पाकिस्तान से सनातन तक: भगवद्गीता पढ़कर बदल गई ज़िंदगी, बाबा बागेश्वर के सवाल पर वायरल हुआ वीडियो

आज हम बात करेंगे एक ऐसे चमत्कार की, जो न सिर्फ एक व्यक्ति का जीवन बदल दिया, बल्कि लाखों लोगों को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। imagine कीजिए – पाकिस्तान जैसे देश में जन्मा एक मुस्लिम युवक, जो भगवद्गीता की शरण में आया और हिंदू धर्म अपना लिया। फिर, ब्रिटेन के एक कार्यक्रम में बाबा बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मिला, और उनके एक सवाल ने सबकी आहें भर दीं।
कहानी शुरू होती है पाकिस्तान से। मोहम्मद आरिफ अजाकिया – ये वो शख्स हैं, जिनका जन्म पाकिस्तान में हुआ। एक सामान्य मुस्लिम परिवार में पले-बढ़े आरिफ को बचपन से ही आध्यात्मिक झुकाव था। लेकिन पाकिस्तान जैसे माहौल में, जहां हिंदू संस्कृति को दबाया जाता है, गीता जैसी पवित्र किताब तक पहुंचना आसान नहीं था। फिर भी, किस्मत का खेल देखिए – एक दिन उनके हाथ लग गई भगवद्गीता। आरिफ बताते हैं, 'मैंने पहली बार गीता पढ़ी, तो लगा जैसे कोई जादू हो गया। अर्जुन-कृष्ण का संवाद, कर्मयोग, भक्ति का मार्ग – ये सब मेरे दिल को छू गया। कुरान पढ़ते हुए भी कुछ शांति मिलती थी, लेकिन गीता ने तो मेरी जिंदगी बदल दी।' धीरे-धीरे, आरिफ ने हिंदू रीति-रिवाज अपनाने शुरू कर दिए। वे मंदिर जाते, रामायण सुनते, और खुद को सनातनी मानने लगे। लेकिन सवाल ये था – क्या वे आधिकारिक तौर पर हिंदू बन सकते हैं? खासकर पाकिस्तान में रहते हुए? दोस्तों, ये कोई फिल्मी कहानी नहीं। ये असली जीवन का चमत्कार है। गीता कहती है – सभी धर्मों को त्याग दो और केवल मेरी शरण में आओ'। यानी, सब धर्म छोड़कर केवल भगवान की शरण में आओ। आरिफ ने ठीक यही किया। लेकिन आगे की कहानी और interesting है।
अब आते हैं उस वायरल मोमेंट पर। जुलाई 2025 में, बाबा बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ब्रिटेन पहुंचे। वहां एक विशाल कार्यक्रम आयोजित था – राम कथा, भक्ति संगीत, और दिव्य दरबार। हजारों भक्त इकट्ठा हुए, और इसी बीच स्टेज पर आया मोहम्मद आरिफ अजाकिया। माइक हाथ में लेकर बोले, 'मैं पाकिस्तान का हूं, लेकिन गीता पढ़कर हिंदू बन गया हूं। अब सवाल ये है – क्या मुझे अपना नाम बदलना पड़ेगा? क्या 'मोहम्मद आरिफ' नाम रखकर भी मैं सनातनी रह सकता हूं?' दोस्तों, ये सवाल सुनकर पूरा हॉल सन्न रह गया। बाबा जी की आंखों में चमक आ गई। वे मुस्कुराए और बोले, 'बेटा, हिंदू धर्म में नाम का क्या महत्व? महत्व तो आस्था का है, भक्ति का है। तुम्हारा दिल हिंदू है, तो नाम जो भी हो – मोहम्मद, आरिफ, या राम – सब ठीक है। लेकिन याद रखो, सच्ची भक्ति में नाम का बंधन नहीं। अगर मन करे, तो बदल लो, लेकिन जबरदस्ती नहीं।' बाबा जी ने आगे कहा, 'पाकिस्तान हमारा ही तो है। हिंदू-मुस्लिम का फर्क इंसान ने बनाया, भगवान ने नहीं। गीता ने तुम्हें बुलाया, तो आ जाओ। कोई दिक्कत नहीं!' ये जवाब सुनकर आरिफ की आंखें नम हो गईं। पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा। ये वीडियो बागेश्वर धाम के ऑफिशियल हैंडल से शेयर हुआ, और देखते ही देखते वायरल हो गया।
अब सोचिए, गीता का असली मैसेज क्या है? भगवद्गीता कोई किताब नहीं, जीवन का दर्शन है। ये कहती है – धर्म का मतलब बंधन नहीं, मुक्ति है। आरिफ की कहानी हमें सिखाती है कि सच्ची आस्था सीमाओं से परे होती है। पाकिस्तान से ब्रिटेन तक, गीता का प्रकाश फैल रहा है। बाबा बागेश्वर जी भी हमेशा कहते हैं – 'हिंदू धर्म में जबरन धर्मांतरण नहीं, केवल मन-परिवर्तन।' दोस्तों, ये वीडियो क्यों इतना वायरल हुआ? क्योंकि ये दिखाता है कि हिंदू धर्म कितना समावेशी है। कोई नाम, कोई देश, कोई बैकग्राउंड – सबका स्वागत। लेकिन कुछ लोग कहते हैं, 'क्या ये वीडियो असली है?' खैर, ऑफिशियल हैंडल से आया है, लाखों ने देखा। अगर शक है, तो खुद चेक कर लीजिए।
चलिए, थोड़ा और डिटेल में जाते हैं। आरिफ अजाकिया ने बताया कि पाकिस्तान में रहते हुए गीता छिपकर पढ़ी। वहां हिंदू होना खतरे से खाली नहीं। लेकिन गीता के श्लोकों ने उन्हें ताकत दी। 'मैंने महसूस किया कि हिंदू धर्म में कोई जबरदस्ती नहीं, केवल प्रेम।' ब्रिटेन शिफ्ट होने के बाद, वे बाबा जी के कार्यक्रम में पहुंचे। बाबा जी का वो सवाल – 'तुम्हारा दिल कहां है?' – ये सुनकर आरिफ बोले, 'भगवान के चरणों में।' बाबा जी ने आशीर्वाद दिया, 'जाओ बेटा, गीता को अमल में लाओ।' ये संवाद इतना भावुक था कि लोग रो पड़े। सोशल मीडिया पर लोग कमेंट्स कर रहे – 'जय सनातन!', 'गीता जिंदाबाद!', 'बाबा जी की जय!'"
हिंदू धर्म की खूबसूरती यही है – ये सबको अपनाता है। आरिफ जैसे हजारों लोग गीता से प्रेरित हो रहे। #BabaBageshwar #GeetaMiracle #ArifAzakia ट्रेंड कर रहा है तो ये थी पाकिस्तानी आरिफ अजाकिया की inspirational story। गीता का जादू, बाबा बागेश्वर का बेबाक जवाब – ये सब हमें सिखाता है कि भक्ति की कोई सीमा नहीं। अगर आपको ये वीडियो पसंद आई, तो लाइक जरूर करें, शेयर करें अपने दोस्तों के साथ। कमेंट बॉक्स में बताइए – क्या आपने कभी गीता पढ़ी? या ऐसी कोई कहानी सुनी?
