डीएम की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की विस्तारित बैठक
बैठक के दौरान विकास खंड-वार स्वास्थ्य सेवाओं, चिकित्सा सुविधाओं, टीकाकरण की स्थिति एवं पोषण स्तर पर प्रभारी चिकित्साधिकारियों एवं सीडीपीओ द्वारा विस्तृत प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया गया। इन प्रस्तुतियों के माध्यम से प्रत्येक विकास खंड की वास्तविक स्थिति, उपलब्ध संसाधन, चुनौतियाँ तथा सुधार की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।

जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि एमओआईसी, खंड विकास अधिकारी एवं सीडीपीओ आपसी समन्वय के साथ टीम भावना से कार्य करें, जिससे स्वास्थ्य एवं पोषण से जुड़ी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि विभागीय समन्वय ही बेहतर परिणामों की कुंजी है।

बैठक में जिलाधिकारी द्वारा आशा कार्यकर्ताओं के मानदेय में वृद्धि, मातृ-शिशु स्वास्थ्य (Maternal & Child Health) पर विशेष फोकस तथा नियमित टीकाकरण में शत-प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित करने के स्पष्ट निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पात्र बच्चा टीकाकरण से वंचित न रहे।

जिलाधिकारी ने मैटरनल डेथ ऑडिट रिपोर्ट की गहन समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी गर्भवती महिलाओं की नियमित एएनसी (Antenatal Care) कराई जाए। साथ ही हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी की समय रहते पहचान कर उनका विशेष एवं निरंतर फॉलो-अप सुनिश्चित किया जाए, ताकि मातृ मृत्यु दर को न्यूनतम स्तर पर लाया जा सके।

उन्होंने निर्देशित किया कि प्रत्येक माह बुधवार को आयोजित होने वाले ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस (VHSND) के सत्रों में सभी पात्र लाभार्थियों को टीएचआर (Take Home Ration) से निर्मित पौष्टिक पोषाहार का अनिवार्य रूप से वितरण किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि टीएचआर आधारित पोषाहार गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं एवं 0–06 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों तक शत-प्रतिशत पहुंचे। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग तथा पंचायत स्तर पर आपसी समन्वय के साथ निरंतर मॉनिटरिंग के निर्देश दिए गए।

ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस (VHSND) के सत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली आशा एवं एएनएम को जिलाधिकारी द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गुप्ता, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुकेश रस्तोगी, उपायुक्त एनआरएलएम, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, समस्त एसीएमओ, एमओआईसी, खंड विकास अधिकारी, सीडीपीओ एवं चिकित्सकगण उपस्थित रहे।
