चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश: फिनटेक और बैंकिंग शिक्षा में निभाएगी नेतृत्वकारी भूमिका

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश द्वारा बिज़नेस और कॉमर्स फैकल्टी के तत्वावधान में आयोजित पैनल चर्चा में देश के शैक्षणिक परिदृश्य और आर्थिक विकास की दिशा में शिक्षा की भूमिका पर विस्तृत मंथन हुआ। इस आयोजन में प्रतिष्ठित शिक्षाविदों, इंडस्ट्री विशेषज्ञों और नीति निर्माताओं ने हिस्सा लिया, जिसमें "शिक्षा में परिवर्तन और 2030 तक भारत को सात ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने" जैसे विषयों पर गहन विचार-विमर्श हुआ।
एआई से रोजगार और इनोवेशन को मिलेगा बल
पैनल चर्चा के दौरान विशेषज्ञों ने बताया कि कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आने वाले वर्षों में युवाओं के लिए रोजगार के व्यापक अवसर खोलने जा रहा है।
-
इंडिया स्किल्स रिपोर्ट 2024 के अनुसार, वर्ष 2025 तक भारत में एआई इंडस्ट्री का आकार 28.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच सकता है।
-
सर्विसनाउ और पियर्सन रिपोर्ट के मुताबिक, 2028 तक एआई के कारण भारत में 28 लाख नई नौकरियाँ सृजित होंगी।
-
यूपी एआई सिटी प्रोजेक्ट के तहत राज्य में अगले पाँच वर्षों में 50,000 प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार उत्पन्न करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
स्टैनफोर्ड एआई इंडेक्स 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत विश्व में एआई स्किल पेनिट्रेशन में पहले स्थान पर है और 2016 से अब तक इस क्षेत्र में 263% की वृद्धि दर्ज की गई है। यह संकेत है कि भारत वैश्विक तकनीकी नेतृत्व की ओर बढ़ रहा है।
बैंकिंग और फिनटेक शिक्षा में व्यावहारिक दृष्टिकोण
अम्बरीश कुमार श्रीवास्तव, सीनियर कंसल्टेंट, टीसीएस ने कहा,
"भारत की युवा आबादी को देखते हुए तकनीकी शिक्षा की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश इस परिवर्तन की अग्रणी बन रही है, जहाँ इंडस्ट्री-ओरिएंटेड पाठ्यक्रम, एआई आधारित लर्निंग और मजबूत इंडस्ट्री कोलैबोरेशन छात्रों को फिनटेक और अन्य क्षेत्रों में भविष्य के लिए तैयार कर रहे हैं।"
एआई से बदल रहा है बैंकिंग और फाइनेंस सेक्टर
स्पीकर्स ने बताया कि फाइनेंस और बैंकिंग सेक्टर में एआई का उपयोग डेटा एनालिसिस, ग्राहक सेवा, फ्रॉड डिटेक्शन और निवेश परामर्श को अधिक सटीक और सुरक्षित बना रहा है।
एआई आधारित चैटबॉट्स, ऑटोमेटेड रिस्क मैनेजमेंट सिस्टम्स और क्रेडिट स्कोरिंग टूल्स से न केवल पारदर्शिता बढ़ी है बल्कि सेवा की गुणवत्ता और सुरक्षा में भी अभूतपूर्व सुधार हुआ है।
साइबर सुरक्षा में एआई की भूमिका
डिजिटल युग में साइबर फ्रॉड एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। इस पर चर्चा करते हुए विशेषज्ञों ने बताया कि एआई तकनीक संदिग्ध गतिविधियों की रियल टाइम पहचान कर सकती है, जिससे डिजिटल लेनदेन को सुरक्षित बनाया जा सकता है। इससे यह स्पष्ट होता है कि एआई न केवल रोजगार और शिक्षा, बल्कि साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में भी अहम भूमिका निभा रहा है।
शिक्षा, इनोवेशन और नीति का संगम
प्रो. मनुका खन्ना, प्रो वाइस-चांसलर, लखनऊ यूनिवर्सिटी ने कहा,
"चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश में शिक्षा, इनोवेशन और इंडस्ट्री के बीच एक समावेशी मॉडल विकसित किया जा रहा है। स्किल डेवलपमेंट, एआई और एंटरप्रेन्योरशिप के समन्वय से यह संस्थान छात्रों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार कर रहा है।"
इनोवेशन और इंडस्ट्री-लिंक्ड एजुकेशन का केंद्र
आईसीएआई लखनऊ चेयरमैन सीए अनुराग पांडेय ने कहा,
"चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश इंडस्ट्री से जुड़े कौशल और व्यवहारिक शिक्षा के ज़रिए छात्रों को तैयार कर रही है। AI, टैक्स रिफॉर्म्स और मजबूत रेगुलेटरी ढांचे पर इसका फोकस युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक सशक्त कदम है।"
शिक्षा नीति और डिजिटल इंडिया के लक्ष्यों को समर्थन
विशेषज्ञों ने इस बात पर बल दिया कि शिक्षा को यदि इंडस्ट्री की ज़रूरतों और डिजिटल इंडिया की सोच के अनुरूप ढाला जाए, तो भारत को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और समावेशी राष्ट्र बनाना संभव है। इसके लिए शिक्षा नीतियों में दीर्घकालिक और समावेशी दृष्टिकोण आवश्यक है।
चर्चा के सत्र:
-
पहला सत्र – शिक्षा में परिवर्तन और अर्थव्यवस्था का भविष्य
संचालन: प्रो. अलका सिंह, फैकल्टी ऑफ बिज़नेस एंड कॉमर्स
चर्चा में नई शिक्षा नीति, टेक-बेस्ड लर्निंग और शिक्षा से आर्थिक सशक्तिकरण पर फोकस रहा। -
दूसरा सत्र – सात ट्रिलियन डॉलर इकॉनॉमी का रोडमैप
संचालन: प्रो. आशुतोष बाजपेयी
शिक्षा, नीति और निवेश के त्रिकोण से भारत की आर्थिक प्रगति को गति देने पर विचार साझा किए गए।
भविष्य की शिक्षा का विजन: चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी यूपी
डॉ. अजय यादव, रजिस्ट्रार, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी यूपी ने कहा,
"यह संस्थान न केवल एक परियोजना है, बल्कि एक सपना है – भारत के श्रेष्ठतम शैक्षणिक स्थलों में से एक बनने का। 2,500 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के साथ यह यूनिवर्सिटी अंतरराष्ट्रीय मानकों की उच्च शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है।"