गीता गोष्ठी का विराट रजत जयंती समारोह 14 को गौतम खट्टर होंगे समारोह के मुख्य आकर्षण
गीता गोष्ठी के संस्थापक सदस्य एवं समारोह के आयोजक इं. सुरेश दूबे ने बताया कि संस्था की स्थापना 17 दिसंबर 2000 को हुई थी। तब से प्रत्येक रविवार दोपहर नियमित गीता गोष्ठी आयोजित की जाती है, जिसमें गीता के श्लोकों पर चर्चा एवं चिंतन होता है। इस वर्ष संस्था के 25 वर्ष पूर्ण होने पर विशेष रजत जयंती समारोह का आयोजन किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में देश के विख्यात राष्ट्रवादी चिंतक, प्रखर वक्ता एवं सनातन धर्म के प्रचारक डा. गौतम खट्टर मुख्य आकर्षण होंगे। उनके अतिरिक्त जूना अखाड़ा, रुड़की के महामंडलेश्वर यतींद्रानंद जी महाराज, हरिद्वार से स्वामी परमानंद जी महाराज, वाराणसी से राजर्षि गांगेय हंस, तथा राष्ट्रवादी वक्ता महिम तिवारी गीता के महात्म्य एवं वर्तमान संदर्भ में सनातन धर्म की चुनौतियों पर अपने विचार व्यक्त करेंगे।
समारोह में प्रदेश के ख्यातिप्राप्त शास्त्रीय संगीतकारों द्वारा प्रस्तुति भी दी जाएगी। कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु विभिन्न दायित्व सौंपे गए हैं—राकेश वर्मा को शोभा यात्रा, उत्तम कुमार शुक्ल को यज्ञ एवं हवन, जनार्दन सिंह को सभा संचालन तथा रमेश दूबे को व्यवस्था प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गई है। बैठक में चन्द्र भाल मिश्र, डॉ. शैलेन्द्र मिश्र, कविवर शिवाकांत मिश्र ‘विद्रोही’, अनिल सिंह, अशोक जायसवाल सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
