सिविल डिफेंस ने लखनऊ पब्लिक स्कूल में आपदा से बचाव हेतु बच्चों को प्रशिक्षित किया

वरिष्ठ सहायक उपनियंत्रक मनोज वर्मा ने कहा कि युद्ध हो या आपदा हो, दोनों के बचाव और हवाई हमले से होने वाली जन धन की क्षति को काम किया जा सकता है, पर यदि सही समय पर हवाई हमले की सूचना आम नागरिक को सायरन के माध्यम से प्राप्त हो जाती है, तो सावधान हो सकते है। यदि सायरन की आवाज दो मिनट तक लगातार ऊंची नीची आवाज में सुनाई दे, तो ये निश्चित जान ले हवाई हमला कुछ ही समय में होने वाला है। ऐसे में हर व्यक्ति को शरण लेना चाहिए। यदि आप खुले मैदान में है
तो आपको तुरंत ही पेट के बल लेट जाना चाहिए और कमर से ऊपर का पार्ट जमीन से ऊपर उठाकर रखना चाहिए, आंख बंद कर ले और कान को हाथों से जोर से बंद कर ले और दांतों के बीच रुमाल को रख लें। इस प्रक्रिया से बम के प्रभाव से आपके शरीर के प्रमुख अंग दिल, आंख, कान, जीभ सुरक्षित रहते हैं। अगर आपदा से पूर्व जनमानस को प्रशिक्षित कर दे तो बड़ी संख्या में संभावित जन हानि से बचा जा सकता है।
श्री वर्मा ने कहा हमला या आपदा के दौरान जलते हुए गैस सिलेंडर को बाहर निकालकर उसकी आग पर काबू पाना। घरों में लगी आग को बुझाने, घरों में फंसे लोगों का रेस्क्यू कर बचाओ कार्य और घायलों को तत्काल प्राथमिक उपचार देना।
स्कूल की प्रधानाचार्य भारती गोसाई ने वरिष्ठ सहायक उपनियंत्रक मनोज वर्मा, सहायक उपनियंत्रक ऋषि कुमार, एडीसी मुकेश कुमार, राजाजीपुरम प्रखण्ड के वार्डेन रामगोपाल सिंह, मयंक कुमार श्रीवास्तव, रेखा मिश्रा, गोपाल कुमार शर्मा, संतोष वाजपेई, विजय कुमार धाकरे, अमान खान, संजय वर्मा को प्रतिभाग करने के लिए पौधा भेट किया। मौके पर निरीक्षक राजेश कुमार श्रीवास्तव, हेड इंचार्ज कंचन पाण्डेय, मयूरी कपूर, अंजली राय, इंद्राणी बनर्जी, छबि रस्तोगी, मानसी शुक्ला आदि मौजूद रहे।