संरक्षण मिले। वित्तीय सेवा विभाग के प्रदर्शन मूल्यांकन और पीएलआई संबंधित निर्देशों को रद्द किया जाए, जो कर्मचारियों की नौकरी की सुरक्षा के लिए खतरा हैं और सार्वजनिक बैंकों की स्वायत्तता को प्रभावित कर रहे हैं। अधिकारी संगठन एबाक के आशीष मिश्रा ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में श्रमिक/अधिकारी निदेशकों की नियुक्ति की जाए। ₹25 लाख तक की ग्रेच्युटी कर मुक्त की जाए, जैसा कि सरकारी कर्मचारियों को मिलता है। अधिकारी संगठन नोबो के हर्षित गुप्ता ने कहा कि कल्याणकारी लाभों पर कर छूट: स्टाफ वेलफेयर बेनिफिट पर कर नहीं लगाया जाए और इसका भार बैंक वहन करें।
यूपीबीईयू के जिलामंत्री अजय मेहरोत्रा ने कहा कि इंडियन बैंक एसोसिएशन के साथ लंबित मांगों पर चर्चा कर समाधान निकाला जाए। यूपीबीईयू जिलाध्यक्ष वेदप्रकाश पांडे ने कहा कि स्थायी नौकरियों के स्थान पर आउटसोर्सिंस बन्द हो। श्रम विरोधी और भेदभावपूर्ण नीतियां बन्द हो। प्रदर्शन में प्रमुख रूप से वर्षा मेहरोत्रा, कौशलेंद्र शुक्ल, अनादि ब्रम्ह, वीर बहादुर सिंह, आनंद वर्मा, रानी देवी, संदीप कुमार, संतोष, व्रज कुमार, सुभाष पांडे, आकाश अरोड़ा, अनिल कुमार, धर्मेंद्र, ऋचा शर्मा, सोनू, अमित पांडे, हिमांशु सिंह, अखंड प्रताप सिंह, आदित्य, विपिन गुप्ता, कैलाश गुप्ता, सत्य प्रकाश सिंह शामिल रहे।