श्री जयनारायण मिश्र, महाविद्यालय, केकेसी, में संस्थापक दिवस समारोह (वार्षिकोत्सव 2025) का आयोजन

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि, सन 1917 में स्थापित यह संस्था वर्तमान समय में भी आधुनिकता के साथ तालमेल बिठाते हुए समकक्ष महाविद्यालयों में अपना विशेष स्थान बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के बीच आना उन्हें अच्छा लगता है। उन्होंने केकेसी के छात्र-छात्राओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि ज्यूडिशरी में यहां के बच्चे बहुत ही अच्छा कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आगामी सत्र में महाविद्यालय में खुलने वाला पाॅच वर्षीय एलएलबी पाठ्यक्रम एक सराहनीय प्रयास है। क्योंकि 12वीं के बाद से ही जो बच्चे लाॅ के क्षेत्र में शिक्षा आरंभ कर देते हैं। वह एक कंपलीट लॉयर बनने की क्षमता रखते हैं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विद्यालय केवल एक भवन नहीं होता है बल्कि यह यहां के शिक्षकों, वातावरण, शिक्षण पद्धति, स्टाफ और छात्र-छात्राओं के साथ शिक्षा प्रदान करने वालों के संबंध से एक कॉलेज बनता है। उन्होंने कहा कि जितने भी लोग महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं से जुड़े स्टाफ, कर्मचारी अथवा शिक्षक, सभी को छात्र-छात्राओं के प्रति सह्रदय होना चाहिए। क्योंकि बच्चे बहुत ही जिज्ञासु होते हैं। बहुत कुछ सीखना चाहते हैं। और शिक्षकों का जिम्मेदारी भरा रिस्पांस उनके भविष्य निर्माण में बहुत महत्व रखता है। उन्होंने कहा की स्कूल या कॉलेज ही एक ऐसी जगह है जहां पर व्यावहारिक शिक्षा संभव है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को एक किस्सा सुनाते हुए व्यावहारिक और सैद्धांतिक ज्ञान के अंतर को समझाया।
उन्होंने कहा कि केवल सैद्धांतिक ज्ञान होने से ही काम नहीं चलता इसमें व्यावहारिकता का मिश्रण होना चाहिए। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि हमें जीवन में मिले अवसरों का सही उपयोग करना चाहिए अन्यथा जीवन कठिन हो जाता है। उन्होंने कहा कि आप जैसा निर्णय लेते जाते हैं आपका भविष्य भी वैसा ही होता जाता है।
आपका निर्णय समाज के लिए उचित और व्यावहारिक होना चाहिए। उन्होंने महाविद्यालय के शैक्षिक वातावरण की प्रशंसा की और महाविद्यालय द्वारा सामाजिक सरोकारों की दिशा में किए गए कार्यों को दूरगामी परिणाम देने वाला बताया। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की कि आज महिला दिवस के अवसर पर सर्वाधिक मेडल प्राप्त करने वाली भी छात्राएं ही है।उन्होंने कहा कि उन्हें जानकर बहुत अच्छा लगा की महाविद्यालय के दो सर्वोच्च पदक छात्राओं के नाम हो रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने महाविद्यालय की वार्षिक पत्रिका, ज्योति किरण एवं जर्नल, कॉमर्स टुडे, विचार, लॉ रिव्यू, साइंस रिवीलिएशन, टॉर्च बेयर्र्स 2025 के नवीन संस्करणों का विमोचन किया। उन्होंने मेडल पानी वाले छात्र-छात्राओं को मेडल,सर्टिफिकेट तथा पुरस्कार राशि प्रदान कर सम्मानित भी किया। उन्होंने उन छात्रों का विशेष रूप से उल्लेख किया जिन्हें लखनऊ विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भी पदक प्राप्त हुए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष, श्री वी.एन. मिश्र ने सभी मेधावी छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दी तथा कहा कि अपनी सफलता की श्रृंखला को दूर तक ले जाएं। युवाओं को अभी बहुत दूर तक जाना है और राष्ट्र के लिए बड़े योगदान के लिए तैयार रहना है।
