Beyond the Badge" पॉडकास्ट की क्राइम सीरीज़ की शुरुआत — यूपी पुलिस की एक नई पहल

Beyond The Badge "Podcast's Crime Series starts - a new initiative of UP Police
 
Beyond The Badge "Podcast's Crime Series starts - a new initiative of UP Police
लखनऊ डेस्क (आर. एल. पाण्डेय)।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने जनसंचार के क्षेत्र में एक और अभिनव कदम उठाते हुए अपने पॉडकास्ट “Beyond the Badge” की श्रृंखला में क्राइम सीरीज़ की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुपालन में, पुलिस की उपलब्धियों और सराहनीय कार्यों को जनता तक पहुँचाने के लिए जनवरी 2025 में इस पॉडकास्ट की शुरुआत की गई थी। अब इस पहल को आगे बढ़ाते हुए, पुलिस महानिदेशक श्री प्रशांत कुमार और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) श्री अमिताभ यश के नेतृत्व में इस क्राइम सीरीज़ का पहला एपिसोड जारी किया गया है।

क्या है क्राइम सीरीज़ की खासियत?

इस सीरीज़ में उत्तर प्रदेश में हुई जटिल और चर्चित आपराधिक घटनाओं की पड़ताल की जाएगी, और उन मामलों को सुलझाने वाली पुलिस टीमों के साथ विशेष संवाद प्रस्तुत किए जाएंगे। पॉडकास्ट के माध्यम से यह बताया जाएगा कि पुलिस ने किन तकनीकी और मानवीय संसाधनों का उपयोग कर अपराधों का पर्दाफाश किया।

पहले एपिसोड की कहानी — 100 करोड़ की बीमा धोखाधड़ी का खुलासा

इस श्रृंखला के पहले एपिसोड में संभल जनपद की पुलिस अधीक्षक (दक्षिण) आईपीएस अनुकृति शर्मा ने एक सनसनीखेज मामले की जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया कि किस प्रकार कुछ गिरोहों ने बीमा एजेंट, बैंक कर्मचारी, आशा वर्कर और ग्राम सचिव की मिलीभगत से गरीब व असहाय लोगों की बीमा पॉलिसी कराकर उनके नाम पर फर्जी खाते खुलवाए और मृत्यु के बाद बीमा राशि हड़पने का संगठित अपराध अंजाम दिया। इस गिरोह ने लगभग 100 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दिया।

अपराध की गहराई और पुलिस की सतर्कता

अनुकृति शर्मा ने बताया कि इन अपराधियों ने मृत व्यक्तियों के नाम पर फर्जी बीमा पॉलिसी बनवाकर, आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा किया। इतना ही नहीं, कुछ मामलों में तो युवाओं की हत्या कर बीमा राशि का दावा करने जैसी घटनाएं भी सामने आईं। इस केस में पुलिस ने बड़ी सूझबूझ और तकनीकी जानकारी का प्रयोग कर गिरोह को बेनकाब किया।

जागरूकता की अपील

पॉडकास्ट के माध्यम से श्रीमती शर्मा ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे अपने व्यक्तिगत दस्तावेज किसी अनजान या संदिग्ध व्यक्ति को न दें, और किसी भी सरकारी योजना के लिए केवल संबंधित विभाग से ही संपर्क करें। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि यदि किसी व्यक्ति की जीवनशैली में अचानक बड़ा बदलाव दिखे या कोई आपराधिक गतिविधि संदेहास्पद लगे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके।

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