भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाने में पूर्ण सहयोग प्रदान करते हैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ: राम उग्रह शुक्ल

Chief Minister Yogi Adityanath provides full support in promoting Indian culture: Ram Ugrah Shukla
 
Chief Minister Yogi Adityanath provides full support in promoting Indian culture: Ram Ugrah Shukla
लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय)।विगत पिछले तीन वर्षों से कल्चरल क्वेस्ट संस्था की सचिव सुरभी सिंह अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार एवं कथक गुरु एवं संस्था के कोषाध्यक्ष राम उग्रह शुक्ल समाजसेवी एवं संस्था के विधिक सलाहकार  भारत की पृष्ठभूमि पर  अद्वितीय  रामायण की विश्व स्तरीय ऑडिटोरियम बेस्ड कार्यक्रम की परिकल्पना के लिए कार्यरत रहे।

वरिष्ठ अधिवक्ता एवं समाजसेवी राम उग्रह शुक्ल ने बताया कि दिनांक 6 जनवरी को हम लोग यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  से मीटिंग के दौरान इस विचार को उनके समक्ष रखा गया जिसकी उन्होंने भूरी भूरी प्रशंसा की और तुरंत ही सूचना से अग्रसारित करने का आदेश दिया जिसके क्रम में 14.1.2025 को अपर प्रमुख सचिव संजय प्रसाद  से मीटिंग के दौरान तुरंत ही इस आदित्य रामायण को शीघ्र अति शीघ्र करने का आश्वासन दिया एवं अगले 30 वर्षों के लिए लीज पर अनुदान देने का निर्णय लिया गया,

जिसके लिए संस्था की सचिव सुरभी सिंह एवं राम उग्रह शुक्ल  ने उत्तर प्रदेश सरकार की भूरि भूरि प्रशंसा की और कहा कि ऐसे मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को ना अभी तक मिले हैं और ना ही आगे मिलेंगे जो कि भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाने पूर्ण सहयोग प्रदान करते हैं, यह यहां ऑडिटोरियम बेस्ड आदित्य रामायण की लागत लगभग 100 करोड रुपए की होगी जिसको संस्था  अपने संसाधनों से जुटाने में प्रयत्नशील है और लेकर आएगी और इसके लिए जमीन का अनुदान एवं लीज पर देने की कृपा हमारे उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा होगी उम्मीद है

आने वाले समय में जल्द ही इस रामायण का कार्य शुरू हो जाएगा व्यक्ति रहे या ना रहे लेकिन अगले 100 वर्षों तक हमारी रामायण इस धरती पर रहनी चाहिए ऐसे विचार के साथ ही इस रामायण का निर्माण किया जाना परिकल्पित है। 
   अभी तक ऐसी रामायण इंडोनेसिया और देशों में होती चली आ रही है अपने भारत वर्ष में पहली बार ऐसा होने जा रहा है ओ भी अयोध्या में राम मंदिर दर्शन के बाद लोग रामायण भी देखेंगे इसका टिकट भी होगा और तीन सो रोज होगा 150 कलाकार इसमें भाग लेंगे उनको कला के माध्यम से रोजगार मिलेगा और हमारे सनातन धर्म का प्रचार प्रसार होगा।

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