कानपुर में "स्मार्ट हाइड्रेशन" पहल के तहत 1 लाख रेडी-टू-ड्रिंक ओआरएस पैक का वितरण
कानपुर, जुलाई 2025: विश्व ओआरएस दिवस के अवसर पर टीएसएल फाउंडेशन द्वारा टेट्रा पैक, हेलवुड, केनव्यू और एल्केम के सहयोग से कानपुर में एक लाख से अधिक रेडी-टू-ड्रिंक ओआरएस पैक निशुल्क वितरित किए गए। यह अभियान "स्मार्ट हाइड्रेशन" की अवधारणा पर आधारित था, जिसका उद्देश्य मानसून के मौसम में जलजनित रोगों से बचाव और नागरिकों के भीतर स्वस्थ जल संतुलन बनाए रखने को लेकर जागरूकता फैलाना रहा।
यह पहल केवल वितरण तक सीमित नहीं रही, बल्कि एक व्यापक सार्वजनिक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान के रूप में उभरी, जिसमें रेडियो, सोशल मीडिया और क्षेत्रीय स्तर पर जनसंपर्क कार्यक्रमों के माध्यम से एक 360-डिग्री आउटरीच सुनिश्चित की गई।
क्यों है रेडी-टू-ड्रिंक ओआरएस खास?
रेडी-टू-ड्रिंक ओआरएस पारंपरिक ओआरएस घोल से अलग है। इसमें पानी मिलाने की आवश्यकता नहीं होती और यह पूरी तरह से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानकों के अनुरूप सुरक्षित, स्वच्छ टेट्रा पैक में उपलब्ध होता है। यह नवाचार बच्चों से लेकर बुज़ुर्गों तक सभी के लिए सहज और सुरक्षित जलयोजन (हाइड्रेशन) सुनिश्चित करता है।
भागीदार कंपनियों की भूमिका
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हेलवुड (ElectroRush)
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केनव्यू (ORSL)
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एल्केम (ORS Insta)
इन सभी प्रतिष्ठित ब्रांड्स ने ओआरएस पैक तैयार कर इस जनहित अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाई।
टेट्रा पैक साउथ एशिया के मार्केटिंग निदेशक, श्री सौरभ सिन्हा ने कहा:स्वस्थ जलयोजन एक साधारण लेकिन प्रभावशाली आदत है। रेडी-टू-ड्रिंक ओआरएस जैसे उत्पाद लोगों को सक्रिय जीवनशैली और बेहतर स्वास्थ्य की दिशा में एक मजबूत आधार देते हैं।”
उद्देश्य और प्रभाव
हर वर्ष 29 जुलाई को मनाया जाने वाला 'विश्व ओआरएस दिवस' ओरल रीहाइड्रेशन सॉल्यूशन की उपयोगिता को रेखांकित करता है। इस वर्ष की पहल का उद्देश्य न केवल बीमारियों से बचाव करना था, बल्कि लोगों को यह समझाना भी था कि सही हाइड्रेशन रोज़ाना की सेहत के लिए कितना महत्वपूर्ण है।
टीएसएल फाउंडेशन के प्रवक्ता के अनुसार: हम मानते हैं कि जनस्वास्थ्य की बुनियाद सही जानकारी और उसकी सहज उपलब्धता से बनती है। यह पहल इसी दिशा में एक मजबूत कदम है, जो हर व्यक्ति को स्वास्थ्य के प्रति सजग और सशक्त बनाने का प्रयास है।”
एक महीने की जागरूकता यात्रा
यह अभियान 29 जुलाई, विश्व ओआरएस दिवस के दिन समाप्त हुआ, लेकिन इसके प्रभाव और संदेश दूरगामी हैं। इसने यह सुनिश्चित किया कि हाइड्रेशन केवल एक मेडिकल टर्म नहीं, बल्कि स्वस्थ जीवनशैली की अनिवार्य आदत बने।
