ईश्वर अब तो अवतार लो!
नास्तिक तो यूं ही बदनाम हैं.अपमान तो ईश्वर का वो करता है, जो ईश्वर को सबसे ज़्यादा मानता है. और ये बात आज एक बार फिर साबित हो गई है.दरअसल, आज विश्वकर्मा जयंती है... हिंदू धर्म में भगवान विश्वकर्मा को विश्व पहला अभियंता यानी इंजीनियर माना जाता है... भगवान विश्वकर्मा भगवान ब्रह्मा के 7वें पुत्र हैं, जिन्होंने ब्रह्माण्ड बनाने में भगवान ब्रह्मा की मदद की थी... यही वजह है कि भगवान विश्वकर्मा को सृष्टि का निर्माणकर्ता बोला जाता है...
आज पूरे देश में और दुनिया भर में जहां-जहां भी हिंदू बसे हुए हैं, वहां पर भगवान विश्वकर्मा की पूजा की जा रही है, आराधना की जा रही है... लेकिन सोशल मीडिया पर भगवान विश्वकर्मा की पूजा का एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है जो थोड़ा हटकर है... बाकायदा आरती की जा रही है, दूध से जलाभिषेक किया जा रहा है... लेकिन फिर भी उस पर एक तरह का विवाद पैदा हो रहा है... ऐसा क्यों हो रहा है, ये जानने के लिए सबसे पहले आप ये वायरल वीडियो देख लीजिए..
अगर आपकी आंखें स्वस्थ हैं, तो आप समझ ही गए होंगे कि पूरा माजरा है क्या... तो मैटर ये है कि आज हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हैप्पी बर्थडे है... संयोग से आज विश्वकर्मा जयंती भी है... तो इसी उपलक्ष्य में बिहार के पटना में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उन्हें भगवान विश्वकर्मा के रूप में दर्शाया...
पटना के वेद विद्यालय में, प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर का दूध से अभिषेक किया गया और मंत्रों का जाप किया गया... इस symbolic श्रद्धांजलि के दौरान, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मोदी को 'आधुनिक विश्वकर्मा' की उपाधि देते हुए उनकी नेतृत्व क्षमता और देश के विकास में उनके योगदान की तारीफ की... सोशल मीडिया पर इस घटना के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें कार्यकर्ता पूरे भक्ति भाव से पीएम मोदी की तस्वीर को सम्मानित करते नज़र आ रहे हैं...
इस आयोजन का उद्देश्य न केवल प्रधानमंत्री मोदी के प्रति सम्मान प्रकट करना था, बल्कि उनके द्वारा देश के विकास के लिए किए गए कार्यों को भी याद दिलाना था... बीजेपी कार्यकर्ताओं का मानना है कि जिस प्रकार भगवान विश्वकर्मा ने सृष्टि का निर्माण किया, वैसे ही प्रधानमंत्री मोदी आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.