एमएलके पीजी कॉलेज का शैक्षिक भ्रमण: नैनीताल में कैंची धाम की यात्रा और दुर्लभ 'ईक्वीसिटम' का अध्ययन

बलरामपुर। एमएलके पीजी कॉलेज, बलरामपुर के वनस्पति विज्ञान विभाग के छात्र-छात्राओं का दल दुर्लभ वनस्पतियों के अध्ययन और संग्रह के लिए उत्तराखंड राज्य के नैनीताल क्षेत्र में शैक्षिक भ्रमण पर है। भ्रमण के चौथे दिन, विभागाध्यक्ष डॉ. राजीव रंजन के नेतृत्व में तथा शैक्षणिक भ्रमण समन्वयक डॉ. मोहम्मद अकमल व श्रवण कुमार के निर्देशन में, एमएससी बॉटनी प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने महत्वपूर्ण स्थलों का दौरा किया
1. कैंची धाम की यात्रा
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स्थल: छात्रों ने नैनीताल जिले में अल्मोड़ा मार्ग पर स्थित नीम करोली बाबा मंदिर (कैंची धाम) के दर्शन किए।
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स्थान: यह धाम नैनीताल से लगभग 17 किमी और भवाली से 9 किमी दूर है।
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नामकरण: इस स्थल का नामकरण पास की सड़क के दो तीखे मोड़ों के कारण पड़ा, जो कैंची के आकार के दिखते हैं।

2. अल्मोड़ा की यात्रा और वनस्पति विज्ञान का अध्ययन
कैंची धाम के दर्शन के बाद, छात्र-छात्राओं ने अल्मोड़ा तक की यात्रा की। यहाँ उन्होंने वनस्पति विज्ञान से जुड़ा एक महत्वपूर्ण कार्य किया:
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दुर्लभ प्रजाति का संग्रह: विद्यार्थियों ने एक दुर्लभ संवहनी पौधा प्रजाति 'ईक्वीसिटम' का अध्ययन किया और उसे संग्रहित किया। यह पौधा बीजाणुओं (Spores) से प्रजनन करता है।
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ज्ञान संवर्धन का उद्देश्य: डॉ. राजीव रंजन ने बताया कि इस शैक्षिक भ्रमण का उद्देश्य छात्रों को किताबों और प्रयोगशाला में दी गई जानकारी का भौतिक रूप से ज़मीनी स्तर पर ज्ञानवर्धन और वनस्पतियों का संकलन कराना है। उन्होंने दल के सभी सदस्यों को 'ईक्वीसिटम' सहित अन्य वनस्पतियों के विषय में विस्तार से जानकारी दी।
शैक्षणिक भ्रमण में मोहम्मद फैज, सौम्य पाण्डे, उपेंद्र पाण्डे, रिचा उपाध्याय, इप्सिता, फूलमती, बसंती, अंबिका, सौम्या और अदिति सहित कई छात्र-छात्राएं सम्मिलित रहे।

