राजभाषा हिंदी के प्रचार और रोजगार संभावनाओं पर विशेषज्ञों और युवाओं के बीच हुआ संवाद

केनरा बैंक, क्षेत्रीय कार्यालय, बागपत द्वारा हिंदी भाषा और रोजगार के अवसरों पर आयोजित हिंदी संगोष्ठी में युवाओं ने प्रस्तुत किए अपने विचार

युवाओं को हिंदी भाषा में रोजगार अवसरों से परिचित कराने के लिए भाषण प्रतियोगिता और संगोष्ठी का हुआ आयोजन

 
Dialogue between experts and youth on promotion of official language Hindi and employment opportunities
बागपत, 15 फरवरी 2025 – केनरा बैंक क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार और व्यावसायिक संभावनाओं को उजागर करने हेतु सम्राट पृथ्वीराज चौहान डिग्री कॉलेज के पृथ्वी भवन में एक भव्य भाषण प्रतियोगिता एवं हिंदी संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों और विशेषज्ञों ने "हिंदी में रोजगार की संभावना" विषय पर विचार प्रस्तुत किए और युवा प्रतिभागियों ने अपने सारगर्भित विचार साझा किए। इस अवसर पर विजेताओं को केनरा बैंक क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से पुरस्कृत किया गया।

Dialogue between experts and youth on promotion of official language Hindi and employment opportunities

केनरा बैंक क्षेत्रीय कार्यालय के क्षेत्रीय प्रमुख अश्विनी कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदी भाषा न केवल अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम है, बल्कि इसमें रोजगार की अपार संभावनाएँ भी मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता, अध्यापन, विज्ञापन, तकनीकी अनुवाद, लेखन, सॉफ्टवेयर लोकलाइज़ेशन, कंटेंट राइटिंग, ई-कॉमर्स और डिजिटल मार्केटिंग जैसे क्षेत्रों में हिंदी भाषा के जानकारों के लिए उज्ज्वल भविष्य है। इसके साथ ही उन्होंने सरकारी और गैर-सरकारी क्षेत्रों में हिंदी के कार्यान्वयन को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी बल दिया।

Dialogue between experts and youth on promotion of official language Hindi and employment opportunities

प्रतियोगिता में भाग लेने वाले युवाओं ने अपने विचार रखते हुए हिंदी भाषा के महत्व और रोजगार में इसकी बढ़ती उपयोगिता को रेखांकित किया। वंशिका ने कहा कि हिंदी का ज्ञान रखने वाले युवाओं को पत्रकारिता, केंद्रीय संस्थानों में राजभाषा कार्यान्वयन, अध्यापन जैसी विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार मिल सकता है। यश जैन ने बताया कि वैश्वीकरण और डिजिटलीकरण के युग में हिंदी भाषा का विशेष महत्व है और इसमें करियर के अनगिनत अवसर उपलब्ध हैं। वहीं, प्रेरणा, काजल, सीमा, छवि शर्मा, शिवानी, संध्या सैनी, पलक, अंतिमा शर्मा, सुहाना, देव, तनु पांचाल, अनन्या ने भी अपने विचार व्यक्त किए और हिंदी भाषा की व्यावसायिक संभावनाओं पर प्रकाश डाला। वहीं नेहरू युवा केन्द्र बागपत के स्वयंसेवकों ने भी प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। 

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केनरा बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक, राजभाषा अभय नाथ मिश्र ने युवाओं को अवगत कराया कि केंद्रीय संस्थानों, बैंकों, न्यायपालिका, लोक सेवा आयोग, सार्वजनिक उपक्रमों एवं निजी क्षेत्र में हिंदी भाषा के जानकारों के लिए व्यापक संभावनाएँ हैं। इस दौरान लेक्सा भूटिया, प्रबंधक, केनरा बैंक क्षेत्रीय कार्यालय ने केनरा बैंक की विभिन्न योजनाओं के विषय में जागरूक किया और बताया कि बैंकिंग क्षेत्र में भी हिंदी भाषा का प्रयोग बढ़ रहा है, जिससे हिंदी में दक्ष युवाओं को रोजगार मिल सकता है। राज्य युवा विवेकानंद अवार्ड से पुरस्कृत अमन कुमार ने राष्ट्र निर्माण में सहभागी बनने के प्रत्येक अवसर से जुड़ने का आह्वान किया जिसमें दैनिक कार्यों में हिंदी भाषा को अधिकाधिक प्रयोग में लाना एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

Dialogue between experts and youth on promotion of official language Hindi and employment opportunities

समारोह में कला संकाय की विभागाध्यक्ष डॉ. इंदिरा चौहान ने युवाओं को नियमित रूप से नए भाषा कौशल विकसित करने और जीवनपर्यंत सीखने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा एवं अन्य भारतीय भाषाओं से जुड़कर युवा विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकते हैं। निर्णायक मंडल में डॉ. प्रदीप ठाकुर, डॉ. परमानंद शर्मा, डॉ. कमला अग्रवाल उपस्थित रहे, जिन्होंने प्रतिभागियों के विचारों को सराहा और विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर वंशिका, द्वितीय प्रेरणा, तृतीय यश जैन रही। वहीं सांत्वना श्रेणी में पलक जैन एवं पर अंतिमा रही।

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इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में कला संकाय के डॉ. सुनील कुमार, शिक्षा विभाग के डॉ. गौरव चौहान, अंग्रेजी विभाग के डॉ. सतीश राठौर, वाणिज्य विभाग के डॉ. तरुण चौहान, गृह विज्ञान संकाय से डॉ. पूनम चौहान, इतिहास विभाग से डॉ. लक्ष्मी शर्मा, भूगोल संकाय से डॉ. उधम, अर्थशास्त्र विभाग से डॉ. भारत, मनोविज्ञान संकाय के डॉ. सुरेश कुमार का महत्वपूर्ण योगदान रहा। यह आयोजन न केवल हिंदी भाषा की व्यावसायिक संभावनाओं को उजागर करने का एक सशक्त माध्यम बना, बल्कि युवाओं को उनके करियर संबंधी दिशा में सोचने और हिंदी भाषा को एक प्रभावी रोजगार साधन के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित भी किया।

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