पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार का प्रयागराज महाकुंभ भ्रमण
बमरौली एयरपोर्ट पर उतरने के बाद उन्होंने सबसे पहले सिविल लाइन थाने का औचक निरीक्षण किया तथा थाने में मौजूद उच्च अधिकारियों एवं थाना प्रभारी से महाकुंभ की तैयारी पर बात की और थाने के अभिलेखों को देख कर आवश्यक निर्देश दिया। पुलिस महानिदेशक शहर की सुरक्षा व्यवस्था को देखने के लिए नगर भ्रमण करते हुए मेला क्षेत्र पहुंचे। मेला क्षेत्र में सबसे पहले वीआईपी घाट पहुंचकर उन्होंने जल पुलिस की व्यवस्था को समझा और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं, जल पुलिस आदि की संयुक्त टीम द्वारा नाव पलटने पर डूबते हुए लोगो को बचाने का मॉक ड्रिल देखा। पुलिस महानिदेशक रिवर पेट्रोलिंग करते हुए संगम पहुंचे, जहाँ उन्होंने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से मुख्य स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं और अखाड़ों के सुरक्षित और सुगम स्नान सम्बंधित जानकारी ली। उन्होंने संगम के जल का आचमन भी किया।
मॉक ड्रिल में आतंकवादियों को ढेर कर, झूसी से हाइजेक की गई बस के होस्टेजो को छुड़ाया गयापुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश श्री प्रशांत कुमार के सामने एटीएस ने मॉक ड्रिल किया, जिसमें वाराणसी से महाकुम्भ मेले के लिए आ रही एक बस को झूंसी के पास आतंकवादियों ने हाईजैक कर लिया था, बस को शास्त्री सेतु से डाइवर्ट करके लेटे हनुमान जी के मंदिर के पास एटीएस कमांडो की स्पेशल पुलिस ऑपरेशन टीम ने कार्यवाही कर आतंकवादियों को मार गिराया और होस्टेज बनाए गए लोगों को मुक्त कराया ।
बड़े हनुमान जी मन्दिर दर्शन एवं सुरक्षा व्यवस्था का आकलन पुलिस महानिदेशक ने बड़े हनुमान जी का दर्शन कर आशीर्वाद लिया तथा कुम्भ मेले के दौरान दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के सुगम और सुरक्षित दर्शन के बारे में जानकारी लिया।
एसएसपी कुम्भ मेला कार्यालय का उद्घाटन
इसके बाद उन्होंने एसएसपी कुम्भ मेला के अस्थायी कार्यालय का उद्घाटन करके पूरे परिसर का निरीक्षण किया
अक्षयवट थाने का निरीक्षण एवं जवानों के साथ भोजन
पुलिस महानिदेशक ने अक्षयवट थाने का निरीक्षण कर, साइबर हेल्प डेस्क और महिला हेल्प डेस्क को भी देख कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए एवं अक्षयवट थाने की मेस में जवानों के साथ दोपहर का भोजन किया। उन्होंने एसएसपी कुम्भ मेला को पुलिस कर्मियों के बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने हेतु निर्देश दिए
यातायात पुलिस के उपकरणों एवं वाहनों का निरीक्षण
प्रशांत कुमार पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश ने कुम्भ मेला पुलिस लाइन्स में इण्टर सेप्टर चार पहिया, दो पहिया वाहन तथा थ्रीथर ड्रोन सहित अन्य प्रदर्शित यातायात उपकरणों को देखा। इन उपकरणों की विशेषताओ व उपयोगिता के बारे में सुभाष चन्द्र दुबे पुलिस महानिरीक्षक यातायात एवं सड़क सुरक्षा यूपी ने बताया कि यातायात निदेशालय द्वारा यातायात प्रबन्धन हेतु अन्य अत्याधुनिक उपकरण भी जनपद प्रयागराज कुम्भ मेला जीआरपी प्रयागराज एवं समीपवर्ती जनपदों को उपलब्ध कराये गये है ।
पुलिस लाइन में बैठक एवं महाकुंभ में साइबर सुरक्षा पर बॉलीवुड के कलाकारों द्वारा अभिनीत फिल्म रिलीज
पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की। उन्होंने कुम्भ मेले में सुरक्षा और श्रद्धालुओं के सुगम स्नान संबंधित सभी पहलुओं पर चर्चा किया। प्रेम गौतम, पुलिस महानिरीक्षक प्रयागराज परिक्षेत्र द्वारा सीमावर्ती जिलों में चलाए जा रहे सुरक्षा अभियान, साइबर अपराध डिजिटल महाकुंभ के सम्बंध में जानकारी दी गयी। पुलिस आयुक्त प्रयागराज तरुण गाबा ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से सुरक्षा और यातायात व्यवस्था का विस्तृत प्लान बताया एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाकुंभ द्वारा बताया गया कि किसी भी आपदा से निपटने के आपदा प्रबंधन की सभी टीमों से समन्वय स्थापित किया गया है जिससे महाकुम्भ को दिव्य, भव्य एवं सुरक्षित सम्पन्न कराया जा सके।एडीजी जोन प्रयागराज श्री भानु भास्कर ने पुलिस महानिदेशक का धन्यवाद ज्ञापन किया।
पुलिस महानिदेशक ने महाकुंभ में साइबर क्राइम से बचाव के लिए जागरूक करने हेतु एक लघु फिल्म रिलीज की, जिसमें यह दर्शाया गया है कि साइबर अपराधियों द्वारा होटलों की फर्जी वेबसाइट बनाकर कैसे ठगी की जाती है। इस फिल्म में मुख्य रूप से मशहूर फिल्म कलाकार संजय मिश्रा और शशी वर्मा ने अभिनय करके जनता को जागरूक करने का काम किया है।
मीडिया के साथ बातचीत में पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देश पर सुरक्षा की पुख्ता तैयारी की गई है। मुख्य स्नान के दिन जल, थल और नभ तीनों स्तर पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ हमारे लिए बहुत बड़ा अवसर है, जब इस पूरी पृथ्वी पर इतना बड़ा मानव समागम होने जा रहा है।
लगभग 40 से 50 करोड़ लोग इस 45 दिन में यहां पर आएंगे। बहुत बड़ी संख्या में विदेशी श्रद्धालु भी यहां पर उपस्थित रहेंगे। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ को लेकर पिछले कुछ माह से युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर, इक्विपमेंट और मैनपॉवर सभी कुछ अनुकूल है। हमारी तैयारी भी अच्छी है और इसको और बेहतर बनाने के प्रयास कर रहे हैं। इस बार आपदा प्रबंधन फायर सेफ्टी तथा ट्रैफिक के लिए विशेष फंड्स जारी किए गए हैं। यहां इंटरसेप्टर डेप्लॉय हो चुके हैं। टीथर्ड ड्रोन भी भारी संख्या में तैनात हैं, एंटी ड्रोन सिस्टम भी यहां लगाया गया है। हमारा जो वाटर फ्रंट है उसको इस बार पिछले कुम्भ की तुलना में और अधिक मजबूत किया गया है।
उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में घाट की संख्या और क्षमता इसलिए बढ़ाई गई है कि जो भी श्रद्धालु जिस रूट से भी आ रहे हैं, वह वही स्नान करें और निर्धारित रूट के माध्यम से वापस जाएं। रेलवे के साथ भी हमारा एक बहुत अच्छा समन्वय है। उन्होंने कहा कि साइबर से जुड़े जो मामलों को लेकर भी हम सजगता से कार्य कर रहे हैं। साइबर सिस्टम को कैसे सिक्योर किया जाए यह भी विभिन्न दक्ष एजेंसियों के माध्यम से सुनिश्चित किया गया है।
डीजीपी ने आतंकी खतरों और थ्रेट्स को लेकर कहा कि एटीएस की हमारी पैरा कमांडो की टीम यहां पहुंच चुकी है। हम विभागीय समन्वय और कंट्रोल रूम के माध्यम से सभी तरह के खतरों को गंभीर मानकर उनकी मॉनिटरिंग और कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा महाकुम्भ की सात चक्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित किया गया है और अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय बॉर्डर से लेकर कुम्भ क्षेत्र तक सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है। इसके अलावा पिछले कुम्भ से 40 प्रतिशत अधिक फोर्स को यहां पर डेप्लॉय कर दिया गया है।