एम.एल.के. पीजी कॉलेज, बलरामपुर में सांस्कृतिक समिति की बैठक संपन्न, 31 जनवरी से 7 फरवरी तक मनाया जाएगा संस्थापक सप्ताह
संस्थापक सप्ताह—एक परंपरा, एक उत्सव
बैठक की अध्यक्षता करते हुए कॉलेज के प्राचार्य प्रो. जे.पी. पाण्डेय ने कहा कि संस्थापक सप्ताह महाविद्यालय की गौरवशाली परंपरा का प्रतीक है और इसे संस्थापक महाराजा पाटेश्वरी प्रसाद सिंह की स्मृति में हर वर्ष उत्सव की तरह मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि पूर्व में यह कार्यक्रम 1 से 7 जनवरी तक होता था, लेकिन सेमेस्टर परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए अब इसे 31 जनवरी से 7 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा।
कई आकर्षक प्रतियोगिताएँ होंगी शामिल
सांस्कृतिक निदेशक प्रो. रेखा विश्वकर्मा ने अवगत कराया कि संस्थापक सप्ताह के अंतर्गत अनेक सांस्कृतिक, साहित्यिक और कला आधारित प्रतियोगिताएँ आयोजित होंगी, जिनमें शामिल हैं—
-
एकल गायन
-
एकल नृत्य
-
रंगोली
-
मेहंदी
-
आशुकविता
-
आशुभाषण
-
हिंदी एवं अंग्रेजी वाद-विवाद
-
चित्रकला
-
फेस पेंटिंग
-
क्राफ्ट
-
वीडियोग्राफी
-
क्विज
-
एकांकी प्रतियोगिता
उन्होंने बताया कि 5 फरवरी की शाम अंतरसंकाय विविधा प्रतियोगिता आयोजित होगी, जिसमें कला, विज्ञान, वाणिज्य और शिक्षक शिक्षा संकायों के बीच आकर्षक सांस्कृतिक मुकाबला होगा।
कार्यक्रम को सफल बनाने की तैयारियाँ पूरी
महत्वपूर्ण सुझाव प्रदान करते हुए मुख्य नियंता प्रो. वीणा सिंह और पूर्व सांस्कृतिक निदेशक डॉ. अनामिका सिंह ने सभी संयोजकों और सदस्यों से समन्वय बनाकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की।
सभी संकायों के संयोजक एवं सह-संयोजक नामित
प्राचार्य प्रो. पाण्डेय के निर्देशन में विभिन्न संकायों के संयोजक और सह-संयोजक निम्नानुसार घोषित किए गए—
कला संकाय
-
संयोजक: डॉ. स्वदेश भट्ट
-
सह-संयोजक: लेफ्टिनेंट (डॉ.) देवेंद्र कुमार चौहान, मणिका मिश्रा
विज्ञान संकाय
-
संयोजक: डॉ. आकांक्षा त्रिपाठी
-
सह-संयोजक: डॉ. वर्षा सिंह, अभिजीत पाण्डेय
शिक्षक शिक्षा संकाय
-
संयोजक: डॉ. राम रहीस
-
सह-संयोजक: प्रो. एस.पी. मिश्र, डॉ. मिथलेश मिश्रा
वाणिज्य संकाय
-
संयोजक: डॉ. के.पी. मिश्र
-
सह-संयोजक: डॉ. पवन कुमार सिंह, सिद्धार्थ मोहंता
उपस्थितगण
बैठक में प्रो. विमल प्रकाश वर्मा, डॉ. आलोक शुक्ल, डॉ. अवनीन्द्र दीक्षित, डॉ. प्रखर त्रिपाठी, डॉ. रमेश शुक्ल, डॉ. बी.एल. गुप्त, पूजा मिश्र, डॉ. अनुज सिंह, डॉ. के.के. सिंह, डॉ. वंदना सिंह सहित अनेक प्राध्यापक उपस्थित रहे।
