पक्षी सुर में गाते हैं, भँवरे गुनगुनाते हैं गीत से विहंग उत्सव में बँधा समाँ, लोग बोले लखनऊ वासियों के लिए जन्नत है वेटलैंड

Birds sing in tune, bumble bees hum songs, the atmosphere of Vihang Utsav is amazing, people say that wetland is heaven for the people of Lucknow
Birds sing in tune, bumble bees hum songs, the atmosphere of Vihang Utsav is amazing, people say that wetland is heaven for the people of Lucknow
लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय)।  लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा सीजी सिटी वेट लैंड में आयोजित विहंग उत्सव में संगीत समारोह में ‘पक्षी सुर में गाते हैं, भँवरे गुनगुनाते हैं’ गीत ने समाँ बाँध दिया। पर्यावरण संरक्षण को लेकर की गई इस शानदार प्रस्तुति ने लोगों का मन मोह लिया। ताल यात्रा बैंड के कलाकारों ने राग जोग, राग किरवानी, राग पहाड़ी, दादरा, सूफी आदि शास्त्रीय संगीत की विधाओं को प्रस्तुति करके लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। 

लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा आयोजित विहंग उत्सव में शुक्रवार को सुबह 7 बजे बर्ड वॉचिंग से विभिन्न आयोजनों की शुरुआत हुई। मंडलायुक्त लखनऊ डॉ. रोशन जैकब और एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने भी लोगों के साथ दूरबीन से विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों को देखा। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में लखनऊवासियों ने बर्ड वॉचिंग में भाग लिया। जिसके बाद पर्यावरण संरक्षण विषय पर वर्कशॉप एवं टॉक शो का आयोजन किया गया। जिसमें बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय  के प्रोफेसर वेंकटेश दत्ता एवं पर्यावरणविद विवेक अवस्थी ने वेटलैंड समेत पर्यावरण के विभिन्न आयामों के बारे में दर्शकों को जानकारी दी। जिसके बाद बच्चों से पक्षियों और पर्यावरण को लेकर सवाल पूछे गए, जिसके सही जवाब देने वाले बच्चों को आकर्षक गिफ्ट देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया।

विभिन्न स्कूलों से आए बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण की थीम पर पेंटिंग प्रतियोगिता में भाग लिया। इसके बाद विभिन्न स्कूलों से आए 126 बच्चों ने  पेंटिंग प्रतियोगिता में भाग लेते हुए पर्यावरण संरक्षण थीम पर एक से बढ़कर एक आकर्षक पेंटिंग बनाई। पेंटिंग प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल द्वारा चार बेस्ट पेंटिंग को चुना गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रमुख सचिव, आवास एवं शहरी नियोजन पी. गुरुप्रसाद एवं विशिष्ट अतिथि मंडलायुक्त, लखनऊ डॉ. रोशन जैकब, जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार व प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने प्रतियोगिता के अंतर्गत सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल के भुविक सेठ को प्रथम पुरस्कार, न्यू पब्लिक कॉलेज नीलमथा की प्रियांशी रावत को द्वितीय पुरस्कार, बाल निकुंज (बॉयज विंग) के छात्र शुभम कुमार को तृतीय पुरस्कार एवं बाल निकुंज गर्ल्स की दीपिका शर्मा को सांत्वना पुरस्कार देकर सम्मानित किया। 

विहंग उत्सव में 26 नवंबर से शुरू हुई फोटोग्राफी प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया गया। जिसमें शनिष कुमार मिश्रा को प्रथम पुरस्कार, प्रखर किशन को द्वितीय पुरस्कार, सुनील कुमार रैदास को तृतीय पुरस्कार एवं विवेक अवस्थी और आशुतोष त्रिपाठी को सांत्वना पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। 

विहंग उत्सव में आयोजित नुक्कड़ नाटक में पर्यावरण संरक्षण और लुप्त होती चिड़ियों से मानवता को हो रहे नुक़सान को लेकर बेहद मार्मिक प्रस्तुति दी गई। सोमेंद्र प्रताप सिंह और उनकी टीम ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बताया कि चिड़ियाँ अब केवल किताबों में रह गई हैं। इसलिए सामूहिक रूप से चिड़ियों को संरक्षित करने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए घर पर कम से कम एक पेड़ अवश्य लगायें एवं घरों में चिड़ियाँ आयें इसके लिए टर्टल बॉल्स या किसी बर्तन में उनके लिए अनाज और पानी जरूर रखें। इसके साथ ही ओरी चिरैया…..गाने के माध्यम से गिटारिस्ट शिवम ने बेहतरीन गिटार परफॉरमेंस देकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। 

विभिन्न स्टॉल के माध्यम से पर्यावरण जागरूकता का दिया गया संदेश

विहंग उत्सव में पर्यावरण संरक्षण एवं जागरूकता को लेकर 3 स्टॉल लगाए गए। एक स्टॉल संस्था टर्टल सर्वाइल एलाइंस (TSA) द्वारा लगाया गया, जिसमें टर्टल्स के मॉडल प्रदर्शित किए गए। 
पर्यावरणम् सोसाइटी द्वारा लगाए गए स्टॉल में सांपों से सुरक्षा के बारे में जानकारी दी गई। स्वप्ना फाउंडेशन द्वारा लगाए गए स्टॉल के माध्यम से चिड़ियों की वॉटरबॉल प्रदर्शित की गई।

कार्यक्रम में प्राधिकरण के सचिव विवेक श्रीवास्तव, प्रभावी वनाधिकारी सितांशु पांडे, एलडीए के मुख्य अभियंता अवनींद्र कुमार सिंह, वित्त नियंत्रक दीपक सिंह, मुख्य नगर नियोजक केके गौतम समेत विभिन्न अधिकारी एवं पर्यावरण प्रेमी उपस्थित रहे।

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