बच्चों ने सामान्य ज्ञान में अपनी प्रतिभा का किया प्रदर्शन

भारत विकास परिषद पिछले 23 वर्षों से इस प्रतियोगिता का आयोजन कर रही है, जिसका उद्देश्य युवा पीढ़ी को भारत के इतिहास और गौरवशाली धरोहर के बारे में जागरूक करना है। इसके माध्यम से युवाओं को प्रेरणा मिलेगी, और वे अपने जीवन में भारत के महापुरुषों तथा भारतीय ज्ञान-विज्ञान को जानकर गौरवशाली भारत के निर्माण में सहायक बनेंगे।
प्रतियोगिता दो वर्गों में आयोजित की गई—कक्षा 6 से 8 तक कनिष्ठ वर्ग और कक्षा 9 से 10 तक वरिष्ठ वर्ग। यह एक लिखित परीक्षा थी, जो 30 मिनट की रही, जिसमें छात्रों ने 40 प्रश्नों के उत्तर दिए। "भारत को जानो" प्रतियोगिता परिषद के साथ-साथ विद्यालयों और आम जनमानस में अत्यधिक लोकप्रिय हो चुकी है।विद्यालय संस्थाक व्यवस्थापक अखिलेश सिंह ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का कथन है
कि "अतीत की नींव पर ही भविष्य की श्रेष्ठताओं का निर्माण होता है"। यह सत्य है कि गौरवपूर्ण अतीत से आत्मगौरव और प्रगतिशील वर्तमान से आत्मविश्वास प्राप्त होता है, जो उज्जवल भविष्य की दिशा में अग्रसर करता है। "भारत को जानो" प्रतियोगिता इसी गौरवपूर्ण अतीत और प्रगतिशील वर्तमान पर आधारित है, जो प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक जानकारी प्रदान करती है। विद्यालय के प्रबंधक मुकेश सिंह ने कहा कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों में भारतीय मूल्य, संस्कार, आस्थाएं, और भारत की गौरव गाथा के प्रति गौरवपूर्ण भावना का सृजन करना है।
प्रतियोगिता के दौरान विद्यालय की प्रधानाचार्या लक्ष्मी देवी, शिक्षिकाएं कविता गुप्ता, अर्पिता सिंह, विनीता त्रिवेदी, मंशा वाजपेई, सोनी तिवारी, ऐश्वर्या सिंह,क्षमा सिंह,रेखा रानी, कोमल यादव, प्रज्ञा द्विवेदी, नीलम राठौर, आरती वर्मा, तथा शिक्षक राम प्रकाश पांडेय, अशोक कुमार गुप्ता, उदय शुक्ल आदि ने सहयोग किया।