Chhatrapati Sambhaji Maharaj : सच में विवाद या Hit करने की निंजा टेक्निक?

Chhatrapati Sambhaji Maharaj :किसी ऐतिहासिक घटना या किसी ऐतिहासिक शख्सियत पर बनीं बॉलीवुड फिल्म पर कोई विवाद ना हो? भला ये कैसे मुमकिन है? कई बार क्या होता है कि फिल्ममेकर्स कुछ नया और बड़ा करने की कोशिश में ऐसी फिल्में बना देते हैं, जो ऑडियंस के बीच पॉपुलर तो हो जाती हैं, लेकिन उनके कंटेंट की वजह से कंट्रोवर्सी पैदा हो जाती है, जिसका कभी एंड नहीं होता. चाहे आप बात कर लो बाजीराव मस्तानी की या पद्मावत की, वो लिस्ट लंबी है जिनके बारे में कहा जाता है कि इतिहास के साथ छेड़छाड़ करके ये फिल्में बनाई गई हैं
वीर छत्रपति शिवाजी महाराज के बड़े बेटे छत्रपति संभाजी महाराज को भला कौन नहीं जानता
अब इसी लिस्ट में एक और मूवी का नाम जुड़ गया है जिसे लेकर कंट्रोवर्सी का बाज़ार गर्म है. कौन सी है ये मूवी और क्या है इसको लेकर विवाद, चलिए डिटेल में बताते हैं.वीर छत्रपति शिवाजी महाराज के बड़े बेटे छत्रपति संभाजी महाराज को भला कौन नहीं जानता? बचपन से ही ये अपने पिता शिवाजी के जैसे वीर योद्धा थे... इन्होंने अपना पूरा जीवन देश को समर्पित कर दिया था. आज भी इनकी वीरता की कहानियां पढ़ी और सुनी जाती हैं... संभा जी बचपन से ही राजनीति के ज्ञाता रहे और कई मौकों पर उन्होंने अपनी कुशलता का प्रमाण भी दिया. अब इन पर एक मूवी बन रही है और उसका ट्रेलर भी आ चुका है..
फिल्म का नाम है छावा ट्रेंडिंग एक्टर विकी कौशल इसमें लीड रोल में है. कुछ दिन पहले ही फिल्म का ट्रेलर आया है. ट्रेलर के बाद सिर्फ बज़ ही नहीं बना बल्कि एक विवाद भी खड़ा हो गया है... दरअसल, ट्रेलर के एक हिस्से को देखकर कहा जा रहा है कि फिल्म मेकर्स ने creative Liberty के नाम पर इतिहास के साथ छेड़छाड़ की है. महाराष्ट्र सरकार के मंत्री उदय सामंत ने कहा कि रिलीज़ से पहले एक्स्पर्ट्स को ये फिल्म दिखाई जानी चाहिए.. उन्होंने कहा है कि फिल्म से आपत्तिजनक हिस्से हटा देने चाहिए, अगर ऐसा नहीं होता तो ‘छावा’ को रिलीज़ नहीं होने दिया जाएगा.
इन्हीं के साथ-साथ पूर्व सांसद संभाजीराजे छत्रपति ने कहा कि फिल्म मेकर्स को क्रिएटिव लिबर्टी के नाम पर तथ्यों का ध्यान रखना चाहिए था.उनका कहना है कि इस बात की तारीफ की जानी चाहिए कि छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन और उनके शासन पर कोई फिल्म बन रही है डायरेक्टर लक्ष्मण उतेकर और उनकी टीम ने मुझे फिल्म का ट्रेलर दिखाया था. मैंने उनसे कहा कि मैं रिलीज़ से पहले पूरी फिल्म देखना चाहूंगा.. मैंने उन्हें ये ऑफर भी दिया कि उन्हें कुछ इतिहासकारों से मिलवा देता हूं ताकि इस कहानी को बिल्कुल सही तरीके से दिखाया जाए.हालांकि मेकर्स ने इतिहासकारों से बात नहीं की. लेझीम हमारे कल्चर का अहम हिस्सा है, इसलिए कोई भी cinematic Liberty लेने से पहले इस बारे में बात करना ज़रूरी है कि वो facts के साथ सही बैठ रही हैं या नहीं.इतिहासकारों और विशेषज्ञों को सही description पर विचार करना चाहिए.
खैर, अब सवाल आता है कि ये लेझीम क्या है जिसका संभाजीराजे छत्रपति जिक्र कर रहे हैं. तो बात दरअसल ये है कि 'छावा’ के ट्रेलर में एक गाने का हिस्सा दिखाया गया है, जहां विकी कौशल और रश्मिका हाथ में लेझीम लेकर नाच रहे हैं. लेझीम actually एक म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट होता है.इस पर Objection करने वाले लोगों का कहना है कि Factual level पर ये गलत है. अब ये क्यों गलत है इसे भी समझ लीजिए.
जैसा कि अभी हमने आपको बताया कि लेझीम एक म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट होता है... जो झंझनाता हुआ साउंड पैदा करता है. इसे लेकर ही महाराष्ट्र राज्य की संस्कृति से जुड़ा एक लोक नृत्य किया जाता है. तो फिल्म के ट्रेलर में दिखाए गए एक शॉट में भी विकी कौशल और रश्मिका मंडाना लेझीम को कैरी किये ही डांस कर रहे हैं. जोकि महाराष्ट्र के नेताओं को किसी भी तौर पर सही नहीं लग रहा है. यही वजह है कि वो इस फिल्म के टोटल बॉयकॉट की बातें कर रहे हैं.
तो अब सवाल आता है कि क्या फिल्ममेकर्स इस खास सीन को फिल्म से हटाएंगे या यूं ही चलने देंगे? तो इसे लेकर 50-50 की ही सिचुएशन है क्योंकि फिल्म मेकर्स ये बात भी अच्छी तरह जानते हैं कि फिल्म के साथ कुछ ना कुछ कंट्रोवर्सी भी जुड़ना ज़रूरी है जो की फिल्म की कामयाबी के चांसेस को डबल करती है... खैर, 14 फरवरी को वैलेंटाइंस डे वाले दिन ये फिल्म रिलीज हो जाएगी, तब पता चल जाएगा कि सीन हटाया गया है