वित्तीय समावेशन संतृप्तीकरण अभियान 2025 के तहत बाराबंकी में बैंक ऑफ बड़ौदा का विशेष शिविर
शिविर के दौरान बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपनी कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) नीति के तहत बाल वैज्ञानिक कुमारी पूजा पाल को उच्च शिक्षा के लिए एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की। साधारण परिवार से आने वाली पूजा पाल ने किसानों और बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए “धूल रहित थ्रेशर” का अभिनव मॉडल तैयार किया, जिसे राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली और उन्हें जापान तक अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर प्राप्त हुआ। पूजा अब तक कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सम्मानित हो चुकी हैं।
इस अवसर पर बैंक ऑफ बड़ौदा, लखनऊ अंचल के महाप्रबंधक शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि “शिक्षा महिलाओं को सशक्त बनाने का सबसे प्रभावी साधन है। बैंक ऑफ बड़ौदा अपनी CSR पहलों के माध्यम से आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को आगे बढ़ने का अवसर देता है, ताकि वे अपनी क्षमताओं को पहचानकर राष्ट्र निर्माण में योगदान कर सकें।” वहीं, कुमारी पूजा पाल ने उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहयोग उपलब्ध कराने पर बैंक ऑफ बड़ौदा लखनऊ अंचल का आभार व्यक्त किया।
