68 दिन पहले नहर में फेंकी गई बेटी जिंदा लौटी; चमत्कारिक बचाव के बाद अब पिता की रिहाई की मांग

Daughter thrown into canal 68 days ago returns alive; calls for father's release after miraculous rescue
 
Daughter thrown into canal 68 days ago returns alive; calls for father's release after miraculous rescue
फिरोज़पुर (पंजाब)।  68 दिन पहले जिस 17 वर्षीय किशोरी को उसके माता-पिता ने चरित्र पर संदेह जताते हुए बांधकर नहर में फेंक दिया था, वही किशोरी चमत्कारिक रूप से जिंदा लौट आई है। यह वही मामला है जिसका वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें पिता नहर में धक्का देने के बाद कहते दिखे थे—
“बाय-बाय… सुट्ट ती… मार के परे कीती…”
इस वीडियो ने पूरे देश को हिला दिया था और पुलिस 68 दिनों से लड़की की तलाश कर रही थी।
अब लड़की के जीवित लौट आने के साथ यह मामला नया मोड़ ले चुका है—किशोरी ने खुद मीडिया के सामने पूरी आपबीती सुनाई और हैरानी की बात यह है कि वह अपने जेल में बंद पिता की रिहाई की मांग कर रही है।

नहर में गिरने के बाद क्या हुआ? — लड़की ने बताई दिल दहला देने वाली कहानी

किशोरी ने बताया कि नहर में धक्का देने के बाद घटनाएँ बिजली की रफ्तार में घटीं—
“मैं तुरंत पानी में डूब गई। हाथ बंधे थे, लेकिन पैरों से ऊपर आने की कोशिश करती रही।”
“चुन्नी कसकर नहीं बंधी थी, तेज बहाव के साथ करीब आधा किलोमीटर बहते-बहते खुल गई।”
“बहते हुए मेरा सिर नहर के अंदर लगे एक सरिए से टकरा गया।”
“मैंने उसी सरिए को पकड़ लिया और करीब 30 मिनट तक तेज बहाव, ठंड और अंधेरे से लड़ती रही।”
उसने कहा डर भी था और ठंड भी… लेकिन मैंने हार नहीं मानी।”

कैसे बचकर बाहर आई?

सरिए का सहारा लेकर वह धीरे-धीरे किनारे तक पहुंची। भीगे कपड़ों में कांपते हुए नहर की पटरी पर चलती रही। लगभग आधा किलोमीटर आगे उसे एक स्कूटी सवार महिला मिली।
लड़की के मुताबिक मैंने उस महिला से शॉल मांगी। उसी के फोन से मैंने अपने परिचित को कॉल किया। इसके बाद उसे सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया गया।

लड़की ने लगाए बड़े आरोप

किशोरी ने अपने बयान में कई गंभीर आरोप लगाए नहर तक ले जाने में उसकी मां की भी भूमिका थी। पिता ने उसे धक्का देने से पहले शराब और दवा दोनों ली हुई थीं। नशे की हालत में उसकी हत्या की कोशिश की गई।

नया मोड़ — पिता की रिहाई की मांग

सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि लड़की खुद अपने पिता की रिहाई चाहती है।
उसका कहना हैपापा ने गलती की, लेकिन मैं नहीं चाहती कि वह जेल में रहें। यह बयान मामले को एक नए भावनात्मक और कानूनी मोड़ पर ले आया है।

पुलिस और प्रशासन की अगली कार्रवाई पर निगाहें

लड़की का बयान पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज किया जा रहा है। कानूनी तौर पर हत्या के प्रयास, नाबालिग के खिलाफ अपराध, और साजिश जैसे गंभीर आरोपों की जांच अभी जारी है।
लेकिन लड़की के जीवित लौट आने और पिता के पक्ष में खड़े होने के बाद इस मामले का भविष्य अब न्यायालय और जांच पर निर्भर करेगा।

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