महाविद्यालय मंत्री प्रबंधक, श्री जी. सी. शुक्ला ने मेडल पाने वाले छात्र छात्राओं को बधाई देते हुए सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।महाविद्यालय प्राचार्य, प्रो विनोद चंद्रा ने इस अवसर पर महाविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट सभी के समक्ष रखी। उन्होंने कहा कि आगामी सत्र में महाविद्यालय में मनोविज्ञान तथा भूगोल विषय के साथ बीए, बीसीए, एलएलबी 5 ईयर तथा एमएससी मैथ्स, पाठ्यक्रम आरंभ करने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं के लिए एआई एवं मशीन लर्निंग पर आधारित ऐड आन सर्टिफिकेट कोर्स भी आगामी सत्र में आरंभ किया जाएगा। उन्होंने परिसर को क्लीन एवं ग्रीन एनर्जी युक्त बनाने के लिए पूर्व में किए गए प्रयासों को आगामी सत्र में और व्यापक स्तर पर विस्तारित करने की योजना बताई।
उन्होंने कहा कि खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए महाविद्यालय स्पोर्ट्स ग्राउंड को और बेहतर सुविधाओं से युक्त किया जाएगा। इस अवसर पर प्राचार्य ने विश्वविद्यालय, प्रादेशिक एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धियां प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों की चर्चा की।
समारोह में आज मुख्य अतिथि द्वारा सत्र 2023-24 के लिए एलएलबी की छात्रा संयुक्ता सिंह को समग्र प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए अध्यक्ष पदक एवं ₹21,000 की पुरस्कार राशि तथा छात्रा समन खान को विगत शैक्षिक सत्र में सर्वोच्च उपलब्धि के लिए प्राचार्य पदक एवं ₹15000, की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया गया।
अंडर ऑफिसर साक्षी यादव एवं अंडर ऑफिसर आर्यन सिंह को बेस्ट एनसीसी कैडेट का अवार्ड मिला। अंडर ऑफिसर निखिल चौरसिया को एनसीसी मे महाविद्यालय स्तर पर श्रेष्ठ प्रदर्शन एवं प्रशासनिक दक्षता के लिए अखिलेश सिंह चौहान स्मृति पदक मिला।
शिवानी राकेश एवं अशमीत सिंह को बेस्ट एनएसएस वालंटियर का अवार्ड मिला। इशिका गुप्ता एवं जय भारत दुबे को बेस्ट स्पोर्ट्स पर्सन का अवार्ड मिला। सौरभ वर्मा को सर्वश्रेष्ठ सांस्कृतिक प्रतिभा संपन्न होने के लिए पदक प्रदान किया गया। समारोह में कुल 67 पदकों का वितरण किया गया। जिसमे सबसे ज्यादा 45 पदक छात्राओं ने हासिल किए।
समारोह में गत वर्ष रिटायर हुए पूर्व प्राचार्य, प्रो नागेश्वर पांडेय एवं पूर्व उपप्राचार्य, प्रो अरुण कुमार शुक्ला को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए मुख्य अतिथि द्वारा दुशाला एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। समारोह के आरंभ में छात्रा भावना शुक्ला ने गणेश वंदना पर नृत्य प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया। शिवांश शुक्ला एवं ग्रुप ने अतिथियों के लिए समूह स्वागत गान की प्रस्तुति की।प्रो. पायल गुप्ता ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर महाविद्यालय प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष, श्री गोपाल नारायण मंत्री प्रबंधक श्री जी सी शुक्ला, सहायक मंत्री प्रबंधक, श्रो सन्मय शुक्ला, श्रीमती शिखा शुक्ला, सदस्य, श्री माधव लखवानी, डॉ अंशुमाली शर्मा, अनेक महाविद्यालय से आए गणमान्य अतिथि गण सहित शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।