इंटर स्कूल प्रतियोगिता में बच्चों ने दिखाई प्रतिभा
मंगलार को प्रथम राउंड की प्रतियोगिता में स्कूल स्तर पर प्रथम और द्वितीय आने वाले छात्रों का विश्वविद्यालय में दूसरे राउंड की इंटर स्कूल प्रतियोगिता आयोजित हुई। अपने शिक्षकों के साथ आये बच्चों ने चित्रकला, कहानी कथन एवं भाषण प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इसके बाद शिक्षकों ने छात्रों का मूल्यांकन किया। जिसमें सभी प्रतियोगिताओं के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय आये छात्रों के नामों की घोषणा की गयी। इन छात्रों को दीक्षांत समारोह में मंच से माननीय राज्यपाल सहकुलाधिपति श्रीमति आनंदीबेन पटेल सम्मानित करेंगी।
स्कूल स्तर पर प्रथम एवं द्वितीय आने वाले सभी शिक्षकों को माननीय कुलपति प्रो0 जेपी पांडेय ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि ग्रामीण बच्चों के लिये यह अवसर बहुत मायने रखता है। विश्वविद्यालयम में मंच से पुरस्कार पाना बच्चों को जीवन पर्यंत याद रहेगा। उन्होंने स्कूलों के शिक्षकों से भी कहा कि इन बच्चों की प्रतिभा को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी आपकी है। जैसा आप इन्हें बनायेंगे ये बच्चे आगे वैसे ही होंगे।
कुलसचिव रीना सिंह ने कहा कि बच्चों को आगे बढ़ाने में शिक्षकों का अहम योगदान होता है। ये उनकी जिम्मेदारी है कि कक्षा में पीछे रहने वाले बच्चे पर उतना ही ध्यान दें जितना की आगे की पंक्ति में बैठे बच्चे पर रहता है। बच्चे की प्रतिभा को पहचान कर उसे उभार कर आगे बढ़ाया जा सकता है। वित्त अधिकारी केशव सिंह ने कहा कि बचपन में इस तरह पुरस्कार पाना बच्चों के लिए किसी सपने के सच होने जैसा है। उन्हें इससे भविष्य में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। स्वागत करते हुए अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो0 ओ0 पी0 सिंह ने कहा कि बच्चों में काफी उत्साह रहा। कार्यक्रम का समन्वय सहा0 कुलसचिव डॉ0 आयुष श्रीवास्तव ने किया जबकि संचालन आंजनेय शर्मा ने किया।
इस मौके पर उपकुलसचिव डॉ0 आरके सिंह, उपकुलसचिव डॉ0 डीपी सिंह, डॉ0 पवन कुमार तिवारी, अवर अभियंता आशीष मिश्रा सहा0 कुलसचिव सुनील पांडेय, सहा0 कुलसचिव शिवम गुप्ता, सहा0 कुलसचिव रंजीत सिंह, सहा0 कुलसचिव सौरभ सिंह,, व्यवस्थाधिकारी प्रवीण कुमार, डॉ0 आकाश वेद, डॉ0 गजेंद्र गुप्ता, डॉ0 वर्षा शुक्ला, डॉ0 विनय चतुर्वेदी, अंजली सिंह, प्रिया आर्या, वैशाली सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
विश्वविद्यालय के गोद लिये अलग-अलग विकासखंडों के धुबैला, पलहरी, पश्चिम गांव, फरूखाबाद, कोन्दरी भउली, सैरपुर, दुगवार, मिर्जापुर, दिगोई, दुर्जनपुर, रसूलपुर, और रैथा गांवों के स्कूलों में ये प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। साथ ही बच्चों की बनाई पेंटिंग की बनी किताब समारोह के दौरान प्रदर्शित की जाएगी। इसके अलावा भाषण और कहानी कथन को बच्चे अपनी हैंडराइटिंग में लिखेंगे जिसकी किताब बनायी जाएगी।