मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश का मेरठ दौरा: कांवड़ यात्रा 2025 को लेकर अंतर्राज्यीय समीक्षा बैठक, प्रशिक्षण व्यवस्था का निरीक्षण व Officers' Mess का उद्घाटन
Chief Secretary and Director General of Police of Uttar Pradesh visit to Meerut: Inter-state review meeting regarding Kanwar Yatra 2025, inspection of training arrangements and inauguration of Officers' Mess
Wed, 9 Jul 2025
लखनऊ डेस्क (प्रत्यूष पाण्डेय)।
कांवड़ यात्रा 2025 की तैयारियों को लेकर उत्तर प्रदेश शासन के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक श्री राजीव कृष्ण ने 8 जुलाई को मेरठ का दौरा किया। इस दौरान पुलिस लाइन मेरठ में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उनका गरिमामय स्वागत किया गया। पुलिस महानिदेशक को सलामी दी गई तथा विभिन्न कार्यक्रमों में उनकी उपस्थिति रही।
Officers’ Mess का उद्घाटन और वृक्षारोपण कार्यक्रम
पुलिस महानिदेशक श्री राजीव कृष्ण ने पुलिस लाइन मेरठ में नवनिर्मित Officers’ Mess का विधिवत उद्घाटन किया। यह नया परिसर अधिकारियों को स्वच्छ, आधुनिक और व्यवस्थित रहने की सुविधा उपलब्ध कराएगा। उद्घाटन के पश्चात उन्होंने रुद्राक्ष का पौधा रोपित कर 9 जुलाई से शुरू हो रहे वृक्षारोपण महाअभियान के प्रति प्रेरणादायक संदेश भी दिया।
प्रशिक्षण व्यवस्था का निरीक्षण व संवाद
डीजीपी श्री कृष्ण ने पुलिस लाइन में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे नवआरक्षियों की पूरी प्रशिक्षण व्यवस्था का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने प्रशिक्षण की गुणवत्ता, बैरकों, भोजनालय, परेड ग्राउंड और अनुशासनिक ढांचे का सूक्ष्मता से अवलोकन किया।
उन्होंने प्रशिक्षण ले रहे रिक्रूट्स से संवाद कर उनके अनुभव और समस्याएं जानीं, और अनुशासन व समर्पण के साथ प्रशिक्षण पूर्ण करने का आह्वान किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश पुलिस की 10 प्राथमिकताओं से संबंधित प्रश्न का सही उत्तर देने वाले सिपाही सुरज कुमार चौधरी को पुरस्कृत किया गया।
कांवड़ यात्रा 2025 के लिए अंतर्राज्यीय उच्चस्तरीय समीक्षा
मेरठ मंडल के आयुक्त सभागार में मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह एवं पुलिस महानिदेशक श्री राजीव कृष्ण की संयुक्त अध्यक्षता में कांवड़ यात्रा 2025 हेतु एक व्यापक अंतर्राज्यीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
इस बैठक में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान सहित कई राज्यों के वरिष्ठ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में बिजली, स्वास्थ्य, पीडब्ल्यूडी, खाद्य, रेलवे, इंटेलिजेंस सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
मुख्य बिंदु एवं निर्देश:
1. ट्रैफिक व्यवस्था:
कांवड़ मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन, पार्किंग स्थल और वैकल्पिक मार्गों की स्पष्ट योजना।
2. डीजे व साउंड सिस्टम पर नियंत्रण:
निर्धारित ध्वनि मानकों के अनुरूप संचालन, डीजे के स्रोत स्थल पर CCTV निगरानी।
3. आस्था, न कि प्रतिस्पर्धा:
यात्रा को धार्मिक भावनाओं के अनुरूप शांतिपूर्ण बनाने की अपील।
4. डाक कांवड़ और महिला कांवड़ियों के लिए विशेष सुरक्षा:
निजी सुविधाओं का ध्यान रखते हुए शिविरों में विशेष व्यवस्थाएं सुनिश्चित करना।
5. अंतर्राज्यीय समन्वय:
संबंधित राज्यों के अधिकारियों को जोड़ने हेतु व्हाट्सएप ग्रुप का गठन, ताकि रीयल-टाइम सूचना साझा की जा सके।
6. सुरक्षा व्यवस्था:
पूरे जनपद को जोन, सेक्टर और सब-सेक्टर में विभाजित कर अधिकारियों की तैनाती। CCTV और ड्रोन निगरानी।
7. स्वास्थ्य और आपातकालीन सेवाएं:
कांवड़ मार्ग पर मेडिकल कैंप, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड की तैनाती और अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा जाना।
8. सफाई, जल और विश्राम स्थलों की व्यवस्था:
यात्रा मार्गों पर साफ-सफाई, शौचालय, पेयजल व ठहराव की पर्याप्त व्यवस्था।
9. जन-सहभागिता:
सामाजिक संगठनों, कांवड़ संघों और स्वयंसेवकों से समन्वय।
10. कांवड़ कंट्रोल रूम और सोशल मीडिया निगरानी:
24x7 कार्यरत कंट्रोल रूम, अफवाहों पर त्वरित खंडन हेतु सोशल मीडिया सेल सक्रिय।
11. विशेष बलों की तैनाती:
PAC, RAF, QRT, ATS सहित अतिरिक्त बलों की तैनाती। महिला पुलिस की भी पर्याप्त मौजूदगी।
डीजीपी के विशेष निर्देश
आरक्षी स्तर तक स्पष्ट ब्रीफिंग:
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रत्येक पुलिसकर्मी को उसकी जिम्मेदारी की पूरी जानकारी दी जाए।
लिंक मार्गों पर विशेष सतर्कता:
मुख्य मार्गों के साथ-साथ ब्रांच और संपर्क सड़कों पर भी निगरानी और नियंत्रण सुनिश्चित किया जाए।
इंटेलिजेंस और सोशल मीडिया निगरानी:
किसी भी प्रकार की अफवाह, तनाव या विवाद की स्थिति पर त्वरित रिएक्शन और खंडन की व्यवस्था हो।
