बीआईएस लखनऊ द्वारा प्लाईवुड उद्योगों के गुणवत्ता नियंत्रण कर्मियों के लिए कैप्सूल कोर्स का आयोजन

BIS Lucknow organised Capsule Course for Quality Control Personnel of Plywood Industries
 
BIS Lucknow organised Capsule Course for Quality Control Personnel of Plywood Industries

लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय। ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) लखनऊ शाखा कार्यालय द्वारा प्लाईवुड उद्योगों में कार्यरत गुणवत्ता नियंत्रण कर्मियों के लिए एक विशेष कैप्सूल कोर्स का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम होटल सैवी ग्रैंड, गोमती नगर में संपन्न हुआ, जिसमें प्लाईवुड उद्योग से जुड़ी कई प्रतिष्ठित कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस प्रशिक्षण सत्र का उद्देश्य प्लाईवुड निर्माण में भारतीय मानकों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराना और उत्पाद की गुणवत्ता को बेहतर बनाना था।

कार्यक्रम की अध्यक्षता बीआईएस लखनऊ शाखा कार्यालय के वरिष्ठ निदेशक एवं प्रमुख  सुधीर बिश्नोई ने की। उन्होंने प्लाईवुड निर्माण प्रक्रिया में सुधारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता पर बल देते हुए स्टॉक की जानकारी, स्टॉक का पुनः परीक्षण, उत्पादन कार्यक्रम, निलंबन पत्र से संबंधित मुद्दे, निरीक्षण शुल्क और गुणवत्ता असफलता के मूल कारण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि प्रत्येक लाइसेंसधारी को भारतीय मानकों के अनुसार अपने उत्पाद की गुणवत्ता बनाए रखना अनिवार्य है, जिससे उपभोक्ताओं को विश्वसनीय और टिकाऊ उत्पाद मिल सके।

बीआईएस के उप निदेशक  जितेश कुमार ने अपने सत्र में आईएस 303 जनरल पर्पस प्लाईवुड और आईएस 710 मरीन प्लाईवुड की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के तरीकों पर प्रकाश डाला। उन्होंने रेजिन और चिपकने वाले पदार्थों के सही उपयोग तथा नमूनों की परीक्षण प्रक्रिया को विस्तार से समझाया, ताकि उद्योग जगत भारतीय मानकों के अनुसार उत्पाद तैयार कर सके और गुणवत्ता परीक्षण में सफल हो सके।

कार्यक्रम में बीआईएस के उप निदेशक  प्रणय अभय जैन ने प्लाईवुड लाइसेंस के निरस्तीकरण के प्रमुख कारणों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि यदि किसी उद्योग द्वारा भारतीय मानकों का पालन नहीं किया जाता है तो उसकी लाइसेंसिंग प्रक्रिया प्रभावित होती है और उसे रद्द भी किया जा सकता है। उन्होंने प्लाईवुड परीक्षण प्रक्रिया और लाइसेंस निरस्तीकरण नोटिस से जुड़े आवश्यक नियमों एवं प्रक्रियाओं पर भी प्रकाश डाला।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में ग्रीनप्लाई, जोया इंडस्ट्रीज, न्यू दुआ इंडस्ट्रीज, ऑस्टिन प्लाईवुड, वुड फैब , वाफी, वुड प्राइम, जिंदल एग्रो इंडस्ट्रीज सहित कई प्रमुख प्लाईवुड कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित प्रतिभागियों ने अपनी शंकाओं का समाधान प्राप्त किया और गुणवत्ता सुधार से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों का आदान-प्रदान किया।

बीआईएस द्वारा आयोजित यह कैप्सूल कोर्स प्लाईवुड उद्योग में गुणवत्ता नियंत्रण को और अधिक सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इस कार्यक्रम के माध्यम से लाइसेंसधारियों को भारतीय मानकों के अनुपालन, गुणवत्ता प्रबंधन और लाइसेंस प्रक्रिया की बारीकियों से अवगत कराया गया। बीआईएस लखनऊ शाखा कार्यालय का यह प्रयास उद्योग जगत को गुणवत्ता के प्रति अधिक जिम्मेदार और जागरूक बनाने में सहायक सिद्ध होगा।

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